भाजपा पार्षद इस हरकत पर छा गए मीडिया में, कर दिया ऐसा काम
लेकिन यहां मेंग्लूरू में तो कुछ और ही नजारा देखने को मिला। यहां बीजेपी के कॉरपोरेटर मनोहर शेट्टी खुद ही मैनहोल के भीतर चले गए।
हर जगह की जनता ये ही चाहती है कि उसका जनप्रतिनिधि उसकी सेवा में हमेशा तत्पर रहे है। और जनता की हर समस्या का समाधान कर सके। कर्नाटक के मेंगलूरू से एक ऎसी ही तस्वीर सामने आ रही है। जिसको देख कर आप कहेंगे कि वाकई में जनता का सेवक हो तो ऐसा। दरअसल शहर में हुई तूफानी बारिश के बाद सड़कों पर फंसे पानी को निकालने के लिए मेंग्लूरू में बीजेपी के एक कॉरपोरेटर (पार्षद) मनोहर शेट्टी खुद ही सीवर के भीतर चले गए।
सोशल मीडिया पर छाए बीजेपी पार्षद
मेंग्लूरू के बीजेपी पार्षद रातोंरात सोशल मीडिया पर छा गए हैं। उनकी तस्वीरें जबरदस्त तरीके से वायरल हो रही हैं। आमतौर पर ये होता है कि जब सड़कों पर पानी भर जाता है तो आप वहाँ के पार्षद को फोन करते हैं और फिर वो मजदूरों को भेज कर सीवर को साफ़ कराकर पानी का रास्ता क्लीयर करता है। जिससे पानी आगे जा सके। लेकिन यहां मेंग्लूरू में तो कुछ और ही नजारा देखने को मिला। यहां बीजेपी के कॉरपोरेटर मनोहर शेट्टी खुद ही मैनहोल के भीतर चले गए। लेकिन मैंनहोल से बाहर आते हुए उनकी किसी ने तस्वीर ले ली। जिसके बाद ये तस्वीर ऐसी वायरल हुई कि मनोहर शेट्टी एक सेलेब्रिटी ही बन गए। मनोहर शेट्टी कादरी दक्षिणी सीट के कॉरपोरेटर हैं।
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बाद में शेट्टी ने बताया कि कचरा फंसा हुआ होने की वजह से बारिश का पानी निकलने के लिए बनाया गया एक नाला ओवरफ्लो कर रहा था। पानी सड़क पर बह रहा था जिसकी वजह से पैदल यात्रियों को दिक्कत हो रही थी, साथ ही ट्रैफिक भी बहुत धीमा हो गया था। जब उन्होंने मजदूरों को ये काम करने के लिए कहा तो उन्होंने मना कर दिया। मजदूरों का कहना था कि मानसून के मौसम में सीवर के भीतर जाना खतरनाक है। इसके बाद उन्होंने नगर निगम के जरिए एक मशीन लगवाकर भी पानी निकलवाने की कोशिश की, लेकिन ये प्रयास भी विफल रहा।
खुद मैनहोल में जा कर की सफाई
पार्षद मनोहर शेट्टी ने आगे बताया, '' मैंने जेट ऑपरेटर से कहा कि भीतर जाकर कचरे की सफाई कीजिए जिससे पाइपलाइन साफ हो जाए। लेकिन उसने ऐसा करने से मना कर दिया। कोई तैयार नहीं था। फिर इसलिए मैंने ही मैनहोल में जाकर में सफाई के बारे सोचा। मुझे अंधेरे मैनहोल में घुसते देख मेरी पार्टी के चार और कार्यकर्ता भी अंदर आ गए। फिर टॉर्च के सहारे हमने सफाई की। इसमें हमें आधा दिन लग गया। लेकिन हमने अंदर फंसा कचरा साफ कर दिया। जिससे पाइपलाइन साफ हो गई और पानी आराम से निकलने लगा। सड़क पर जमा हुआ पानी भी साफ हो गया।'' शेट्टी ने आगे कहा, '' हम सिर्फ गरीब लोगों पर मैनहोल की सफाई के लिए दबाव नहीं डाल सकते हैं।
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अगर कुछ गड़बड हुआ तो कौन जिम्मेदारी लेगा? इसी वजह से ये सबकुछ मैने खुद ही किया। तस्वीरों के वायरल होने और सोशल मीडिया पर छ जाने के जवाब में शेट्टी ने कहा कि ये सबकुछ उन्होंने किसी लोकप्रियता के लिए नहीं किया है। ये उनकी ड्यूटी का हिस्सा था। वो कहते हैं-हम लोग चुने हुए प्रतिनिधि हैं। अगर हम लोग कोई काम जल्दी से कर सकते हैं, तो जरूर करना चाहिए। मेंगलुरु में मॉनसून के मौसम में बहुत तेज बारिश होती है, इसलिए हम बहुत देर तक इंतजार नहीं कर सकते थे।