आर्टिकल 370 हटने के बाद कश्मीर में पहली बार होगा ऐसा, आए हैं विदेशी मेहमान
अभी तक भारत की तरफ से किसी भी विदेशी प्रतिनिधिमंडल को जम्मू कश्मीर का दौरा करने की इजाजत नहीं दी गई थी। ऐसे में यह दौरा काफी अहम माना जा रहा है।
नई दिल्ली: पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के हटने के बाद पहली बार यूरोपियन संसद के 28 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल मंगलवार यानि 29 अक्टूबर को वहां का दौरा करेगा। जानकारी के अनुसार आर्टिकल 370 के हटने के बाद पहली बार किसी विदेशी प्रतिनिधिमंडल का यहां पहला दौरा है।
आर्टिकल 370 के राज्य से हटने के बाद से ही यह विषय दुनिया भर में चर्चा का मुद्दा बना हुआ है। वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान यह मामला लगातार दुनिया के सामने उठाया रहा है। इसी बीच यूरोपियन प्रतिनिधिमंडल का यह दौरा बेहद महत्वपूर्ण है।
महबूबा मुफ्ती ने किया Tweet कर कहा
इस बीच यूरोपियन यूनियन के सदस्यों के कश्मीर दौरे को लेकर जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी इस मुद्दें को लेकर ट्वीट किया है। महबूबा मुफ़्ती ने ट्वीट किया, 'उम्मीद करें कि उन्हें लोगों से, स्थानीय मीडिया से, डॉक्टरों और सिविल सोसाइटी के सदस्यों से बात करने का भी मौक़ा मिलेगा। कश्मीर और बाक़ी दुनिया के बीच लोहे का जो परदा पड़ा है उसे उठाने की ज़रूरत है और जम्मू-कश्मीर को संकट में धकेलने के लिए भारत सरकार को ज़िम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।
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बता दें कि यह प्रतिनिधिमंडल जम्मू कश्मीर के वर्तमान हालात देखने के लिए जाएगा। इससे पहले यह प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से मिला। वहीं, आज यह प्रतिनिधिमंडल उप-राष्ट्रपति वेंकैया नायडू से मुलाकात करेगा।
अभी तक भारत की तरफ से किसी भी विदेशी प्रतिनिधिमंडल को जम्मू कश्मीर का दौरा करने की इजाजत नहीं दी गई थी। ऐसे में यह दौरा काफी अहम माना जा रहा है।