मजदूरों को घर पहुंचाने में ऐसे मदद कर रहा कोविड-19 वालंटियर्स ग्रुप

कोविड वालंटियर्स ग्रुप ने भी प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए सरकार से कदमताल करते हुए बेहतरीन व्यवस्था की है। गुरूवार को भी दिल्ली से प्रवासी मजदूरो को लेकर कोविड-19 वालंटियर्स ग्रुप की छठी बस गुरूवार को सीतापुर पहुंची।

Update: 2020-05-28 14:24 GMT

सीतापुर: कोविड वालंटियर्स ग्रुप ने भी प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए सरकार से कदमताल करते हुए बेहतरीन व्यवस्था की है। गुरूवार को भी दिल्ली से प्रवासी मजदूरो को लेकर कोविड-19 वालंटियर्स ग्रुप की छठी बस गुरूवार को सीतापुर पहुंची।

घर गृहस्थी का सामान व परिवार की महिलाओं को साइकिल पर बैठा कर सोनीपत हरियाणा से दिल्ली तक की 200 किलोमीटर यात्रा करने वाले प्रवासी मजदूरों को जब दिल्ली से सीतापुर तक प्रथम श्रेणी की सुविधाएं मिली तो उनकी आँखो से खुशी के आँसू छलक पड़े। यह लोग पंजीकरण कराने के बाद दो माह से अपनी बारी का इंतजार कर रहे प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचने के लिये कोई रास्ता नही सूझ रहा था।

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निराशा के समय आशा की किरण बने कोविड-19 वालंटियर्स ग्रुप ने मजदूरों को निःशुल्क घरों तक पहुंचा कर अपनी जिम्मेदारी निभाई है। पूर्व पालिकाध्यक्ष आशीष मिश्रा की इस मुहिम से दिल्ली में फंसे सीतापुर के मजदूरों को बड़ी राहत मिली है। मिश्रिख के औरंगाबाद इलाके में रहने वाले उमेश, कुन्दन, अर्जेश, राजरानी काफी समय पहले रोजी रोटी कमाने के लिये हरियाणा के सोनीपत चले गये थे।

...राशन खाना-पीना पैसा सब खत्म हो गया

तब से यह लोग वहीं गुजर बसर करते थे। कोरोना महामारी के चलते लाॅकडाउन घोषित होने पर सभी फैक्ट्री और मिलों पर ताले लग गये। साठ दिन तक यह सभी मजदूर वहीं फंस गये। उनके पास राशन खाना-पीना पैसा सब खत्म हो गया, यहां तक कि इनके भूखे रहने की नौबत आ गई, जब इन्हें कहीं से कोई मदद नहीं मिली तो मजबूर होकर इन लोगों ने साइकिल द्वारा सोनीपत से सीतापुर चलने की ठानी और भगवान की दी हुई शक्ति के बल पर थोड़ा बहुत खाना पीना और सामान रख कर पांचों लोग सोनीपत से सीतापुर के लिये साइकिल से रवाना हुए।

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लाॅकडाउन में फंसे लोगों को उनके वतन भेज रहे हैं

लगभग 200 किलोमीटर का सफर तय करने के बाद यह लोग दिल्ली पहुंचे, तभी उनके एक रिश्तेदार श्रीराम ने इनको फोन कर बताया कि सीतापुर के पूर्व चेयरमैन आशीष मिश्रा अपनी कोविड-19 टीम और दिल्ली की वेलडन फाउंडेशन टीम की मदद से लाॅकडाउन में फंसे लोगों को उनके वतन भेज रहे हैं, जिसे सुन कर मानो उनके मन में खुशी की लहर दौड़ गई, क्योंकि 200 किलोमीटर की यात्रा तय करने के बाद इनके पैरों और हाथो में छाले पड़ गये थे। यह लोग बुरी तरह थक कर निढाल हो चुके थे।

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पस्त हौसले को हाथों हाथ लिया

आशीष मिश्रा के अथक प्रयास ने इन लोगों के पस्त हौसले को हाथों हाथ लिया और विजडम फाउंडेशन संस्था के द्वारा इन्हें बस से सीतापुर बुलवा लिया। यह बस सीतापुर सुबह साढ़े छह बजे पहुॅची। कोविड टीम संयोजक आशीष मिश्रा, व्यापार मंडल अध्यक्ष पवन अग्रवाल तुषार साहनी, मुकेश अग्रवाल, संजय गुप्ता शाहरुख अपनी टीम के साथ वहाँ पहले से ही मौजूद थे। उन्होंने अपनी टीम के साथ सब का मेडिकल चेकअप कराया और सबके खाने पीने की व्यवस्था कर उन्हें उनके घर भेजा।

रिपोर्ट: पुतान सिंह

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