Kidnapping Case: कार की डिग्गी में बिजनेसमैन के बेटे को किडनैप कर ले जा रहे थे बदमाश, ऐसे पकड़े गए सातिर

Kidnapping Case: ईशांत अग्रवाल (18 वर्ष) फरीदाबाद का रहने वाला है। वह बीबीए का छात्र है। पिता फर्नीचल व्यापारी हैं। वह बीते मंगलवार को फरादाबाद से नोएडा अपने बहन के घर जाने के लिए निकला था।

Update:2023-10-26 17:53 IST

faridabad businessman son kidnap case (Photo-Social Media)

Kidnapping Case: एक करोड़ रुपये की फिरौती के लिए बदमाशों ने व्यापारी के 18 वर्षीय लड़के को किडनैप कर लिया। इसके बाद उसे हरियाणा के फरीदाबाद से नोएडा होते हुए उत्तर प्रदेश लेकर आए। लेकिन जैसे ही बदमाशों नें यमुना एक्सप्रेसवे पर टोल प्लाजा पर कार पहुंची, टोल कटने का मैसेज व्यापारी के फोन पर पहुंच गया। इस तरह किडनैपर्स की लोकेशन पता चल गई और पुलिस तुरंत हरकत में आई उन्हें आगरा के पास से धर दबोचा। साथ ही किडनैप किए गए लड़के को भी कार की डिक्की से सकुशल बरामद कर लिया।

ये था पूरा मामला

ईशांत अग्रवाल (18 वर्ष) फरीदाबाद का रहने वाला है। वह बीबीए का छात्र है। पिता फर्नीचल व्यापारी हैं। वह बीते मंगलवार को फरादाबाद से नोएडा अपने बहन के घर जाने के लिए निकला था। वह अपने पता की कार से जा रहा था उसके साथ उसका ड्राइवर आकाश यादव भी मौजूद था। आकाश यूपी के मैनपुरी का रहने वाला है।

घंटों बीत जाने के बाद भी ईशांत नोएडा नहीं पहुंचा तो आशीष अग्रवाल ने उसे फोन किया। लेकिन ईशांत का फोन स्वीच ऑफ आ रहा था। इसके बाद आकाश ने यह बात पारस गुप्ता को बताई। पारस गुप्ता वही हैं जहां पर ईशांत जा रहा था। इसके बाद दोनों परिवार मिलकर ईशांत की खोजबीन शुरू की।

आशीष की कार जिसमें ईंशांत को किडनैप करके ले जाया जा रहा था, जैसे ही कार यमुना एक्सप्रेसवे टोल प्लाजा पर पहुंची कार में लगे फास्टैग से पैसा कटा तो आशीष के मोबाइल पर मैसेज आ गया। इसके बाद उन्हें शक हुआ। उन्होंने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी। इसके बाद फरीदाबाद पुलिस ने फरीदाबाद पुलिस ने यमुना एक्सप्रेसवे से लगे सभी थानों की पुलिस को अलर्ट कर दिया। आगरा के आसपास की पुलिस एक्टिव हो गई। पुलिस ने नाकेबंदी कर गाड़ियों की जांच शुरू की। ट्रक लगाकर गाड़ियों को रोकने का प्रयास किया गया। इसके बाद पुलिस को एक संदिग्ध कार आती हुई दिखी। रोककर चेकिंग करने पर कार की डिग्गी से ईशांत बरामद हुआ। 

ड्राइवर ने ऐसे किया था किडनैप

पुलिस द्वारा की जा रही शुरुआती जांच में ड्राइवर ही मुख्य साजिशकर्ता नजर आ रहा है। क्योंकि आकाश ने ही ईशांत को कार चलाने के लिए बुलाया था। रास्ते में आकाश ने टॉयलेट जाने के बहाने कार रोक दी। इसी बीच दूसरा साथी आया और ईशांत पर तमंचा तान दिया। इसके बाद दोनों उसे अगवाकर मैनपुरी की ओर ले जाने लगे। उन्होंने ईशांत को कार की डिग्गी में डाल दिया था। लेकिन टोल कटने से सारा काम खराब हो गया।

मिली जानकारी के अनुसार आरोपी ड्राइवर आकाश और उसके साथी का उम्र क्रमश: 25 और 26 साल है। आकाश तीन महीने से अग्रवाल परिवार में कार चला रहा था। आकाश मूलरूप से यूपी के मैनपुरी का रहने वाला है।

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