जम्मू-कश्मीर पर इमरान को भारत ने लताड़ा, कहा- हिंसा व दुष्प्रचार का अभियान बंद करे
कोरोना वायरस के खिलाफ दुनिया जंग एकजुट होकर जंग लड़ रही है। इस बीच कश्मीर का राग अलापने वाले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के बयान पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
नई दिल्ली: कोरोना वायरस के खिलाफ दुनिया जंग एकजुट होकर जंग लड़ रही है। इस बीच कश्मीर का राग अलापने वाले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के बयान पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने दो टूक कहा कि भारतीय केंद्र शासित राज्य जम्मू और कश्मीर की स्थिति पर बोलने का पाकिस्तान को कोई हक नहीं है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने शनिवार को इमरान को नसीहत दी। उन्होंने कहा कि यह भी कहा कि अगर वह वाकई जम्मू-कश्मीर के लोगों का भला चाहता है तो सीमा-पार आतंकवाद पर रोक लगाएं।
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इमरान खान के गुरुवार के ट्वीट को लेकर पूछे सवाल पर रवीश कुमार ने कहा कि हमने भारत को लेकर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की अनर्गल टिप्पणियों को देखा है। जहां तक भारतीय केंद्रशासित राज्य जम्मू और कश्मीर का सवाल है तो यह बहुत ही स्पष्ट है कि इससे जुड़े किसी भी पहलू पर पाकिस्तान को बोलने का कोई अधिकार नहीं हैं।
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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि भारत के आंतरिक मामलों में बार-बार दखल देने की कोशिश से उनके दावे स्वीकार्य नहीं हो जाएंगे। रवीश कुमार ने कहा कि अगर पाकिस्तान वाकई जम्मू-कश्मीर के लोगों के कल्याण में योगदान देने चाहता है तो वह सीमा-पार आतंकवाद को खत्म करे और हिंसा व दुष्प्रचार के अभियान को बंद करे।
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इमरान ने क्या कहा था
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरुवार को एक के बाद एक सिलसिलेवार ट्वीट कर भारत के खिलाफ जहर उगला था। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने भारत सरकार द्वारा जारी जम्मू-कश्मीर री-ऑर्गनाइजेशन ऑर्डर 2020 की आलोचना की थी और इसे प्रदेश की डिमॉग्रफी यानी जनसांख्यिकी को बदलने की कोशिश करार दिया था।