दिल्ली दंगा: उमर खालिद पर बड़ी खबर, पुलिस ने पूछताछ के बाद...

दिल्ली हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने कड़ी कार्रवाई करते हुए उमर खालिद को गिरफ्तार किया। पुलिस की स्पेशल सेल ने उमर खालिद की गिरफ्तारी गैर-कानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत की है।

Update: 2020-09-14 03:49 GMT
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने खालिद से 11 घंटे तक लंबी पूछताछ की जिसके बाद उसे बाद गिरफ्तार कर लिया। आज उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।

 

नई दिल्ली: दिल्ली हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने कड़ी कार्रवाई करते हुए उमर खालिद को गिरफ्तार किया। पुलिस की स्पेशल सेल ने उमर खालिद की गिरफ्तारी गैर-कानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत की है।

दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के पूर्व छात्र उमर खालिद को रविवार देर रात किया है। मिली जानकारी के मुताबिक उमर खालिद को समन देकर पूछताछ के लिए बुलाया गया था। कई घंटों की पूछताछ के बाद उमर खालिद को गिरफ्तार कर लिया गया। उसे यह तासरी बार पूछताछ के लिए बुलाया गया था।

पुलिस को पिछले साल दिल्ली में हुए हिंसक दगा मामले में खालिद की तलाश थी। पुलिस ने दंगे से जुड़े मामले में उमर के खिलाफ गैर कानूनी गतिविधि (निषेध) कानून (यूएपीए) के तहत केस दर्ज किया था। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने भी दंगे के पीछे कथित साजिश के मामले में उमर खालिद से पूछताछ की थी। इसके साथ ही पुलिस ने उसका मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया था।

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दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने खालिद से 11 घंटे तक लंबी पूछताछ की जिसके बाद उसे बाद गिरफ्तार कर लिया। आज उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।

उमर की पहले भी हो चुकी है गिरफ्तारी

उमर खालिद को सबसे पहले 2016 में जेएनयू में हुई कथित देशविरोधी नारेबाजी के मामले में गिरफ्तार किया था। वह जेएनयू के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार के साथ देशद्रोह मामले के मुख्य आरोपियों में भी शामिल हैं।

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दिल्ली हिंसा में 53 लोगों की गई थी जान

गौरतलब है कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन हुए जिसके बाद दिल्ली में दंगा फैल गया। दिल्ली में सीएए के विरोधियों और समर्थकों के बीच हिंसा के बाद 24 फरवरी को उत्तर-पूर्वी दिल्ली में दंगे भड़क गए थे। इस दंगे कम से कम 53 लोगों की मौत हुई थी जबकि लगभग 200 लोग घायल हुए थे।

''दंगो में शामिल लोगों की भूमिका की जांच कर रही पुलिस''

दिल्ली पुलिस ने रविवार को बताया था कि फरवरी में दिल्ली में हुए दंगों में शामिल सभी लोगों की भूमिका की जांच कर रही है। पुलिस ने कहा कि जो लोग हिंसा फैलाने की साजिश के पीछे थे और समुदायों के बीच सांप्रदायिक नफरत भरने की कोशिश कर रहे थे उन सभी की जांच हो रही है।

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दिल्ली पुलिस ने अधिकारिक बयान में कहा कि अलग-अलग संगठन सोशल मीडिया मंच और अन्य ऑनलाइन पोर्टल का उपयोग कर दंगे के मामलों की जांच की निष्पक्षता पर सवाल खड़े कर रहे हैं।

दिल्ली पुलिस ने कहा कि इस तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं कि सीएए का विरोध करने वाले प्रदर्शनकारियों के अलावा सामाजिक कार्यकर्ताओं, शिक्षाविदों और छात्रों को, फर्जी मामलों' में फंसाया जा रहा है।

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पुलिस ने आगे कहा कि जांच के बारे में विवाद और संदेह पैदा करने के लिए कुछ लोग अदालतों में दायर चार्जशीट की कुछ लाइनों को लेकर उसे संदर्भ से इतर इस्तेमाल कर रहे हैं। उनका दावा सही नहीं है और इसके बजाय वे प्रेरित हैं। दिल्ली पुलिस की तरफ से कहा गया कि ऐसे वक्त में जब मामला कोर्ट में विचाराधीन हो उस पर जवाब देना आवश्यक व उचित नहीं है।

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