UAE पहुंचे राफेल फाइटर जेट, 7 घंटे लगातार भरी उड़ान, जानिए कब पहुंचेगा भारत

फ्रांस ने भारत को पांच राफेल लड़ाकू विमान सौंप दिए हैं। फ्रांस से रवाना हुए पांच राफेल विमानों का पहला जत्था संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) पहुंच गया है।

Update:2020-07-28 00:04 IST
Rafale

नई दिल्ली: फ्रांस ने भारत को पांच राफेल लड़ाकू विमान सौंप दिए हैं। फ्रांस से रवाना हुए पांच राफेल विमानों का पहला जत्था संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) पहुंच गया है। राफेल विमानों ने फ्रांस के मेरिनेक एयरबेस से भारत के लिए उड़ान भरी थी। राफेल विमानों के पहले जत्थे में शामिल पांच विमानों ने 7 घंटे उड़ने के बाद संयुक्त अरब अमीरात के अल दफरा हवाई अड्डे पर सुरक्षित लैंड किया।

यूएई के अल दफरा एयरपोर्ट पर विमानों की लैंडिंग पायलट्स की वजह पायलट्स को आराम देना है। ये पांचों राफेल विमान सात हजार किलोमीटर की दूरी तय कर 29 जुलाई को भारत आएंगे। इन विमानों को अंबाला में भारतीय वायु सेना के बेड़े में शामिल किया जाएगा।

अंबाला पहुंचने के बाद राफेल लड़ाकू विमानों को मिसाइल सिस्टम से लैस कर दिया जाएगा। राफेल को स्कैल्प, मेटेओर और हैमर मिसाइल से लैस करना है। मिली जानकारी के मुताबिक राफेल की एक स्क्वाड्रन अंबाला में रहेगा, जबकि दूसरा पश्चिम बंगाल के हाशीमारा में तैनात होगा।

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राफेल की ताकत

1 मिनट में विमान के दोनों तरफ से 30 MM की तोप से 2500 राउंड गोले दाग सकता है।

राफेल लड़ाकू विमान की मारक क्षमता 3700 KM. है जबकि यह 2,130 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ सकता है।

यह दो इंजन वाला लड़ाकू विमान है, जो भारतीय वायुसेना की पहली पसंद है।

इसकी खासियत यह है कि इसे हर तरह के मिशन में भेजा जा सकता है।

300 किमी. की रेंज से हवा से जमीन पर हमला करने में सक्षम, हथियारों के स्टोरेज के लिए 6 महीने की गारंटी।

हवा से जमीन पर मार वाली स्कैल्प मिसाइल।

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9.3 टन वजन के साथ 1650 KM. तक उड़ान भरने में सक्षम है।

14 हार्ड प्वाइंट के जरिए भारी हथियार भी गिराने की क्षमता है।

अत्याधुनिक हथियारों से लैस होगा राफेल, प्लेन के साथ मेटेअर मिसाइल भी है।

अफगानिस्तान और लीबिया में अपनी ताकत का कर चुका है प्रदर्शन।

150 किमी की बियोंड विज़ुअल रेंज।

75 फीसदी विमान हमेशा ऑपरेशन के लिए तैयार, परमाणु हथियार ले जाने में हैं सक्षम।

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भारत और फ्रांस के बीच 36 राफेल लड़ाकू विमानों का सौदा

बता दें कि राफेल में भारतीय वायुसेना के हिसाब से फेरबदल भी किए गए हैं। भारत और फ्रांस के बीच यह सौदा उस वक्त हुआ था, जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी फ्रांस दौरे पर गए थे। तभी 36 राफेल लड़ाकू विमानों का सौदा हुआ था। फ्रांस से उड़ान भर चुके राफेल विमान 29 जुलाई की सुबह भारत पहुंचेंगे।

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