चीन की अब खैर नहीं, हिन्द महासागर में उतरी चार देशों की नौसेना, युद्धपोत भी तैनात

भारत की तरफ से विक्रमादित्य और उसके लड़ाकू हेलीकॉप्टर, स्वदेशी विध्वंसक शिप कोलकाता और चेन्नई के अलावा, स्टील्थ फ्रिगेट शिप तलवार, फ्लीट सपोर्ट शिप दीपक और इंटीग्रल हेलीकॉप्टर भी अभ्यास में भाग लेंगे।

Update: 2020-11-17 13:43 GMT
इसका उद्देश्य समुद्री सुरक्षा को और मजबूत करना है। पहले चरण का यह अभ्यास 03 से 06 नवंबर तक बंगाल की खाड़ी में आयोजित किया गया था।

नई दिल्ली: भारत और चीन के दरमियान सीमा मसले को लेकर चल रही तनातनी के बीच नौसेना अभ्यास के 24 वें संस्करण का दूसरा चरण मंगलवार को उत्तरी अरब सागर में शुरू किया गया है।

इस युद्ध अभ्यास में भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया की नौसेना हिस्सा ले रही हैं। इसे मालाबार नेवल एक्सरसाइज का नाम दिया गया है।

उत्तरी अरब सागर में भारतीय नौसेना का विक्रमादित्य एयरक्राफ्ट कैरियर, अमेरिकी नौसेना का निमित्ज़ युद्धक विमान वाहक पोत और ऑस्ट्रेलियाई- जापानी नौसेनाओं के कई फ्रंटलाइन युद्धपोत 17 से 20 नवंबर तक चार दिनों तक समुद्र में युद्ध अभ्यास करते हुए देख जा सकेंगे।

चीन की अब खैर नहीं, हिन्द महासागर में उतरी चार देशों की नौसेना, युद्धपोत भी तैनात (फोटो:सोशल मीडिया)

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एडमिरल कृष्ण स्वामीनाथन करेंगे भारत की तरफ से नौसेना की अगुवाई

भारत की तरफ से विक्रमादित्य और उसके लड़ाकू हेलीकॉप्टर, स्वदेशी विध्वंसक शिप कोलकाता और चेन्नई के अलावा, स्टील्थ फ्रिगेट शिप तलवार, फ्लीट सपोर्ट शिप दीपक और इंटीग्रल हेलीकॉप्टर भी अभ्यास में भाग लेंगे। इसकी अगुवाई पश्चिमी सेना के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग रियर एडमिरल कृष्ण स्वामीनाथन करेंगे।

बात करें अमेरिकी के नौसेना के निमित्ज़ युद्धक विमान वाहक पोत की तो ये परमाणु ऊर्जा से संचालित होता है। इस विमान वाहक युद्ध पोत का नाम द्वितीय विश्व युद्ध के वक्त अमेरिका के प्रशांत बेड़े के कमांडर फ्लीट एडमिरल चेस्टर डब्लू निमित्ज़ के नाम पर रखा गया है।

इसकी लम्बाई 1,092 फीट (333 मीटर) हैं। जबकि इसका वजन 100,000 से अधिक टन (100,000 टी) है। निमित्ज़ अपनी तरह का सबसे बड़ा युद्धपोत है। अमेरिकी नौसेना ने इसे साल 2017 में अपने बेड़े में सम्मलित किया था।

भारतीय नौसेना के प्रवक्ता ने दूसरे चरण के युद्धाभ्यास को लेकर ट्वीट किया है। जिसमें उन्होंने बताया है कि मालाबार 2020 चरण 2 के दौरान भारतीय नौसेना कैरियर समूह, ऑस्ट्रेलिया और जापान नौसेना के साथ यूएस नेवी कैरियर स्ट्राइक समूह हिंद महासागर में 17-20 नवंबर तक अभ्यास करेंगे।

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चीन की अब खैर नहीं, हिन्द महासागर में उतरी चार देशों की नौसेना, युद्धपोत भी तैनात (फोटो:सोशल मीडिया)

MIG 29K फाइटरजेट और F-18 लेंगे हिस्सा

इसका उद्देश्य समुद्री सुरक्षा को और मजबूत करना है। पहले चरण का यह अभ्यास 03 से 06 नवंबर तक बंगाल की खाड़ी में आयोजित किया गया था।

भारत की तरफ से विक्रमादित्य और उसके लड़ाकू हेलीकॉप्टर, स्वदेशी विध्वंसक शिप कोलकाता और चेन्नई के अलावा, स्टील्थ फ्रिगेट शिप तलवार, फ्लीट सपोर्ट शिप दीपक और इंटीग्रल हेलीकॉप्टर भी अभ्यास में भाग लेंगे।

इन अभ्यासों में विक्रमादित्य से MIG 29K फाइटरजेट और अमेरिकी नौसेना से F-18 और E2C हॉकआई द्वारा क्रॉस-डेक उड़ान संचालन और उन्नत वायु रक्षा अभ्यास शामिल हैं।

इतना ही नहीं पनडुब्बी रोधी युद्ध अभ्यास, सीमन्सशिप इवोल्यूशन और हथियार फ़ेरिंग का भी इन देश की नौसेनाओं के बीच अंतर-संचालन और तालमेल को बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।

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