Haldwani Violence Update: मस्जिदों में नहीं पढ़ी जाएगी जुमे की नमाज, बढ़ाई गई कर्फ्यू में ढील

Haldwani Violence Update: बनभूलपुरा थाना क्षेत्र को छोड़कर बाकी जगहों से कर्फ्यू हटा दिया गया है और इंटरनेट सेवा भी बहाल कर दी गई है।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update: 2024-02-16 06:01 GMT

Haldwani Violence Update  (photo: social media )

Haldwani Violence Update: उत्तराखंड के नैनीताल जिले के हल्द्वानी शहर में 8 फरवरी को हुई हिंसा के आरोपियों की धर पकड़ जारी है। हालांकि, मुख्य आरोपी और मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। घटना के 9 दिन हो चुके हैं और हालात शांतिपूर्ण हैं। बनभूलपुरा थाना क्षेत्र को छोड़कर बाकी जगहों से कर्फ्यू हटा दिया गया है और इंटरनेट सेवा भी बहाल कर दी गई है। बाजार और स्कूलें पूर्व की तरह चल रही हैं।

नैनीताल जिला प्रशासन बनभूलपुरा क्षेत्र में भी धीरे-धीरे स्थिति को सामान्य करने की कोशिश में जुटा हुआ है। गुरुवार को कर्फ्यू में थोड़ी ढील भी दी गई थी। दो घंटे के लिए बाजार खोले गए थे। आज यानी शुक्रवार को भी कर्फ्यू में ढील बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। आज दो की बजाय तीन घंटे तक दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई है।

मस्जिदों में जुमे की नमाज पर रोक

जिला प्रशासन ने मौजूदा स्थिति का अवलोकन करते हुए मस्जिदों में जुमे की नमाज अदा करने पर आज रोक लगा दी है। प्रशासन ने लोगों से अपने घरों में ही जुमे की नमाज पढ़ने की अपील की है। दरअसल, जुमे की नमाज के बाद माहौल बिगड़ने का खतरा है, इसलिए प्रशासन की ओर से ये निर्णय लिया गया है। बीते सप्ताह यूपी के बरेली में इसी तरह शुक्रवार को नमाज के बाद हिंसा भड़क गई थी।

बनभूलपुरा इलाके में कर्फ्यू में दी गई ढील

शुक्रवार को बनभूलपुरा समेत अन्य कर्फ्यू वाले इलाके में दो की जगह तीन घंटे की ढील रहेगी। लाइन नंबर, किदवई नगर, गफूर बस्ती, मलिक का बगीचा, इंदिरा नगर और शनि बाजार रोड में ढील रहेगी। बनभूलपुरा में सुबह 8 बजे से 11 बजे तक जरूरी चीजों की दुकानें खुली रहेंगी। रेलवे बाजार और एफसीआई में ये छूट सुबह 8 बजे से शाम चार बजे तक रहेगी।

बता दें कि 8 फरवरी की शाम नगर निगम की टीम पुलिसकर्मियों के साथ मलिक का बगीचा इलाके में स्थित अवैध मस्जिद और मदरसे को ध्वस्त करने पहुंची थी। इस कार्रवाई के बाद मौके पर हिंसा भड़क उठी और उपद्रवियों की भीड़ ने उन पर हमला कर दिया। जिसमें करीब 300 लोग जख्मी हुए, इनमें 100 के करीब पुलिसकर्मी और मीडियाकर्मी शामिल हैं।

हिंसक भीड़ से खुद को बचाने के लिए पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी, जिसमें छह लोग मारे गए। नैनीताल एसएसपी प्रह्लाद मीणा ने अभी तक इस मामले में 42 आरोपियों की गिरफ्तारी की पुष्टि की है और उनके पास से थाने से लूटे हुए हथियार भी बरामद किए गए हैं। इसके अलावा जो आरोपी फरार चल रहे हैं उनके खिलाफ कोर्ट से कुर्का का आदेश लेकर उनकी संपत्ति को जब्त किया जा चुका है।

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