दिल्ली: तीस हजारी के बाद कड़कड़डूमा कोर्ट में हिंसा, पढ़िए पुलिस और वकील का बयान

राजधानी दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में वकीलों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हुई है। मिली जानकारी के मुताबिक पार्किंग विवाद को लेकर हंगामा हुआ है। इसके बाद पुलिस ने फायरिंग कर दी जिसके बाद वकील भड़क उठे और पुलिस की कई गाड़ियों को फूंक दिया।

Update:2019-11-02 16:32 IST

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में वकीलों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हुई है। मिली जानकारी के मुताबिक पार्किंग विवाद को लेकर हंगामा हुआ है। इसके बाद पुलिस ने फायरिंग कर दी जिसके बाद वकील भड़क उठे और पुलिस की कई गाड़ियों को फूंक दिया।

इसके अलावा वकीलों ने पुलिस के कुछ अधिकारियों की भी पिटाई की। रिपोर्ट के मुताबिक वकीलों ने कई गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की है। इस झड़प में कवरेज कर रहे मीडियाकर्मियों को भी पीटा गया है। वीडियो बनाए जाने पर मौके पर मौजूद लोगों के मोबाइल भी तोड़ दिए गए।

यह भी पढ़ें...महाराष्ट्र में BJP-शिवसेना की लड़ाई धमकी और चेतावनी तक पहुंची

पुलिस और वकीलों के बीच झड़प के बाद कोर्ट परिसर में तनाव फैल गया। मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी बताया कि कैदियों की एक गाड़ी में भी आग लगा दी गई। आग बुझाने के लिए मौके पर दमकल की गाड़ियां पहुंची। मौके पर अतिरिक्त पुलिस बल को भी भेजा गया। झड़प में कई वकील भी घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

यह भी पढ़ें...एजेंला मर्केल का दौरा भारत के लिए कई मायनों में खास, जानिए क्यों

मिली जानकारी के मुताबिक विवाद की शुरुआत दोपहर करीब साढ़े 3 बजे के करीब लॉक अप के बाहर एक पुलिसकर्मी और विजय नाम के वकील के बीच कहासुनी हुई। इसके बाद दिल्ली पुलिस की थर्ड बटालियन में तैनात एक पुलिसकर्मी ने कथित तौर पर फायरिंग की। जिसके बाद वकील कोर्ट के बाहर जमा हो गए और ट्रैफिक जाम कर दिया।

दिल्ली बार काउंसिल के चेयरमैन केसी मित्तल का कहना है कि बिना किसी उकसावे के पुलिस की तरफ से तीस हजारी कोर्ट में की गई फायरिंग की निंदा करते हैं।

यह भी पढ़ें...सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी, लश्कर का एक आतंकी हिरासत में

उन्होंने कहा कि एक युवा वकील को लॉकअप में बंदकर में पीटा गया है। यह पुलिस की मनमानी है। उन्हें बर्खास्त किया जाए और केस चलाया जाए। हम दिल्ली के वकीलों के साथ खड़े हैं।

तीस हजारी बार एसोसिएशन के पदाधिकारी जय बिस्वाल का कहना है कि पुलिस की गाड़ी ने एक वकील की गाड़ी में टक्कर मार दी। इसके बाद पुलिसकर्मी और वकील के बीच बहस होने लगी। उन्होंने आरोप लगया कि पुलिसकर्मी ने वकील को घसीटा था।

यह भी पढ़ें...धमाल ही धमाल: महिलाओं के बाद पुरुष भी, तोक्यो ओलंपिक के लिए किया क्वालिफाइ

कड़कड़डूमा कोर्ट में मचाया बवाल

तीस हजारी कोर्ट के बाद अब दिल्ली के कड़कड़डूमा कोर्ट में भी बवाल शुरू हो गया है। भारी संख्या में मौजूद वकीलों ने कोर्ट के बाहर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। इसके साथ ही गाड़ियों में लगा दी और लगे बैरिकेड भी जला दिए।

दोनों पक्षों ने दर्ज कराया केस

कोर्ट में शनिवार को वकीलों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प के बाद दोनों तरफ से केस दर्ज किए हैं। क्राइम ब्रांच की एसआईटी टीम इस मामले की जांच करेगी, जिसकी कमान स्पेशल कमिश्नर स्तर के अधिकारियों के हाथों में होगी।

यह भी पढ़ें...मोदी सरकार ने जारी किया देश का नया नक्शा, देखें जम्मू-कश्मीर और लद्दाख का मैप

पुलिस के मुताबिक विवाद पार्किंग को लेकर हुई थी। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मारपीट की गई। इस मामले में सीसीटीवी फुटेज देखी जा रही है। इस घटना में 20 पुलिसकर्मी, एक एडिशनल डीसीपी, 2 एसएचओ को चोटें आईं हैं।

इसके अलावा 8 वकील चोटिल हुए हैं। 12 प्राइवेट बाइक, एक क्यूआरटी पुलिस जिप्सी और 8 जेल वैन डैमेज हो गईं, जिनमें कुछ को आग लगाई गई।

एडिशनल डीसीपी हरेंद्र सिंह ने कहा कि थर्ड बटालियन के पुलिस और वकीलों के बीच हाथापाई पार्किंग को लेकर हुई थी। इस मामले में कुछ अन्य वकील भी शामिल हुए, वे लॉकअप के अंदर घुसना चाहते थे और वे बदला लेना चाहते थे, लेकिन हमने वकीलों को अंदर नहीं आने दिया।

यह भी पढ़ें...खतरनाक सॉफ्टवेयर: जासूस बनकर करता हैक, 1400 से ज्यादा का डाटा लीक

उन्होंने कहा कि हमने अंदर से ताला बंद कर दिया ताकि बिना किसी खतरे के जवानों और कैदियों को अदालत के सामने पेश किया जाए। जब वकील अंदर नहीं जा सके तो वे आग जलाकर लॉकअप तोड़ना चाहते थे।

उन्होंने कहा कि कोर्ट परिसर के अंदर हमलोगों ने सिर्फ पुलिस ही नहीं कैदियों की भी जान बचाने की कोशिश की। अगर किसी को गोली लगी है तो वो मेडिकल रिपोर्ट में सामने आएगा। हमें चोटें आईं। मुझे गर्व है कि मैंने लोगों को बचाया।

Tags:    

Similar News