2021 में सड़क मार्गों की सौगात: लद्दाख से कन्याकुमारी तक कनेक्टिविटी, ये है लक्ष्य

लद्दाख से कन्याकुमारी तक विभिन्न दुर्गम इलाकों में सड़कों और हाईवे निर्माण के इरादे से सरकार साल 2021 में सड़क नेटवर्क विस्तार पर काम करेगी। देशभर में उन्नतम और आधुनिक सड़कों का निर्माण पर फोकस होगा।

Update: 2020-12-31 14:00 GMT

लखनऊ: भारत सरकार दुर्गम क्षेत्रों के बीच सड़क मार्ग की कनेक्टिविटी पर काम कर रही है। इसी कड़ी में इस साल जब भारत और चीन के बीच लद्दाख में सीमा तनाव शुरू हुआ तो सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने कोरोना संकट के बीच कई सड़कों और टनलों के निर्माण में तेजी लाते हुए उन्नतम और आधुनिक मार्गों को तैयार किया। वहीं केंद्र और राज्य सरकारों ने साल 2021 में भी कई सड़क मार्गों के निर्माण का लक्ष्य तय रखा है। नए साल में देशभर में कई सड़कों और राजमार्गों पर टनल के निर्माण और महत्वपूर्ण ढांचागत सुविधाओं का विस्तार किया जाता है।

नए साल में इन सडक़ों का मिलेगा तोहफा

लद्दाख से कन्याकुमारी तक विभिन्न दुर्गम इलाकों में सड़कों और हाईवे निर्माण के इरादे से सरकार साल 2021 में सड़क नेटवर्क विस्तार पर काम करेगी। देशभर में उन्नतम और आधुनिक सड़कों का निर्माण पर फोकस होगा। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कोरोना संकट के दौरान आश्वासन दिया था कि सरकार ऐसे समय में भी अवसर तलाशेगी।

राष्ट्रीय राजमार्गों की कुल लंबाई 1,34,000 किलोमीटर के करीब पहुंची

दरअलस, राष्ट्रीय राजमार्गों की कुल लंबाई 1,34,000 किलोमीटर के करीब पहुंच चुकी है और सरकार का आगामी 5 सालों में 60 हजार किलोमीटर सड़कों को और जोड़ने का लक्ष्य है।

जम्मू कश्मीर क्षेत्र में टनल सड़कों पर कामः

फिलहाल जम्मू कश्मीर क्षेत्र में अकेले सात टनल सड़कों पर काम चल रहा है। इसमें काजीगुंड और बनिहाल के बीच 8,450 मीटर लंबी दोहरी टनल पर भी निर्माण कार्य चल रहा है। साल 2021 मार्च में उसके पूरे होने की उम्मीद है।

-वहीं रामबन और बनिहाल के बीच 2,968 मीटर लंबी छह-एकल टनल सड़कों पर भी काम चल रहा है जो कि दिसंबर 2021 तक पूरा हो सकता है।

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-कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग पर भी सड़क निर्माण का 85 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है, नए साल में शेष कार्य अप्रैल 2021 तक पूरा हो जायेगा।

-दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेस मार्ग सहित विभिन्न परियोजनाओं पर काम अगले दो साल में पूरा हो जाने की उम्मीद है। इस मार्ग पर 50 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है।

यूपी में गंगा एक्सप्रेस वे की सौगात

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस साल एलान किया था कि साल 2021 जून में देश के सबसे लंबे (594 किलोमीटर) गंगा एक्सप्रेस-वे प्रोजेक्ट का शिलान्यास होगा। इसके लिए जमीनों के अधिग्रहण काम जारी है।

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कहा जा रहा है कि मेरठ से प्रयागराज को जोड़ने वाले गंगा एक्सप्रेस-वे की नींव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रख सकते हैं। इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 39,298 करोड़ रुपए है, जिसमें 9,255 करोड़ जमीन अधिग्रहण में खर्च होंगे।

गंगा एक्सप्रेस-वे गुजरेगा 13 जिलों से होकर

एक्सप्रेस-वे के बनने के बाद वेस्ट यूपी से प्रयागराज और लखनऊ से जाना आसान हो जाएगा। सड़क मार्ग से यात्रा पहले की तरह कठिन नहीं होगी। एक्सप्रेस-वे मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदांयू, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ से गुजरते हुए प्रयागराज में जाकर समाप्त होगा। यह 6 लेन चौड़ा होगा। एक्सप्रेस-वे का इंफ्रास्ट्रक्चर 8 लेन चौड़ाई का बनाया जाएगा।

हरियाणा के जींद में तीन नैशनल हाई वे पर काम :

साल 2021 के अंत तक हरियाणा में 3 बड़े नेशनल हाईवे बनकर तैयार हो जाएंगे। जिंद जिले में तैयार हो रहे नेशनल हाईवे का कार्य जोरों पर चला रहा है। इनमें कुरुक्षेत्र के गंगाटेहड़ी से नारनौल तक बनने वाले नेशनल हाईवे 152 डी, जींद-सोनीपत ग्रीनफील्ड नेशनल हाईवे व जींद-रोहतक राजमार्ग के फोरलेन का का कार्य शामिल है। इन राजमार्गों के बनने के बाद जींद शहर व जिला कई राजमार्गों से जुड़ जाएगा।

-दिसंबर 2021 तक बन कर तैयार होगा शनल हाईवे 152 डी। कुरुक्षेत्र के गंगाटेहड़ी से लेकर नारनौल तक बनने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 152 डी की लंबाई 230 किलोमीटर होगा। नेशनल हाइवे 152 डी जिला के 14 गांवों के खेतों से होकर गुजरेगा।

-80 किलोमीटर लंबे नेशनल हाइवे जींद-सोनीपत ग्रीनफील्ड के निर्माण में 581 करोड़ रुपए की राशि खर्च होगा, जो कि जींद शहर के बड़े बाईपास पर नए बस स्टैंड के पास आकर मिलेगा। इस हाईवे के लिए 13 गांवों की 409 एकड़ 5 कनाल 9 मरले भूमि का अधिग्रहण किया गया है। इस नेशनल हाइवे के काम की डेडलाइन साल 2022 तय की गई है।

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-जींद-रोहतक राजमार्ग के फोरलेन का निर्माण कार्य अगस्त 2021 तक पूरा हो जाएगा। रोहतक से लेकर अनूपगढ़ तक फोरलेन के इस कार्य पर सरकार 470 करोड़ रुपए खर्च कर रही है।

बिहार में R ब्लॉक-दीघा परियोजना

नए साल के पहले ही महीने में मकर संक्रांति या गणतंत्र दिवस के मौके पर बिहार में R ब्लॉक-दीघा परियोजना का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हाथों होना प्रस्तावित है। आर ब्लॉक-दीघा परियोजना पर शुरू हो जाने से पटना के लोगों को जाम से निजात मिल जाएगी। आर ब्लॉक-दीघा शुरू होने से कंकड़बाग तक पहुंचना आसान हो जाएगा। बता दें कि पूरे बिहार में बीएसआरडीसी 16 परियोजना पर काम कर रहा है और इन परियोजनाओं की लागत भी करोड़ों में हैं।

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इसमें भागलपुर, बांका, मधेपुरा, कटिहार, आरा, बगहा सहित दूसरे जिलों में सड़क परियोजना पर काम हो रहा है। जून 2021 तक छह बड़ी परियोजना पर बीएसआरडीसी काम पूरा कर लेगा।

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