Mizoram Election Counting 2023: मिजोरम में ZPM को 27 और MNF को मिली 10 सीट, सीेएम जोरामथांगा चुनाव हारे, लालदुहोमा जीते

Mizoram Election Counting 2023: मिजोरम विधानसभा चुनाव में मौजूदा मुख्यमंत्री जोरामथांगा को अपनी सीट पर शिकस्त मिली है। वहीं, राज्य के भावी सीएम लालदुहोमा जीत गए हैं।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update: 2023-12-04 02:10 GMT

Mizoram Election Counting 2023 (Photo:Social Media)

Mizoram Election Counting 2023: मिजोरम की 40 विधानसभा सीटों में जेपीएम को 27 सीटों पर जीत मिली है। राज्य में सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 21 है यानी पार्टी ने बहुमत हासिल कर लिया है। वहीं, सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है। उसे केवल 10 सीट मिली है। कांग्रेस का प्रदर्शन पिछली बार से भी खराब रहा, पार्टी महज एक सीट जीत पाई है।  जबकि पिछली बार एक सीट जीतने वाली बीजेपी ने इस बार 2 सीटों पर सफलता पाई है। जेपीएम की आंधी में मौजूदा सीएम जोरामथांगा को हार का सामना करना पड़ा है। वहीं, सीएम पद के दावेदार लालदुहोमा चुनाव जीत गए हैं।

बता दें कि  सात नवंबर को एक चरण में सभी 40 सीटों पर मतदान हुआ था। वोटिंग प्रतिशत 77 प्रतिशत से अधिक रहा था। राज्य में मुख्य मुकाबला सत्ताधारी मिजो नेशनल फ्रंट और जोरम पीपुल्स मुवमेंट के बीच था। बीजेपी और कांग्रेस के बीच तीसरे और चौथे स्थान की लड़ाई थी। तमाम एग्जिट पोल्स में मुख्य विपक्षी जोरम पीपुल्स मुवमेंट (जेपीएम) की जीत की भविष्यवाणी की गई थी। जो  सच साबित हुई है। जेपीएम पहली बार मिजोरम में सरकार बनाने जा रही है। 

रविवार को नहीं आ सके थे नतीजे

पूर्वोत्तर राज्य मिजोरम में भी बाकी के चार राज्यों के साथ नतीजे कल यानी रविवार तीन दिसंबर को आने वाले थे। लेकिन चुनाव आयोग ने शनिवार देर शाम को एक आदेश जारी कर 4 दिसंबर को मतगणना कराने का ऐलान किया था। दरअसल, ईसाई आबादी बहुल मिजोरम में रविवार को काउंटिंग की तारीख का काफी समय से विरोध हो रहा था।

यहां के कई ईसाई संगठन चुनाव आयोग से इस तारीख में बदलाव की मांग कर रहे थे। रविवार ईसाईयों के लिए पवित्र दिन है। इस दिन ईसाई समुदाय के लोग कई कार्यक्रम करते हैं। रविवार को काउंटिंग होने के कारण इनमें बदलाव करना पड़ेगा, इसलिए मांग की जा रही थी कि इस दिन मतगणना न कराई जाए।

2018 में क्या रहे थे परिणाम

साल 2018 में मौजूदा मुख्यमंत्री जोरामथांगा के नेतृत्व में एमएनएफ ने 26 सीटों पर जीत हासिल कर स्पष्ट जनादेश हासिल किया था। कांग्रेस 2008 से सत्ता में काबिज थी। 2013 में उसे 34 सीटों पर जीत मिली थी। लेकिन 2018 में पार्टी फिसलकर तीसरे नंबर पर पहुंच गई और महज पांच सीटें ही जीत पाई। दूसरे नंबर पर जोरम पीपुल्स मुवमेंट (जेपीएम) रही थी, जिसे 8 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। वहीं, भारतीय जनता पार्टी को महज एक सीट से संतोष करना पड़ा था।

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