चुनौती बना भारत बंद: भाजपा शासित राज्यों में अलर्ट पुलिस, इन पर कड़ी नजर

किसान संगठनों की ओर से मंगलवार को भारत बंद का आह्वान भाजपा शासित राज्यों की सरकारों के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। बंद की कामयाबी से राज्य सरकारों की काफी किरकिरी होगी और इसीलिए भाजपा शासित राज्यों की सरकारें बंद को विफल बनाने में लगी हुई हैं।

Update: 2020-12-08 04:59 GMT
चुनौती बना भारत बंद: भाजपा शासित राज्यों में अलर्ट पुलिस, इन पर कड़ी नजर

नई दिल्ली: किसान संगठनों की ओर से मंगलवार को भारत बंद का आह्वान भाजपा शासित राज्यों की सरकारों के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। बंद की कामयाबी से राज्य सरकारों की काफी किरकिरी होगी और इसीलिए भाजपा शासित राज्यों की सरकारें बंद को विफल बनाने में लगी हुई हैं। भाजपा शासित हरियाणा में बंद का व्यापक असर पड़ने की संभावना जताई जा रही है क्योंकि हरियाणा के काफी संख्या में किसान नए कृषि कानूनों के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे हैं।

वैसे भाजपा शासित राज्यों में बंद के दौरान जोर जबर्दस्ती करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी भी की गई है। भाजपा शासित उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और गुजरात के मुख्यमंत्रियों ने बंद को लेकर विपक्ष पर बड़ा हमला बोला है। जोर जबर्दस्ती करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी भी दी है।

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उत्तर प्रदेश में कड़ी कार्रवाई की तैयारी

उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने भारत बंद के दौरान किसी भी तरह की अशांति पैदा करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। गृह विभाग और पुलिस विभाग की ओर से जिले के अधिकारियों को भेजे गए निर्देश में कहा गया है कि बंद के दौरान अराजकता फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। इसके साथ ही जोर जबर्दस्ती करने वालों पर भी नजर रखने का निर्देश दिया गया है।

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में खास सतर्कता

प्रतिबंधित संगठनों और असामाजिक तत्वों पर भी नजर रखने का निर्देश दिया गया है। गृह विभाग की ओर से जारी एडवाइजरी में किसान संगठनों से संवाद बनाए रखने और अप्रिय घटना न होने देने का निर्देश दिया गया है। प्रदेश सरकार की ओर से खासतौर पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सतर्कता बरती जा रही है। गृह विभाग ने कहा है कि गाजियाबाद और नोएडा में किसानों के प्रदर्शन में शामिल होने वाले लोगों का विवरण रखा जाए। राज्यों की सीमाओं पर भी चौकसी की तैयारी है ताकि किसान यूपी के रास्ते दिल्ली ना जाने पाएं।

योगी ने विपक्ष पर बोला बड़ा हमला

प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरोप लगाया है कि विपक्ष भोले-भाले किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर अराजकता पैदा करने की साजिश रच रहा है। उन्होंने कहा कि विपक्ष दोहरा चरित्र अपना रहा है। उन्होंने भारत बंद का समर्थन करने वाले विपक्षी दलों से माफी मांगने को भी कहा है। योगी ने कहा कि कांग्रेस ने खुद अपने चुनावी घोषणा पत्र में एपीएमसी एक्ट में संशोधन की बात कही थी और यूपीए की सरकार में कृषि मंत्री रहे शरद पवार ने इस बाबत राज्यों को चिट्ठी भी लिखी थी मगर अब यह कदम उठाए जाने पर सियासत शुरू कर दी गई है।

रुपाणी ने भी साधा विपक्ष पर निशाना

गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने भी साफ कर दिया है कि राज्य में बंद करवाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत बंद के आंदोलन में किसान सिर्फ नाम का है। सही बात तो यह है कि खुद का अस्तित्व बचाने के लिए विपक्ष की ओर से किसानों को आगे करके सियासत की जा रही है। किसान नेताओं ने कहा था कि वे किसी भी राजनीतिक दल को आंदोलन से नहीं जोड़ेंगे मगर अब विपक्ष किसानों के साथ जुड़कर सियासत में लगा हुआ है।

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गुजरात में पुलिस बल की व्यापक तैनाती

गुजरात के सीएम ने कहा कि राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति को बनाए रखने के लिए सरकार की ओर से सभी कदम उठाए जाएंगे। बंद के मद्देनजर सभी जगहों पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। हाईवे पर चक्का जाम रोकने के लिए एंट्री पॉइंट पर पुलिस तैनात की गई है ताकि हाईवे से गुजरने वाले वाहनों को किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े।

किसानों को गुमराह करने का आरोप

भाजपा शासित एक और राज्य मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कृषि कानूनों को लेकर विपक्षी दलों पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की नाव पूरी तरह डूब रही है। इसीलिए यह पार्टी किसानों को गुमराह करके खुद को बचाने की कोशिश में जुटी हुई है। उन्होंने कहा कि डीएमके, आप, सपा, अकाली दल, टीएमसी और वामदल किसानों के मुद्दे पर सियासत में जुटे हुए हैं जबकि इन्होंने किसानों की बेहतरी के लिए कभी कुछ नहीं किया। मध्य प्रदेश सरकार ने भी राज्य में जोर जबर्दस्ती करने वालों पर कड़ी कार्रवाई के संकेत दिए हैं। सूत्रों के मुताबिक राज्य सरकार की ओर से कहा गया है कि आवश्यक सेवाओं की राह में किसी भी प्रकार की रुकावट को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

हरियाणा में दिखेगा बंद का असर

हरियाणा के काफी संख्या में किसान आंदोलन में शामिल हैं और हरियाणा में बंद का असर दिखने की संभावना जताई जा रही है। इसलिए हरियाणा सरकार की ओर से भी कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए व्यापक तैयारियां की गई हैं। राज्य सरकार की ओर से महत्वपूर्ण स्थानों पर पुलिस बल की तैनाती की गई है।

अंशुमान तिवारी

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