Target Killing in Srinagar: श्रीनगर में आतंकियों ने गैर कश्मीरियों पर बरसाई गोलियां, एक की मौत

Target Killing in Srinagar: दहशतगर्दों ने दो आम लोगों को निशाना बनाया है। सिख समुदाय के दोनों शख्स पंजाब के बताए जा रहे हैं।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update: 2024-02-08 02:23 GMT

Jammu Kashmir terrorists  (photo: social media )

Target Killing in Srinagar: आंतकवाद और अलगाववाद से जूझ रहे केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में गैर-कश्मीरियों को निशाने बनाने का सिलसिला जारी है। घाटी में रह रहे रहे कश्मीरी पंडितों, सरकारी मुलाजिमों और प्रवासी मजदूरों की टारगेटेड किलिंग हो रही है। एकबार फिर पूरा इलाका ऐसी ही घटना से थर्रा उठा है। दहशतगर्दों ने दो आम लोगों को निशाना बनाया है। सिख समुदाय के दोनों शख्स पंजाब के बताए जा रहे हैं। श्रीनगर में कल देर शाम उन पर अचानक ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी गई।

जानकारी के मुताबिक, घटना श्रीनगर के शाह कदल इलाके में हुई। आतंकियों ने एके-सीरीज गन से दो लोगों पर अंधाधुंध फायरिंग की। एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि इस आतंकी हमले में एक शख्स की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से जख्मी हो गया।

मृतक की पहचान पंजाब के अमृतसर के रहने वाले 31 वर्षीय अमृत पाल सिंह के रूप में हुई। जबकि घायल युवक की शिनाख्त 25 वर्षीय रोहित माशी के रूप में हुई। माशी भी अमृतसर का ही रहने वाला है। आतंकियों की गोलीबारी में उसके पेट में गोली जा लगी। उसका एसएमएचएस अस्पताल में इलाज चल रहा है।

वहीं, मृतक अमृत पाल के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पंजाब में रह रहे उनके परिजनों को इसकी सूचना दे दी गई है। घटना के बाद पूरे इलाके को सील कर दिया गया है। सुरक्षाबलों का सर्च ऑपरेशन देर रात से जारी है। रास्तों पर नाकेबंदी कर दी गई है। फिलहाल अभी तक किसी के पकड़ाने की खबर नहीं है।

किसी आतंकी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली 

अभी तक घाटी में सक्रिय किसी आतंकी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। इस तरह के टारगेटेड किलिंग को अंजाम देने के लिए द रेजेस्टिंस फ्रंट (टीआरएफ) नामक आतंकी संगठन कुख्यात है। जिसने कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद ऐसे कई घटनाओं को अंजाम दिया है।

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने अनुच्छेद 370 हटाने के खिलाफ दायर याचिकाओं की सुनवाई करते हुए केंद्र के इस कदम को जायज ठहराया था। साथ ही सरकार को जल्द विधानसभा चुनाव कराने के आदेश भी दिए थे। ऐसे में इस साल के अंत तक वहां विधानसभा चुनाव हो सकते हैं।

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