चीन- पाक की धमकी का भारत ने दिया मुंहतोड़ जवाब, दाग दी खतरनाक शौर्य मिसाइल

ये मिसाइल सतह से सहत पर मार करने वाली परमाणु क्षमता से लैस बैलिस्टिक मिसाइल है। इस मिसाइल का परीक्षण तटीय ओडिशा के बालासोर में किया गया।

Update:2020-10-03 15:01 IST
पूरी दुनिया जानती है कि एशिया में भारत ही ऐसा देश है जो चीन मुकाबला दे सकता है। जबकि चीन झूठ और भ्रम फैलाकरअपने मकसद को पूरा करना चाहता है।

नई दिल्ली: चीन और पाकिस्तान के साथ भारत के रिश्ते लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। भारत की चीन के साथ सीमा विवाद को लेकर तनातनी चल रही है। वहीं पकिस्तान लगातार सीमा पार से गोली बार कर सीज फायर का उल्लंघन कर रहा है। साथ ही बात-बात पर भारत को धमकी देने का काम कर रहा है।

जबकि भारत दोनों को उसी की भाषा में जवाब दे रहा है। इस बीच टकराव के माहौल में भारत ने शनिवार को शौर्य मिसाइल के नए संस्करण का सफल परीक्षण किया।

800 किमी दूर खड़े दुश्मन को कर सकती है ढेर

ये मिसाइल सतह से सहत पर मार करने वाली परमाणु क्षमता से लैस बैलिस्टिक मिसाइल है। इस मिसाइल का परीक्षण तटीय ओडिशा के बालासोर में किया गया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार शौर्य मिसाइल के इस नए संस्करण की मदद से 800 किमी दूर खड़े दुश्मन पर भी निशाना लगाया जा सकता है।

ये मिसाइल संचालित करने में हल्की और आसान होगी। ऐसा दावा किया जा रहा है कि इस मिसाइल के आने से मौजूदा मिसाइल सिस्टम को और अधिक बल मिलेगा।

पीएम नरेंद्र मोदी की फोटो(सोशल मीडिया)

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चीन के खिलाफ बड़ा कदम उठाने जा रहा अमेरिका

चीन की चालबाजियों और नापाक हरकतों से भारत की तरह ही अमेरिका भी अच्छी तरह से वाकिफ है। अमेरिका चीन की विस्तारवादी मानसिकता को भी अच्छे से जानता है।

इसलिए वह लगातार एक के बाद कई ऐसे कदम उठा रहा है, जिससे आने वाले दिनों में चीन की मुसीबतें और भी ज्यादा बढ़ने वाली हैं।

चीन के बारे में बुधवार को अमेरिकी संसद की एक रिपोर्ट जारी की गई, जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी चिंताओं, मानवाधिकारों का हनन, आपूर्ति श्रृंखला से जुड़ी परेशानियों, कोरोना वायरस महामारी से निपटने में त्रुटियों और विश्व पटल पर चीन के बढ़ते प्रभाव जैसे मुद्दों से निपटने के लिए 400 से ज्यादा नीतिगत सिफारिशें की गई हैं।

इस रिपोर्ट के अंदर चीन के खतरे का मुकाबला करने के लिए निर्णायक कार्रवाई का सुझाव देते हुए आरोप लगाया गया है कि चीन मानवाधिकार हनन में शामिल है और सैन्य तैनाती बढ़ा रहा है तथा उसने दूसरे देशों की संप्रभुता का उल्लंघन किया है।

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारत के पीएम नरेंद्र मोदी की फोटो(सोशल मीडिया)

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चीन के दुष्प्रचार को रोकने के लिए सूचना अभियान चलाएं अमेरिका: अमेरिकी रिपोर्ट

गौर करने वाली बात ये है कि इस रिपोर्ट में चीन में सत्तारूढ़ चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीपी) के दुष्प्रचार का जवाब देने के लिए सरकार की तरफ से आक्रामक सूचना अभियान चलाने को कहा गया है जो सीसीपी की “असत्य और दुष्ट” विचारधारा को कमतर करने के लिए सच और अमेरिकी मूल्यों का उपयोग करे।

इतना ही नहीं आगे रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन “भारतीय सीमा पर भूमि पर कब्जा करने के लिए घातक झड़पों को अंजाम दे रहा है।

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