Kashmir: कश्मीरी पंडितों ने खोला LG मनोज सिन्हा के खिलाफ मोर्चा,पद से हटाने और आतंकियों पर सख्त एक्शन की मांग
Kashmir: समिति से जुड़े लोगों ने कहा कि घाटी में आए दिन कश्मीरी पंडितों और अल्पसंख्यक समुदाय से जुड़े अन्य लोगों को आतंकी खतरों का सामना करना पड़ रहा है।
Kashmir: दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में कश्मीरी पंडित संजय शर्मा की हत्या के बाद कश्मीरी पंडितों में खासी नाराजगी दिख रही है। इस घटना के बाद कश्मीरी पंडित संघर्ष समिति ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। समिति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से मांग की है कि कश्मीरी पंडितों की पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था के साथ ही उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को तत्काल पद से हटाया जाए।
समिति से जुड़े लोगों ने कहा कि घाटी में आए दिन कश्मीरी पंडितों और अल्पसंख्यक समुदाय से जुड़े अन्य लोगों को आतंकी खतरों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे हालात में आतंकियों के खिलाफ तत्काल सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
पुलवामा में टारगेट के लिंग से भड़का गुस्सा
दरअसल पुलवामा जिले में आतंकियों की ओर से की गई फायरिंग में कश्मीरी पंडित संजय शर्मा की मौत के बाद कश्मीरी पंडितों में गुस्सा भड़क उठा है। एटीएम गार्ड संजय शर्मा सुबह 11 बजे बाजार के लिए निकले थे मगर घर से 100 मीटर दूर ही आतंकियों ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। इस घटना के बाद सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके को घेर कर बड़ा सर्च अभियान चलाया है। इस घटना में शामिल आतंकियों की तलाश की जा रही है।
दक्षिण कश्मीर रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक रईस भट्ट का कहना है कि इस घटना को अंजाम देने वाले आतंकियों को जल्द मार गिराया जाएगा। आतंकियों ने पिछले साल टारगेट किलिंग की कई घटनाओं को अंजाम दिया था मगर इस साल कश्मीर में अल्पसंख्यक समुदाय के किसी सदस्य की यह पहली टारगेट किलिंग है। आतंकी संगठन कश्मीरी फ्रीडम फाइटर्स ने इस वारदात की जिम्मेदारी ली है।
मनोज सिन्हा को पद से हटाने की मांग
पुलवामा जिले में हुई इस घटना पर कश्मीरी पंडित संघर्ष समिति ने तीखी प्रतिक्रिया जताते हुए आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। कश्मीरी पंडित संघर्ष समिति ने कहा कि घाटी में हालात बदतर हो गए हैं और कश्मीरी पंडितों की आजीविका और जीवन के लिए बड़ा खतरा पैदा हो गया है। समिति ने टारगेट किलिंग की घटनाओं को लेकर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के रवैए पर भी नाराजगी जताते हुए मांग की है कि उन्हें पद से हटाया जाना चाहिए।
संघर्ष समिति का कहना है कि घाटी में आतंकवादियों ने कश्मीरी पंडितों का जीना मुश्किल कर दिया है। कश्मीरी पंडितों के अलावा अल्पसंख्यक समुदाय से जुड़े अन्य लोग भी खतरों का सामना कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में आतंकवादियों के खिलाफ तत्काल सख्त कार्रवाई किए जाने की जरूरत है। केंद्र सरकार की ओर से कश्मीर में नए प्रयोग बंद किए जाने चाहिए क्योंकि यहां लगातार टारगेट किलिंग की घटनाएं हो रही हैं और लंबे समय तक ऐसी स्थिति नहीं बनाए रखी जा सकती।
इस साल टारगेट किलिंग की पहली घटना
कश्मीर में पिछले साल टारगेट किलिंग की 30 घटनाएं हुई थीं। इन घटनाओं में तीन कश्मीरी पंडितों समय 18 लोगों की मौत हुई थी। कश्मीरी पंडित संजय शर्मा की हत्या के बाद पूरा गांव शोक में डूबा हुआ है। कश्मीरी पंडितों पर हमले की घटनाओं के बाद एटीएम कार्ड संजय ड्यूटी पर नहीं जा रहे थे।
उनके सहयोगियों का कहना है कि लगातार हो रही हत्याओं के कारण वे काफी डरे हुए थे। टारगेट किलिंग की इस घटना के बाद सुरक्षाबलों ने बड़ा अभियान छेड़ दिया है। संजय शर्मा के गांव अच्छन में सशस्त्र सुरक्षा की व्यवस्था की गई है। सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि जल्द ही घटना में शामिल आतंकियों को मार गिराया जाएगा।