विकास दुबे कांड: CJI बोले- ये सिर्फ एनकाउंटर का मामला नहीं, पूरी व्यवस्था लगी है दांव पर

उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले का कुख्यात अपराधी विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर आज यानी सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सर्वोच्च न्यायलय...

Update:2020-07-20 23:51 IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले का कुख्यात अपराधी विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर आज यानी सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सर्वोच्च न्यायलय में अहम सुनवाई हुई। इस दौरान कोर्ट ने कहा इससे पहले भी एनकाउंटर को लेकर कई सवाल उठे हैं। यह इकलौती घटना नहीं है जो दांव पर है, पूरी व्यवस्था दांव पर है। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि यह सिर्फ विकास दुबे एनकाउंटर केस नहीं है, जिसने 8 पुलिसकर्मियों को मारा।

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उत्तर प्रदेश की सरकार को लगायी फटकार

सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कोर्ट इस बात से हैरान है कि इतने मामलों में वांछित अपराधी को जमानत पर कैसे रिहा कर दिया गया, जिसके बाद उसने इतने बड़े घटना को अंजाम दे दिया। इसके साथ ही न्यायलय ने उत्तर प्रदेश की सरकार को फटकार लगायी और कहा कि हमें सभी आदेशों की सटीक रिपोर्ट सौंपें, क्योंकि यह सीधे-सीधे सिस्टम की विफलता को दर्शाता है।

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हैदराबाद मामले से अलग है एनकाउंटर

इसके साथ ही कोर्ट में गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर की सुनवाई के दौरान DGP हितेश चंद्र अवस्थी की ओर से वकील हरीश साल्वे ने कहा कि यह मामला तेलंगाना मुठभेड़ से कई मामलों में अलग है। विकास दुबे जैसे गैंगस्टर से सामना हो तो पुलिस क्या करे? पुलिसवालों के भी मौलिक अधिकार हैं।

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इस पर CJI ने पाटकर लगाते हुए कहा कि हैदराबाद और विकास दुबे केस में बहुत बड़ा अंतर है। वह एक महिला के बलात्कारी और हत्यारे थे और विकास दुबे और उसके साथी पुलिसकर्मियों के हत्यारे। बता दें कि कोर्ट ने इस दौरान समिति के संभावित सदस्यों के नाम 21 जुलाई तक सौंपने को कहा है।

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