Maharashtra Election 2024: शिंदे ने काटा टिकट तो डिप्रेशन में विधायक,खाना-पीना छोड़कर घर से लापता, बगावत में दिया था CM का साथ
Maharashtra Assembly Election 2024: श्रीनिवास वनगा अकेले ऐसे विधायक हैं जिनका टिकट काटा गया है। टिकट काटे जाने से वनगा इतने आहत हैं कि उन्होंने दो दिनों से खाना-पीना छोड़ दिया है।
Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में नामांकन के आखिरी दिन तक टिकट की खूब मारामारी दिखी। कई विधानसभा सीटों पर टिकट करने के बाद बागी प्रत्याशियों ने राजनीतिक दलों के लिए बड़ी मुसीबत पैदा कर दी है। इस बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने पालघर के मौजूदा विधायक श्रीनिवास वनगा का टिकट काट दिया है।
शिवसेना में बगावत के समय 40 विधायकों ने शिंदे का साथ दिया था और इनमें से 39 विधायकों को इस बार फिर टिकट मिल गया है। श्रीनिवास वनगा अकेले ऐसे विधायक हैं जिनका टिकट काटा गया है। टिकट काटे जाने से वनगा इतने आहत हैं कि उन्होंने दो दिनों से खाना-पीना छोड़ दिया है। टिकट काटे जाने की जानकारी मिलने के बाद वे खूब रोए। अब खबर मिल रही है कि वे घर से लापता हैं और परिवार के लोगों को भी उनके बारे में जानकारी नहीं है।
बगावत में साथ देने पर भी कटा टिकट
शिंदे की बगावत में साथ देने के बावजूद टिकट काटे जाने से वनगा काफी आहत हैं। उन्होंने सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस के जरिए अपनी पीड़ा जाहिर की थी। इस प्रेस कांफ्रेंस के जरिए उन्होंने टिकट काटे जाने पर काफी नाराजगी जताई थी। प्रेस कांफ्रेंस के बाद से ही वनगा का कुछ अता-पता नहीं चल पाया है।
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान वनगा काफी भावुक दिखे। उन्होंने कहा कि शिवसेना में टूट के समय मैंने पूरी ईमानदारी के साथ मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का साथ दिया था मगर उसका नतीजा मुझे यह मिला है कि मेरा ही टिकट काट दिया गया। उल्लेखनीय बात यह है कि बागी विधायकों में वनगा अकेले ऐसे विधायक हैं जिनका टिकट काटा गया है।
खाना-पीना छोड़ने के बाद घर से लापता
वनगा के परिवार के लोगों का कहना है कि टिकट काटे जाने की जानकारी मिलने के बाद उन्होंने दो दिनों से खाना-पीना छोड़ रखा है। विधायक के परिजनों का यह भी कहना है कि सोमवार को ही प्रेस कांफ्रेंस के बाद से ही वनगा लापता हैं और परिजनों को भी उनके बारे में कोई जानकारी नहीं है।
इस बीच एक मराठी चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक टिकट काटे जाने के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने वनगा की पत्नी को फोन किया था और उनसे विधायक को राजी करने का अनुरोध किया था। विधायक का मोबाइल बंद होने के कारण उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है।
पत्नी और मां ने भी जताई नाराजगी
वैसे वनगा पत्नी सुमन वनगा का कहना है कि मुख्यमंत्री ने हमसे इस बात का वादा किया है कि विधानसभा चुनाव में टिकट काटे जाने के बाद वनगा को विधान परिषद में भेजा जाएगा। हालांकि वनगा को मानसिक रूप से तैयार करना उनकी पत्नी के लिए भी संभव नहीं हो पा रहा है। उनकी पत्नी का कहना है कि वे इस मुद्दे पर किसी की बात सुनने के लिए तैयार नहीं है। प्रेस कांफ्रेंस करने के बाद सोमवार की रात आठ बजे वे घर से निकले थे मगर उसके बाद उनका कुछ भी पता नहीं चल पा रहा है।
वनगा की मां ने भी टिकट काटे जाने के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के फैसले पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि मेरे बेटे ने संकट के दिनों में मुख्यमंत्री शिंदे का साथ दिया था मगर उसके बदले में टिकट काटे जाने से मेरा बेटा काफी आहत है। डिप्रेशन में जाने के बाद उसने खाना पीना तक छोड़ दिया है। उन्होंने अपने बेटे के जीवन को खतरे में बताया है।