इस सीएम ने कहा-भगवान भी आ जाएं तो हर नागरिक को सरकारी नौकरी नहीं दे सकते

दरअसल राजनीति में आने से पहले प्रमोद सावंत उत्तरी गोवा के असिलो अस्पताल में चिकित्सक का काम करते थे। उन्हें राजनीति में लाने वाले नेता मनोहर पर्रिकर थे।

Update: 2020-10-31 13:48 GMT
पर्रिकर 2012 में पहली बार गोवा के मुख्यमंत्री के रूप में चुने गए थे। जबकि मनोहर पर्रिकर के देहांत के बाद 19 मार्च 2019 को प्रमोद सावंत गोवा के मुख्यमंत्री बने।

नई दिल्ली: गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा है कि यदि भगवान भी राज्य में शासन के लिए आ जाएं तो भी वह हर नागरिक को सरकारी नौकरी नहीं दे सकेंगे।

सावंत ने राज्य द्वारा आयोजित रोजगार मेले के उद्घाटन में कहा कि सरकार पांच से छह हजार लोगों को सरकारी विभागों में रख सकती है।

उन्होंने कहा, 'मेरे पास कई लोग सरकारी नौकरी के लिए आते हैं, लेकिन हर नागरिक को सरकारी क्षेत्र में समायोजित करना असंभव है।

जन्मदिन मनाने को लेकर काफी चर्चा में रहे हैं सीएम सावंत

दरअसल गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत अपने जन्मदिन मनाने के तरीके को लेकर पहले खूब चर्चा में रहे हैं। बीते दिनों उन्होंने जन्मदिन को यादगार बनाने के लिए एक नायाब तरीका निकाला था, जिसकी खूब तारीफ हुई थी। प्रमोद सावंत राजनीति में आने से पहले आयुर्वेदिक डॉक्टर रहे हैं।

सीएम बनने के बाद वे अपने जन्मदिन के मौके पर एक बार फिर पुरानी भूमिका में लौटे थे और कोरोना वायरस महामारी के बीच फ्रंट लाइन पर काम कर रहे डॉक्टरों के साथ कंधे से कंधा मिलाते हुए उन्होंने मरीजों को ओपीडी में दवाएं भी लिखी थी।

पर्चा काउंटर(फोटो:सोशल मीडिया)

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इलाज के साथ मरीजों ने सीएम को बताई अपनी परेशानी

मरीजों को जब मालूम पड़ा था कि आज सीएम खुद मरीजों को ओपीडी में देख रहे हैं तो वहां पर लम्बी लाइन लग गई। हर कोई इलाज के साथ अपना दुख दर्द भी उनके आगे बयां करना चाहता था।

जब पत्रकारों ने उनसे इस बारें में बात की तो सीएम सावंत ने कहा, ''आज मेरा जन्मदिन है, लेकिन मैंने फैसला किया कि इसका जश्न नहीं मनाऊंगा। मैं मुख्यमंत्री हूं, लेकिन पेशे से मैं एक आयुर्वेदिक डॉक्टर हूं।

स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन वॉरियर्स के साथ एकजुटता दिखाने के लिए मैंने आधा दिन असिलो अस्पताल में बिताने का फैसला किया।

मैं आयुर्वेदिक ओपीडी में बैठा और डॉक्टरों से कहा कि आज मैं सभी मरीजों को देखूंगा। 2008 के बाद पहली बार ऐसा करके मुझे अच्छा महसूस हो रहा है।''

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ओपीडी के बाहर मरीजों की भीड़(फोटो:सोशल मीडिया)

डॉक्टर से कैसे बने राजनेता

दरअसल राजनीति में आने से पहले प्रमोद सावंत उत्तरी गोवा के असिलो अस्पताल में चिकित्सक का काम करते थे। उन्हें राजनीति में लाने वाले नेता मनोहर पर्रिकर थे।

पर्रिकर 2012 में पहली बार गोवा के मुख्यमंत्री के रूप में चुने गए थे। जबकि मनोहर पर्रिकर के देहांत के बाद 19 मार्च 2019 को प्रमोद सावंत गोवा के मुख्यमंत्री बने।

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