Draupadi Murmu: क्रॉस वोटिंग से और मजबूत हुईं द्रौपदी मुर्मू, कई राज्यों में मिला फायदा, असम में हुआ सबसे बड़ा खेल

Presidential Election Result: विपक्षी दलों के 17 सांसदों ने बड़ा खेल किया। भाजपा की ओर से दावा किया गया 17 विपक्षी सांसदों ने राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग की।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update:2022-07-22 09:09 IST

भारत की नई राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (photo: social media )

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Presidential Election Result: नई दिल्ली राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीद के मुताबिक एनडीए की आदिवासी महिला उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) ने बड़ी जीत हासिल की है। उन्होंने 64.04 फीसदी मत हासिल करते हुए विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) को बड़े अंतर से हराया। वैसे तो मुर्मू की जीत पहले से ही तय मानी जा रही थी मगर मतों के अंतर से साफ है कि राष्ट्रपति चुनाव (Presidential Election) में हुई जमकर क्रॉस वोटिंग ने मुर्मू की जीत को और बड़ा बना दिया।

चुनाव के दौरान जहां कुछ सदस्यों ने खुलकर क्रॉस वोटिंग (cross voting) की, वही काफी संख्या में सांसद और विधायक ऐसे भी थे जिन्होंने अपने पत्ते तो नहीं खोले मगर पार्टी लाइन से अलग हटते हुए मुर्मू को ही वोट दिया। यदि पूरे देश की बात की जाए तो 17 सांसदों और 126 विधायकों के क्रॉस वोटिंग करने की बात उजागर हुई है। सबसे बड़ी क्रॉस वोटिंग असम में हुई है जहां 25 विधायकों ने पार्टी लाइन से अलग हटकर मुर्मू का समर्थन किया है।

17 सांसदों ने दिया यशवंत सिन्हा को झटका

राष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी दलों के 17 सांसदों ने बड़ा खेल किया। भाजपा की ओर से दावा किया गया है कि 17 विपक्षी सांसदों ने राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग की है। भाजपा सूत्रों के मुताबिक पार्टी को मुर्मू को 523 सांसदों का समर्थन मिलने का अनुमान था मगर मुर्मू को पहले चरण में 540 सांसदों का समर्थन मिला है।

विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को सिर्फ 208 सांसदों का ही समर्थन मिला है। भाजपा सूत्रों का कहना है कि विपक्ष के 17 सांसदों ने मुर्मू के पक्ष में मतदान किया है। अगर सांसदों के मतों की वैल्यू को देखा जाए तो मुर्मू को 3,78,000 वोट हासिल हुए हैं जबकि यशवंत सिन्हा को 1,45,600 मत ही हासिल हुए। सांसदों के मतों के मामले में ही यशवंत सिन्हा मुर्मू से काफी पिछड़ गए।

असम में हुआ सबसे बड़ा खेल

यदि राज्यों में हुए विधायकों के मतदान की बात की जाए तो वहां भी क्रास वोटिंग का द्रौपदी मुर्मू को बड़ा फायदा मिला है। जानकारों का कहना है कि करीब 126 विधायकों ने पार्टी लाइन से अलग हटते हुए क्रॉस वोटिंग की है। सबसे बड़ा खेल तो असम में हुआ है जहां 25 विधायकों ने यशवंत सिन्हा को बड़ा झटका देते हुए मुर्मू का समर्थन किया।

राज्य के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वास सरमा का कहना है कि 126 सदस्यों वाली असम विधानसभा में द्रौपदी मुर्मू 104 विधायकों का समर्थन हासिल करने में कामयाब रहीं। वैसे असम में एनडीए की ताकत 79 विधायकों की ही है। इसका मतलब साफ है कि दूसरे दलों के 25 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग करके मुर्मू को बड़ा फायदा पहुंचाया।

कई राज्यों में हुई जमकर क्रॉस वोटिंग

शिवसेना में हुई बगावत के बाद सियासी उठापटक वाले राज्य महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में भी राष्ट्रपति चुनाव के दौरान जमकर खेल हुआ। महाराष्ट्र में करीब 16 विधायकों ने पार्टी लाइन से अलग हटते हुए मुर्मू को समर्थन दिया है जबकि मध्य प्रदेश के बारे में दावा किया जा रहा है कि यहां 18 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है। झारखंड विधानसभा में झामुमो के समर्थन के बाद मुर्मू की स्थिति पहले ही मजबूत मानी जा रही थी मगर उन्हें 10 विधायकों की क्रास वोटिंग का भी फायदा मिला।

भाजपा शासित राज्य गुजरात में भी मुर्मू काफी मजबूत बनकर उभरीं और यहां पर भी उन्हें 10 विधायकों की क्रॉस वोटिंग से जीत का अंतर बढ़ाने में मदद मिली। उत्तर प्रदेश में भी सुभासपा के समर्थन और सपा में हुई क्रॉस वोटिंग से मुर्मू को मजबूती मिली। जानकारों का कहना है कि छत्तीसगढ़ में छह, गोवा में चार, मेघालय में सात, हिमाचल प्रदेश में दो, बिहार में 6 और अरुणाचल प्रदेश में एक विधायक ने क्रॉस वोटिंग करके मुर्मू की जीत को और बड़ा बना दिया।

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