यहां बाढ़ ने मचाया कोहराम, 44 लोगों की मौत, लाखों हुए बेघर

बिहार व पूर्वोत्तर क्षेत्रों में बाढ़ से लगभग 70 लाख से अधिक नागरिक प्रभावित हुए हैं और बाढ़ की वजह से मरने वालों की संख्या बढ़कर 44 की मौत हो गयी। बाढ़ से प्रभावित इन इलाकों में पानी भरने से अब लोगों की हिम्मत जवाब देने लगी है।

Update:2019-07-16 10:43 IST
AASAM FLOOD

नई दिल्ली : बिहार व पूर्वोत्तर क्षेत्रों में बाढ़ से लगभग 70 लाख से अधिक नागरिक प्रभावित हुए हैं और बाढ़ की वजह से मरने वालों की संख्या बढ़कर 44 की मौत हो गयी। बाढ़ से प्रभावित इन इलाकों में पानी भरने से अब लोगों की हिम्मत जवाब देने लगी है। सीमापार नेपाल में भी भारी बारिश के चलते आपदा का सामना करना पड़ रहा हैं। वैसे बिहार में नेपाल में हो रही बारिश की ही वजह से बाढ़ का कहर मचा हुआ है।

जिलों में अररिया में और मोतिहारी में 30 लोगों की जान चली गई है। दरभंगा में बचाव कार्यों के साथ आपदाग्रस्त लोगों के लिए खाने के पैकेट बंटवाए जा रहे हैं और चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है। सीएम नितीश कुमार ने हवाई साधन के जरिए पूर्णिया, अररिया, कटिहार और किशनगंज जिलों का जायजा लिया था।

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इन देशों में बारिश को मचा कोहराम

त्रिपुरा :

त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में बाढ़ से बेघर हुए 10 हजार लोग भटक रहे थे। और 15 हजार लोग बेघर हो गये है। जिन्हें राहत शिविरों में शरण दी गई है। प्रदेश में हजारों नागरिकों को सरकारी इमारतों में आश्रय दिया गया है। हालांकि सोमवार शाम को नदियों का जलस्तर घटने से सुधार आने लगा।

मेघालय :

मेघालय में सवा लाख लोग प्रभावित हुए है। लगातार सात दिन की बारिश से मेघालय में सवा लाख नागरिक बाढ़ की चपेट में हैं। ब्रह्मपुत्र व जिंजिराम नदियों के ऊफान ने कई इलाकों को डुबो दिया है। पश्चिम गारो पर्वतीय जिले के मैदानी इलाके बाढ़ की चपेट में हैं। डेमडेमा ब्लॉक के 50 गांवों के और सेलसेल्ला ब्लॉक के 104 गांवों के नागरिक बाढ़ की चपेट में हैं। राजधानी शिलांग के निचले इलाकों में पानी भरा है।

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मिजोरम :

मिजोरम में खावथलांगतुईपुई नदी में बाढ़ से लुंगेई जिले में 700 घर बाढ़ में डूबे हैं। आठ सौ परिवारों को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया है। बारिश से अब तक पांच नागरिकों की मौत हुई है।

महाराष्ट्र :

महाराष्ट्र में भी भारी बारिश के बाद पालघर और ठाणे जिलों को हाईअलर्ट पर रखा गया है। क्योंकि क्षेत्र में बने दो बड़े बांध पूरी तरह भर चुके हैं।

NDRF की 119 टीमें रेसक्यू ऑपरेशन पर

राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने बाढ़ राहत कार्यों के लिए के लिए देश में कुल 119 टीमें लगाई गई हैं। हर टीम में 45 सदस्य हैं। टीमों ने असम में करीब 3000 लोगों को बचाया है।

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पीएम मोदी ने सीएम से ली हालात की जानकारी

पीएम ने फोन कर असम सीएम सर्बानंद सोनोवाल से हालात की जानकारी ली। सोनोवाल ने बताया कि 31 जिलों पर बाढ़ का बुरा असर हुआ है।

पीएम मोदी ने उन्हें केंद्र से सभी तरह की सहायता मुहैया करवाने और हालात पर नियंत्रण पाने में मदद का आश्वासन दिया। वहीं असम से कांग्रेस सांसदों ने बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग के लिए संसद में गांधी प्रतिमा के सामने बैनर दर्शा कर प्रदर्शन किया। यहां डेढ़ लाख हैक्टेयर खेती बर्बाद हुई है।

वन्यजीव तलाश रहे ठिकाना

काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान का 70 प्रतिशत हिस्सा बाढ़ की चपेट में है। यहां भारतीय गैंडे सहित विभिन्न वन्य जीव व विश्व धरोहर स्थल भी बाढ़ की चपेट में हैं। वन्यजीव ऊंची जगहों पर शरण की तलाश रहे हैं।

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