'हम उस घर में घुस कर मारेंगे, जिस घर से अफजल निकलेगा': गृहमंत्री

मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने टुकड़े –टुकड़े गैंग पर निशाना साधते हुए कहा कि सोशल मीडिया के जरिए भ्रम फैलाकर देश के टुकड़े-टुकड़े गैंग ने माहौल बनाया था और देश में सीएए के खिलाफ आंदोलन शुरू कर दिया था।

Update:2020-12-18 11:36 IST
मध्य प्रदेश के गृहमंत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि वे सबसे भ्रष्ट पूर्व मुख्यमंत्री में से एक रहे हैं। ऐसे में जांच की आंच कमलनाथ के दामन तक भी जरूर पहुंचेगी।

सतना: मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गुरुवार को कहा कि जिस तरह से सीएए और एनआरसी को लेकर देश में आंदोलन किया जा रहा था, वैसा ही किसान आंदोलन में भी किया जा रहा है।

जो लोग यह नारा लगा रहे थे कि 'तुम कितने अफजल मारोगे हर घर से अफजल निकलेगा', उन्हें हमारा जवाब है-'हम उस घर में घुस कर मारेंगे, जिस घर से अफजल निकलेगा।'

उन्होंने कहा कि सरकार पहले ही ये बात कह चुकी है कि न तो मंडियां और न ही न्यूनतम समर्थन मूल्य बंद किया जाएगा। इसके बावजूद कुछ लोग आंदोलन को हवा दे रहे हैं। यह देश का दुर्भाग्य है। टुकड़े-टुकड़े गैंग आशंका पर आंदोलन कर देती है। ऐसी ही गैंग किसान आंदोलन करवा रही है।

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किसान आन्दोलन (फोटो: सोशल मीडिया)

टुकड़े –टुकड़े गैंग ने देश के अंदर फैलाया भ्रम

उन्होंने टुकड़े –टुकड़े गैंग पर निशाना साधते हुए कहा कि सोशल मीडिया के जरिए भ्रम फैलाकर देश के टुकड़े-टुकड़े गैंग ने माहौल बनाया था और देश में सीएए के खिलाफ आंदोलन शुरू कर दिया था। अब ऐसा ही भ्रम कृषि कानूनों को लेकर भी बनाया जा रहा है।

मध्यप्रदेश के गृह मंत्री ने कहा, 'हमें नक्सल गतिविधियों में बड़ी सफलता मिली है, नक्सल गतिविधियों पर विराम और हमारा अभियान समानांतर चल रहे हैं। एक दौर था, वो शायद दिग्विजय सिंह का था, जब पूरे प्रदेश में अशांति थी। कोई भी अपराधी अब मध्यप्रदेश में शरण नहीं ले पाएगा, हम भून देंगे।'

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किसान आन्दोलन(फोटो:सोशल मीडिया)

जांच की आंच कमलनाथ के दामन तक भी जरूर पहुंचेगी: गृह मंत्री

उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि वे सबसे भ्रष्ट पूर्व मुख्यमंत्री में से एक रहे हैं। ऐसे में जांच की आंच कमलनाथ के दामन तक भी जरूर पहुंचेगी।

नरोत्तम मिश्र ने ये भी कहा कि मध्यप्रदेश में एक दौर ऐसा था जब दिग्विजय सिंह के शासनकाल में ग्वालियर-चंबल में डाकुओं का आतंक हुआ करता था। राज्य में आए दिन नक्सली घटनाएं होती रहती थीं।

सिमी का आतंक छाया हुआ था। लेकिन मौजूदा सरकार न तो डाकू को छोड़ रही है और न ही नक्सलियों को और न ही आतंकवादियों को। शिवराज सरकार राज्य को शांति का टापू बनाने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है।

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