IAS Rinku Dugga: जबरन रिटायर की गईं ये महिला आईएएस अधिकारी, स्टेडियम में कुत्ता घुमाने को लेकर रही थी विवादों में

IAS Rinku Dugga: 54 वर्षीय दुग्गा फिलहाल अरूणाचल प्रदेश में इंडीजीनस अफेयर्स की प्रधान सचिव थीं। केंद्र सरकार के एक सीनियर अधिकारी ने आईएएस दुग्गा को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दिए जाने की पुष्टि की है।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update:2023-09-27 14:40 IST

IAS Rinku Dugga (photo: social media )

IAS Rinku Dugga: सरकारी नौकरी वो भी प्रशासनिक सेवा के बारे में कहा जाता है कि एकबार यहां जाने के बाद लाइफ सेट हो जाता है। निजी नौकरियों की तरह यहां हरपल खतरा नहीं मंडरता और अमूमन कोई भी शख्स अपनी सर्विस पूरी करने के बाद ही रिटायर होता है। लेकिन ये पूरा सच नहीं है। केंद्र सरकार का ताजा फैसला इसका उदाहरण है। केंद्र ने एक सीनियर महिला आईएएस अधिकारी को उनके खराब ट्रैक रिकॉर्ड के आधार पर जबरन रिटायर कर घर बैठा दिया है।

हम, जिस अधिकारी की बात करे रहे हैं, उनका नाम है आईएएस रिंकू दुग्गा। 54 वर्षीय दुग्गा फिलहाल अरूणाचल प्रदेश में इंडीजीनस अफेयर्स की प्रधान सचिव थीं। केंद्र सरकार के एक सीनियर अधिकारी ने आईएएस दुग्गा को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दिए जाने की पुष्टि की है। सरकार ने ये कदम उनके ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए उठाया है। आईएएस रिंकू दुग्गा की पति संजीव खिरवार भी आईएएस अधिकारी हैं और फिलहाल केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में पोस्टेड हैं। दोनों पति-पत्नी 1994 बैच के अधिकारी हैं।

आईएएस दुग्गा को क्यों किया गया रिटायर ?

मीडिया रिपोर्ट्स में केंद्र सरकार के एक सीनियर अधिकारी के हवाले से बताया गया कि आईएएस रिंकू दुग्गा के अब तक के सर्विस का ट्रैक रिकॉर्ड बेहतर नहीं था। उनको लेकर लगातार शिकायतें आ रही थीं। उनके व्यवहार में कोई सुधार न आता देख सरकार ने आखिरकार उन्हें जबरन रिटायर करने का निर्णय लिया। केंद्र ने सेंट्रल सिविल सर्विसेज (पेंशन) 1972 के नियम 56(J) के तहत महिला आईएएस अधिकारी को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी है।

इस नियम के मुताबिक, सरकार किसी भी सरकारी कर्मचारी को जनहित में अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे सकती है। नियम 56(J) के अनुसार, यदि किसी सरकारी कर्मचारी के खिलाफ लगातार भ्रष्टाचार और काम में अनियमितता के आरोप सामने आते रहते हैं तो ऐसे कर्मचारी या अधिकारी के काम का हर तीन माह में समीक्षा होती है। समीक्षा के बाद संबंधित कर्मचारी को नोटिस थमाया जाता है और फिर 3 माह का वेतन-भत्ता देकर अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी जाती है।

IAS रिंकू दुग्गा और इनसे जुड़ा विवाद

रिंकू दुग्गा AGMUT कैडर की साल 1994 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। उनके पति संजीव खिरवार भी 1994 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। बताया जाता है कि पढ़ाई के दौरान ही दोनों के बीच दोस्ती हुई और फिर ये मोहब्बत में तब्दील हो गई। फिर दोनों ने शादी कर ली। रिंकू दुग्गा जहां हरियाणा की रहने वाली हैं। वहीं, संजीव मूलरूप से दिल्ली के रहने वाले हैं। बीते साल दोनों विवाद में तब आए थे, जब उन पर दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में मनमानी करने का आरोप लगा था। आरोप यह था कि आईएएस दंपत्ति स्टेडियम में अपना कुत्ता घुमा सकें, इसलिए शाम सात बजते ही एथलीट्स और कोच को स्टेडियम से बाहर निकाल दिया जाता है।

पति-पत्नी के ट्रैक पर कुत्ता घुमाने का वीडियो भी सामने आया था। जिसके बाद मामले ने खासा तूल पकड़ा। जिसके बाद केंद्र सरकार ने इसमें दखल देते हुए दोनों पति-पत्नी को अलग-अलग जगह पर ट्रांसफर कर दिया था। खिरवार को लद्दाख भेज दिया गया था, तो रिंकू दुग्गा का तबादला अरूणाचल प्रदेश कर दिया गया था।

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