चंद्रयान-2: ननिहाल नहीं पहुंच पाया यान, मामा के घर पहुंचने से पहले वो 15 मिनट...
पहले ही इस बात की आशंका जताई जा रही थी कि लैंडर विक्रम के चांद की सहत पर पहुंचे से पहले के 15 मिनट काफी अहम होंगे। बता दें कि इसरो चंद्रयान-2 चांद का धरती से महज 2.1 किलोमीटर की दूरी पर आकर अपना रास्ता भटक गया।
इसरो: भारत का सबसे बड़ा मिशन, चंद्रयान-2, दिन 6 सिंतबर शुक्रवार देर रात, चांद की सहत, सभी के थम गये सांस, इसरो में पीएम मोदी, वैज्ञानिकों की नम आंखें, वो अंतिम 15 मिनट में क्या क्या हुआ, जिसको लेकर तरह तरह के कयास लगाये जा रहे थे!
पहले ही इस बात की आशंका जताई जा रही थी कि लैंडर विक्रम के चांद की सहत पर पहुंचे से पहले के 15 मिनट काफी अहम होंगे। बता दें कि इसरो चंद्रयान-2 चांद का धरती से महज 2.1 किलोमीटर की दूरी पर आकर अपना रास्ता भटक गया।
चंद्रयान-2, क्या क्या हुआ...
चंद्रयान-2 का एक अंग, लैंडर विक्रम को देर रात लगभग 1 बजकर 38 मिनट पर चांद की सतह पर लाने की प्रक्रिया शुरू की गई, लेकिन चांद की सतह पर पहुंचने से करीब 2.1 किलोमीटर पहले ही उसका इसरो से संपर्क टूट गया। उम्मीदें अभी भी जताई जा रही हैं कि विक्रम और प्रज्ञान का संपर्क फिर से जुड़ सकता है।
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इसरों के मुताबिक, लैंडर विक्रम के चांद की धरती पर पहुंचने में केवल 2 किलोमीटर का फासला रह गया था। रात करीब 1 बजकर 38 मिनट पर लैंडर विक्रम को चांद की सतह पर लाने की प्रक्रिया शुरू की गई थी। करीब 1: 44 मिनट पर लैंडर विक्रम ने 'रफ ब्रेकिंग के चरण को पार कर लिया था।
इसके बाद वैज्ञानिकों ने इसकी रफ्तार धीमी करनी शुरू की, बताया जा रहा है कि 1:49 पर विक्रम लैंडर ने सफलता पूर्व अपनी गति कम कर ली थी और वह चांद की सतह के बेहद करीब आ चुका है। रात करीब 1:52 मिनट पर चांद पर उतरने के अंतिम चरण में चंद्रयान-2 पहुंच चुका था लेकिन उसके बाद चंद्रयान का संपर्क इसरो से टूट गया।
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इसके साथ ही वैज्ञानिकों को पूरी तरह विश्वास था कि लैंडर विक्रम जब चांद की सतह पर उतर कर चंद्रयान अपने मिशन को पूरा कर लेगा। कुछ ही पल में, अचानक इसरो के कंट्रोल रूम में सन्नाटा पसर गया और वैज्ञानिकों के चेहरे पर मायुसी छा गई। किसी को भी कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर हुआ क्या। बताया जाता है कि इसरो के कंट्रोल रूम में लगी स्क्रीन पर आ रहे आंकड़े अचानक थम गए।
इसके बाद इसरो चीफ सिवन वहां बैठे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ बढ़े। इसरो चीफ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घटना की जानकारी दी और बाहर निकल गए। कुछ ही देर में इसरो ने कंट्रोल रूप से अपनी लाइव स्ट्रीमिंग भी बंद कर दी।
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प्रधानमंत्री मोदी ने बढ़ाया वैज्ञानिकों का हौसला...
चंद्रयान-2 से संपर्क टूटने के बाद पीएम मोदी ने कहा देखिए जीवन में उतर चढ़ाव आते रहते हैं। उन्होंने कहा कि ये कोई छोटा अचीवमेंट नहीं है, देश आप पर गर्व करता है। मेरी तरफ से सभी वैज्ञानिकों को बधाई। आप लोगों ने विज्ञान और मानव जाति की बहुत बड़ी सेवा की है। मैं पूरी तरह आपके साथ हूं हिम्मत के साथ चलें।
साथ ही उन्होंने कहा कि फिर से कम्युनिकेशन शुरू हुआ तो अब भी उम्मीद बची है।