वैक्सीन लेने के बाद भी कोरोना संक्रमित हुए अनिल विज, विशेषज्ञ ने बताई वजह
हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज (Anil Vij) स्वदेशी कोरोना वैक्सीन लेने के बाद भी कोविड-19 संक्रमित हो गए हैं। अब AIIMS के पूर्व निदेशक एमसी मिश्र ने इसकी वजह बताई है।
नई दिल्ली: हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज (Anil Vij) कोरोना वायरस पॉजिटिव (Corona Virus Positive) पाए गए हैं। इस बार में उन्होंने खुद ट्वीट करके जानकारी दी है। बता दें कि अभी करीब 20 दिन पहले उन्होंने स्वदेशी कोरोना वैक्सीन का खुराक लिया था, लेकिन इसके बाद भी वो कोरोना की चपेट में आ गए हैं। राज्य गृहमंत्री के कोरोना संक्रमित होने से सभी लोग हैरान हैं। इसके बाद सभी लोग वैक्सीन के असर को लेकर भी सवाल खड़ा कर रहे हैं।
AIIMS के पूर्व निदेशक ने कही ये बात
हालांकि स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि अनिल विज कोरोना पॉजिटिव हो सकते हैं और इसके लिए वैक्सीन पर सवाल उठाना सही नहीं है। इस पर AIIMS के पूर्व निदेशक एमसी मिश्र का कहना है कि विज ने 20 नवंबर को वैक्सीन के ट्रायल के दौरान डोज ली थी और अब वह पॉजिटिव हो गए हैं। इसके पीछे दो कारण हो सकते हैं। पहला तो ये कि किसी भी वैक्सीन के ट्रायल के दौरान कुछ लोगों को प्लासीबो यानी दवा के भ्रम में कोई सामान्य पदार्थ दिया जाता है और कुछ को वैक्सीन की खुराक दिया जाता है।
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वैक्सीन कारगर होने में लेती है 28 दिन का समय
इस बारे में बताया भी नहीं जाता, केवल डेटा में इसका जिक्र होता है। एमसी मिश्र का कहना है कि ये भी हो सकता है कि विज को प्लासीबो दिया गया हो, वास्तविक वैक्सीन नहीं। ऐसे में उनका कोरोना पॉजिटिव होना संभव है। वहीं दूसरी वजह के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि हो सकता है कि अनिल विज को वास्तविक कोरोना वैक्सीन ही दी गई हो, लेकिन कोई भी वैक्सीन अपना असर दिखाने के लिए 28 दिन का समय लेती है। इस दौरान शरीर में एंटीबॉडीज बनती हैं और गृहमंत्री को वैक्सीन लिए हुए अभी केवल 15 दिन ही हुए हैं।
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वैक्सीन पर सवाला उठाना सही नहीं
इन 15 दिनों के दौरान उनके शरीर में अभी एंटीबॉडीज नहीं बनी हैं और वे कोरोना पॉजिटिव हो गए। मित्र का कहना है कि कोई भी वैक्सीन 15 दिन में कारगर साबित नहीं होती। ऐसे में वैक्सीन पर सवाल उठाना गलत है। ऐसा होना काफी हद तक संभव है और इससे किसी भी वैक्सीन पर सवाल नहीं खड़े किए जा सकते। भारत बायोटेक वाले इस संबंध में अपना डेटा देखेंगे और विज को लेकर जानकारी दे देंगे। बता दें कि इंडिया की भारत बायोटेक कंपनी Covaxin का निर्माण इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के साथ मिलकर कर रही है।
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