Maharashtra: महाराष्ट्र कांग्रेस में मचा घमासान, दिग्गज नेता बालासाहेब थोराट ने छोड़ी पार्टी

Maharashtra: बालासाहेब थोराट और वर्तमान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले के बीच लंबे समय से अनबल चल रही थी।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update:2023-02-07 12:56 IST

Balasaheb Thorat (photo: social media )

Maharashtra: महाराष्ट्र की राजनीति में तेजी से अपनी सियासी जमीन गंवा रही कांग्रेस को मंगलवार को एक बड़ा झटका लगा है। पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और विधानसभा में विधायक दल के नेता बालासाहेब थोराट ने न केवल सभी पदों से बल्कि पार्टी से भी इस्तीफा दे दिया है। थोराट और वर्तमान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले के बीच लंबे समय से अनबल चल रही थी। एक दिन पहले यानी सोमवार को कांग्रेस आलाकमान को लिखे खत में उन्होंने कहा था कि नाना पटोले के साथ काम करने में वे असमर्थ हैं।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, थोराट ने हाईकमान को लिखे खत में कहा कि प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले उनके प्रति काफी गुस्सा रखते हैं। इसलिए उनके साथ काम करना कठिन होगा। वे अपनी मनमर्जी से राज्य कांग्रेस को चला रहे हैं और फैसले ले रहे हैं। हालांकि, इस नाना पटोले ने ऐसे किसी खत के बारे में जानकारी होने से अनभिज्ञता जाहिर की थी।

विधान परिषद चुनाव के बाद थे निशाने पर

नासिक विधान परिषद चुनाव को लेकर कांग्रेस में अंदरूनी गुटबाजी उस वक्त उभर कर सामने आई, जब कांग्रेस के आधिकारिक उम्मीदवार होने के बावजूद सुधीर तांबे ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था। तांबे थोराट के बहनोई हैं और नासिक से निर्वतमान कांग्रेस एमएलसी थे। इस चुनाव में उन्होंने अपने बेटे सत्यजीत तांबे को निर्दलीय उतारा था और वे जीतने में सफल भी रहे। जिससे नाराज कांग्रेस पार्टी ने बाप-बेटे दोनों को निलंबित कर दिया।

इस पूरे प्रकरण पर बालासाहेब थोराट की तरफ से कोई बयान नहीं आया। उनके मौन को सुधीर तांबे का समर्थन समझा किया। थोराट हालांकि, खुद उनके प्रचार में नहीं गए लेकिन उनके कई निकटवर्ती सत्यजीत तांबे के प्रचार में मौजूद थे। इसे लेकर पटोले गुट के नेताओं ने थोराट और उनके परिवार को लेकर तल्ख टिप्पणियां की, जिससे उन्हें आहत बताया जा रहा है।

8 बार के विधायक हैं थोराट

बालासाहेब थोराट महाराष्ट्र कांग्रेस के सबसे कद्दावर नेताओं में गिने जाते हैं। उनकी पहचान एक किसान नेता की रही है। वे एक या दो बार नहीं बल्कि 8 बार के विधायक हैं। इसलिए उनकी गिनती विधानसभा में भी सबसे वरिष्ठ विधायकों में होती है। विपक्षी पार्टियों में भी उनका काफी सम्मान है। थोराट कैबिनेट मंत्री के अलावा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और विधानसभा में कांग्रेस पार्टी के सीएलपी रह चुके हैं। वर्तमान में वे संगामनेर विधानसभा सीट से विधायक हैं।

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