नई दिल्ली: मोदी सरकार ने अपने तीसरे बजट से 'अमीरों की सरकार' का दाग धोने की कोशिश की है। अमीरों पर सरचार्ज बढ़ाकर उन्होंने गरीब वर्ग को कुछ राहत देने की कोशिश की है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सोमवार को अपना पिटारा खोला तो उसमें गरीबों, किसानों और गांवों के लिए काफी कुछ निकला। हालांकि, अमीरों और मीडिल क्लास को कई झटके लगे हैं।
गरीबों, युवाओं और किसानों को क्या मिला
-डेढ़ करोड़ गरीब महिलाओं को एलपीजी कनेक्शन दिया जाएगा। इसके लिए दो हजार करोड़ रुपए रखे गए हैं।
-मजदूरों के लिए काम के घंटे और छुट्टी का दिन भी तय किया जाएगा।
-1500 स्किल ट्रेनिंग सेंटर खोले जाएंगे और युवाओं के कौशल का विकास किया जाएगा।
-सभी जिलों में डायलिसिस सेंटर खोले जाएंगे ताकि गरीबों को सस्ती सुविधा मिले।
-दवाओं के लिए तीन हजार सरकारी स्टोर खुलेंगे।
-स्वास्थ्य बीमा योजना में इलाज पर खर्च मिलेगा
-सभी तंबाकू उत्पादों को महंगा किया गया, लेकिन बीड़ी को छूट।
गांवों को क्या दिया
-मनरेगा के लिए 38500 करोड़ रुपये खर्च किये जाएंगे, गरीबों को रोजगार मिलेगा।
-2.87 लाख करोड़ रुपये ग्रामीण पंचायतों को दिए जाएंगे, पंचायतों के अधिकार भी बढाए जाएंगे।
-एक मई 2018 तक देश के हर गांवों में बिजली पहुंचा दी जाएगी।
-ग्रामीण भारत के लिए नई डिजिटल साक्षरता स्कीम।
-गांवों में बिजली के लिए 8500 करोड़ रुपये रखे जाएंगे।
-ग्रामीण सड़क योजना पर 97 हजार करोड़ खर्च किये जाएंगे
किसानों को क्या दिया
-2022 तक दोगुनी आमदनी का वादा किया गया है।
-सिंचाई के लिए 20 हजार करोड़ रुपये का आवंटन।
-मनरेगा योजना के तहत सिंचाई के लिए पांच लाख कुंएं और तालाब बनाए जाएंगे।
-तीन साल में पांच लाख एकड़ में जैविक खेती करने का लक्ष्य है।
-कचरे से खाद बनाने की देशव्यापी स्कीम शुरू करने की योजना।
-15 हजार करोड़ रुपये किसानों को लोन देने के लिए आवंटित।
-सभी मंडियों को ऑनलाइन जोड़ने की योजना।
-किसानों के लिए स्वास्थ्य बीमा योजना शुरू होगी।
-डेयरी उद्योग के लिए चार नयी योजनायें, रोजगार बढ़ाने पर जोर।
अमीरों की जेब से इस तरह निकलेगा पैसा
-एक करोड़ से अधिक आमदनी वाले अमीरों पर सरचार्ज को 12 फीसदी से बढ़ाकर 15 फीसदी किया गया।
-एसयूवी सहित सभी कारों की कीमतें बढ़ जाएंगी।
-ब्रांडेड कपड़े, सिगरेट, सिगार और अन्य तंबाकू उत्पाद के लिए अधिक पैसे देने होंगे।
-सोने और हीरे के गहने महंगे हो गए हैं।