कोरोना का आधे से ज्यादा कहर दो राज्यों में, स्वास्थ्य मंत्रालय का बड़ा बयान
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि कोरोना वायरस के प्रतिदिन के ग्रोथ रेट में लगातार गिरावट आ रही है। आज यानि मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, गृह मंत्रालय और आईसीएमआर ने संयुक्त प्रेस वार्ता में कहा कि देश में कोरोना की स्थिति पर नजर डाला तो कोरोना जांच संबंधी कई बातें सामने आई है।
नई दिल्ली: स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि कोरोना वायरस के प्रतिदिन के ग्रोथ रेट में लगातार गिरावट आ रही है। आज यानि मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, गृह मंत्रालय और आईसीएमआर ने संयुक्त प्रेस वार्ता में कहा कि देश में कोरोना की स्थिति पर नजर डाला तो कोरोना जांच संबंधी कई बातें सामने आई है।
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स्थिति काफी बेहतर
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी बयान में भारत में कोरोना वायरस नियंत्रण की स्थिति काफी बेहतर है। उन्होंने कहा कि देश में कोरोना के कुल मामलों में से 86 फीसदी सिर्फ 10 राज्यों तक सीमित हैं। इनमें से दो राज्य- महाराष्ट्र और तमिलनाडु में 50 फीसदी मामले हैं। देश में कोरोना से ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है। भारत में प्रति 10 लाख जनसंख्या पर कोरोना मामलों की संख्या 657 है।
तुलनात्मक अध्ययन
देश में प्रति 10 लाख जनसंख्या पर कोरोना के कारण होने वाली मौतों की संख्या 17.2 है जबकि कई अन्य देशों में यह भारत की तुलना में 35 गुना तक ज्यादा है। देश में कोरोना के कुल मामलों का 86 फीसदी हिस्सा 10 राज्यों में है। इनमें से दो राज्यों- महाराष्ट्र और तमिलनाडु में 50 फीसदी से ज्यादा मामले हैं। अन्य आठ राज्यों में 36 फीसदी मामले हैं। देश में सक्रिय मामलों की तुलना में 1.8 गुना ज्यादा लोग ठीक हुए हैं। देश में मई के अंत तक यह लगभग 48 फीसदी हो गया और जुलाई आने तक यह लगभग 63 फीसदी हो गया है।
इन राज्यों की हालत
1206 लैब में सैंपल की जांच देश में की जा रही है। कंटेनमेंट जोन में जांच बढ़ाने की जरूरत है। ऐसे जोन में घर-घर जाकर सक्रिय मामलों की जांच की जानी चाहिए। उत्तर प्रदेश में रिकवरी रेट 64 फीसदी है। ओडिशा में यह 67 फीसदी, असम में 65 फीसदी, गुजरात में 70 फीसदी और तमिलनाडु में कोरोना से ठीक होने की दर 65 फीसदी है। मार्च में कोरोना के मामलों की प्रतिदिन बढ़ने की गति लगभग 31 फीसदी थी, मई में यह दर नौ फीसदी हो गई थी। मई के अंत तक यह दर पांच फीसदी पर आ गई थी। 12 जुलाई के आंकड़ों के अनुसार यह दर 3.24 फीसदी है।
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डब्ल्यूएचओ के बयान में प्रति 10 लाख आबादी पर रोजाना 140 लोगों की जांच कर रहे हैं तो इसे बड़ा जांच माना जा रहा। ऐसे 22 राज्य हैं जो रोज 140 या इससे ज्यादा जांच कर रहे हैं। राज्यों को जांच की संख्या बढ़ाने की सलाह दी जाती है।
वैक्सीन बनाने की तेजी
कोरोना वायरस की वैक्सीन को लेकर आईसीएमआर के बलराम भार्गव ने बताया कि भारत की दो कंपनियां वैक्सीन बनाने में लगी हैं। भारत में वैक्सीन ट्रायल के लिए 1000 वॉलंटियर तैयार हैं। अमेरिका में उपयोग में लाई जाने वाली दवाओं में 60 फीसदी दवाएं भारत में बनी हुई हैं।
कोरोना काल में देश के लिए एक अच्छी खबर है। कोरोना मामलों में रोज होने वाली बढ़ोतरी में कमी देखी जा रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ओएसडी ने बताया कि नए मामलों में कमी दिख रही है। उन्होंने बताया कि अभी देश में कोरोना के 3,11,565 एक्टिव केस हैं जबकि अब तक 5,71,459 कोरोना संक्रमित मरीज ठीक हुए हैं।