दिल्ली में बढ़ते संक्रमण के बीच व्यापारियों की बैठक, दुकानों पर लिया बड़ा फैसला

दिल्ली में बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच दुकानें और बाजार बंद होने की चर्चाओं पर विराम लग गया है। व्यापारियों के संगठन चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बैठक में दुकानें खुली रखने का फैसला किया है

Update:2020-06-15 09:41 IST

अंशुमान तिवारी

नई दिल्ली: दिल्ली में बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच दुकानें और बाजार बंद होने की चर्चाओं पर विराम लग गया है। व्यापारियों के संगठन चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बैठक में दुकानें खुली रखने का फैसला किया है। इस बैठक में दिल्ली की 170 बड़ी व्यापारिक संस्थाओं ने हिस्सा लिया। बैठक के बाद सीटीआई की ओर से बताया गया कि दुकानें बंद होने की बात महज अफवाह है। सीटीआई के साथ ही कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने भी कहा है कि दिल्ली के बाजार पहले की तरह ही खुले रहेंगे।

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अधिकांश संगठन दुकानें खोलने के पक्ष में

दिल्ली में कोरोना के बढ़ते केसों के बीच व्यापारियों की ओर से यह बड़ी बैठक बुलाई गई थी। दिल्ली में पिछले तीन दिनों से रोजाना दो हजार से ज्यादा नए केस मिल रहे हैं और कोरोना से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 41000 से ऊपर पहुंच गया है। ऐसे में इस महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया था। सीटीआई के संयोजक बृजेश गोयल व अध्यक्ष सुभाष खंडेलवाल ने बताया कि 170 में से 157 व्यापारिक संगठनों की राय थी कि दिल्ली में कोरोना के केस बढ़ने के बावजूद दुकानें बंद नहीं होनी चाहिए। सिर्फ तेरह संगठनों ने ही दुकानों को बंद रखने का पक्ष लिया।

व्यापारियों को सता रहा यह डर

उन्होंने बताया कि कुछ व्यापारिक संगठनों का कहना था कि कोरोना के कहर के कारण काफी संख्या में मजदूर पहले ही घर वापसी कर चुके हैं और यदि दुकानों को बंद रखने का फैसला किया गया तो बचे खुचे मजदूर भी घर लौट जाएंगे। ऐसे में दुकानों को खोलना भी मुश्किल हो जाएगा। उनका कहना था कि काम नहीं मिलने के कारण मजदूरों को ज्यादा दिनों तक रोक पाना संभव नहीं दिखता।

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हालांकि व्यापारियों ने दुकानों को खोलने में एहतियात बरतने पर जोर दिया। कैट के महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने बताया की वीडियो कांफ्रेंसिंग में 275 व्यापारी नेताओं ने हिस्सा लिया और बैठक में फिलहाल बाजारों को खुला रखने का फैसला किया गया।

95 फ़ीसदी व्यापारियों की यह राय

भारतीय उद्योग व्यापार मंडल ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए दिल्ली के बाजारों के संबंध में व्यापारियों की राय ली। इस बैठक में दिल्ली के 78 एसोसिएशन ने हिस्सा लिया। बैठक में भाग लेने वाले 95 फीसदी व्यापारियों की राय थी कि व्यापार को पूरी तरह ठप करना समस्या का समाधान नहीं है। व्यापारियों की राय थी कि लॉकडाउन के कारण पहले ही काफी आर्थिक चपत लग चुकी है। ऐसे में फिर दुकानों को बंद करने का फैसला व्यापारियों के हित में नहीं होगा।

सरकारी दिशानिर्देशों का पालन करने पर जोर

इस बैठक में कोरोना के संबंध में सरकार की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करने का फैसला किया गया। उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष अरुण सिंघानिया ने बताया कि व्यापारियों का कहना था कि दुकानों को बंद करने से व्यापार पूरी तरीके से पटरी से उतर जाएगा।

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उन्होंने कहा कि व्यापारियों को पहले ही काफी नुकसान हो चुका है। ऐसे में फिलहाल बाजार बंद करने का फैसला उचित नहीं होगा। उन्होंने कहा कि व्यापारी बाजार खुला रखने के पक्ष में है मगर कोरोना के संबंध में पूरी तरह एहतियात बरतने के पक्ष में भी हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में कोरोना के केस काफी बढ़ रहे हैं। इसलिए दुकानों को खोलने में सतर्कता जरूरी है।

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