भुवनेश्वर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को भुवनेश्वर के निकट जटनी में राष्ट्रीय विज्ञान शिक्षा अनुसंधान संस्थान (नाइजर) को राष्ट्र को समर्पित किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा 'हमारी सारी खोज सामान्यजन के हित में होनी चाहिए'। उन्होंने कहा कि यह जरूरी नहीं की हर शोधकर्ता को नोबल पुरस्कार मिले। हमारी खोज तभी सार्थक होगी जब यह सामान्य मानवीय के कल्याण के काम आएगी।
नए-नए विषयों पर करें शोध
प्रधानमंत्री ने नए-नए विषयों में लगातार शोध करने की आवश्यकता बताते हुए कहा कि ऊर्जा के क्षेत्र में हमें वैकल्पिक ऊर्जा पर ध्यान केंद्रीत करना होगा। इसके लिए उन्होंने युवा विज्ञानियों का आह्वान करते हुए कहा कि सौर ऊर्जा हमारे लिए अपार ऊर्जा का स्त्रोत साबित होगी। हमें इसे संरक्षण कर दोबारा उपयोग में लाने के लिए सस्ती एवं टिकाऊ तकनीक विकसित करनी होगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि एलइडी बल्ब का उपयोग कर हम बिजली की खपत में उल्लेखनीय बचत कर सकते हैं। भारत जैसे गरीब देश के लिए ऐसी ही तकनीक की आवश्यकता है जो उत्पादन के खर्च को बढ़ाने की बजाए उपयोग में किफायती है।
पीएम ने ये भी कहा :
-प्रधानमंत्री ने कहा कि हम 'जीरो इफेक्ट एवं जीरो डिफेक्ट की नीति' पर काम कर रहे हैं। जीरो इफेक्ट से हमारा मतलब जीरो दुष्प्रभाव,जीरो साइड इफेक्ट है ताकि पर्यावरण पर प्रतिकूल असर ना पड़े। उसी तरह जीरो डिफेक्ट ऐसा हो कि दुनिया भर में भारतीय सामान खरीदने के लिए लोगों में आग्रह बढ़े।
-मोदी ने कहा कि ओडिशा में कोयला का भारी भंडार है मगर आवश्यकता इस बात की है कि कोयले को कोल गैसिफिकेसन तकनीक के जरिए ऊर्जा बनाने के काम में लाया जाए ताकि पर्यावरण पर बुरा प्रभाव न पड़े। उन्होंने विस्तृत समुद्री तट पर ब्लू रिवोल्यूशन लाने की बात कही। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें समुद्री संपदा के सदुपयोग पर धन केंद्रित करना होगा।
-मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि नाइजर जैसे संस्थानों की प्रतिष्ठा विज्ञान के क्षेत्र में नए शोध कार्य को बढ़ावा देगी। उन्होंने स्वर्गीय बीजू बाबू द्वारा विज्ञान के क्षेत्र में किए गये अनेक कार्य का बखान भी किया।
इस मौके पर राज्यपाल एससी जमीर, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, केंद्रीय विज्ञान व तकनीकी मंत्री जितेंद्र सिंह, आदिवासी कल्याण मंत्री जुएल ओराम, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान, सासंद प्रसन्न पाटशाणी, एटमीक एनर्जी के अध्यक्ष शेखर बसु, नाइजर के निदेशक चन्द्रशेखर सहित अनेक मान्यगण उपस्थित थे।