CII के कार्यक्रम में बोले PM मोदी, अर्थव्यवस्था की रफ्तार वापस पाना मुश्किल नहीं
कोरोना संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भारतीय उद्योग परिसंघ CII के वार्षिक कार्यक्रम को संबोधित किया। पीएम मोदी ने भारतीय अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कारोबारियों को मंत्र दिया।
नई दिल्ली: कोरोना संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भारतीय उद्योग परिसंघ CII के वार्षिक कार्यक्रम को संबोधित किया। पीएम मोदी ने भारतीय अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कारोबारियों को मंत्र दिया। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से निपटकर हम निश्चित तौर पर अपनी ग्रोथ को हासिल करेंगे और यह मुमकिन है। उन्होंने कहा कि हां, हां, हां हम अपना विकास फिर से हासिल करेंगे (Yes, Yes, Yes we will get our growth back)' उन्होंने कहा कि उनके विश्वास के पीछे कई वजह है।
पीएम मोदी ने आत्मनिर्भर भारत के निर्माण पर सरकार की सोच को सामने रखते हुए कहा कि देश अब लॉकडाउन को पीछे छोड़ चुका है। उन्होंने कहा कि आज से तीन महीने पहले देश में एक भी PPE किट नहीं बनती थी, लेकिन आज रोज तीन लाख किट बन रही हैं। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत से जुड़ी हर जरूरत का ध्यान सरकार रखेगी। पीएम मोदी ने कहा कि CII हर सेक्टर को लेकर एक रिसर्च तैयार करे और प्लान मुझे दे।
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प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस के इस संकट में इस तरह के ऑनलाइन इवेंट शायद यही एक न्यू नॉर्मल है, लेकिन ये हमारी सबसे बड़ी ताकत है। आज भी हमें इस वायरस से लड़ना है, तो दूसरी ओर अर्थव्यवस्था का भी ध्यान रखना है। प्रधानमंत्री CII के कार्यक्रम में कारोबारियों को संबोधित करते हुए कहा कि हम अपनी अर्थव्यवस्था की तेज रफ्तार को बिल्कुल वापस पाएंगे।
उन्होंने कहा कि SME और आंत्रप्रेन्योर पर भरोसा है। उद्योग जगत और इनके लीडर्स पर भरोसा है। पीएम मोदी ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को स्थिर करना और उसे रफ्तार देनी जरूरी है। इसके लिए सरकार हरसंभव कोशिश कर रही है।
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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मुझे पूरा भरोसा है कि हम अपना ग्रोथ हासिल करेंगे। मेरे इस विश्वास के पीछे कई कारण हैं। पीएम मोदी ने कहा कि मुझे देश की क्षमता, टैलेंट और टेक्नोलॉजी पर भरोसा है, यही वजह है कि हमें विश्वास है कि हम एक बार फिर अर्थव्यवस्था को तेज़ रफ्तार देंगे। कोरोना ने हमारी स्पीड भले ही धीमी की हो, लेकिन भारत लॉकडाउन को पीछे छोड़कर अनलॉक फेज़ में घुस चुका है।
पीएम मोदी ने कारोबारियों को भरोसा दिया कि वह उनके साथ खड़े हैं और आप दो कदम आगे बढ़ाएंगे तो सरकार चार कदम आगे बढ़ाएगी। रणनीतिक मामलों में किसी दूसरे पर निर्भर रहना ठीक नहीं है, आत्मनिर्भर भारत का मतलब रोजगार पैदा करना और विश्वास पैदा करना है। ताकि भारत की हिस्सेदारी ग्लोबल सप्लाई चेन में मजबूत हो सके।
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विकास के लिए 5 बातें हैं जरूरी
पीएम मोदी ने कहा कि गरीब परिवारों को 53 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की वित्तीय मदद दी जा चुकी है। महिलाएं दिव्यांग, बुजुर्ग श्रमिक को इससे लाभ मिला है। लाॅकडाउन के दौरान सरकार ने गरीबों को 8 करोड़ से ज्यादा गैस सिलेंडर उनके घर तक मुफ्त में पहुंचा दिया है। निजी क्षेत्र के करीब 50 लाख कर्मचारी के खाते में 24% ईपीएफ का कंट्रीब्यूशन किया गया है। भारत को फिर से तेज विकास के पथ पर लाने के लिए 5 बातें बहुत जरूरी है।
-इंटेंट (Intent)
-इन्क्लूजन (Inclusion)
-इन्फ्रास्ट्रक्चर (Infrastructure)
-इन्वेस्टमेंट(Investment)
-इनोवेशन (Innovation)
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उन्होंने कहा कि हाल ही में जो बोल्ड फैसले लिए हैं इसमें इसकी झलक दिख जाएगी। देश को भविष्य के लिए तैयार किया है। इसलिए भारत बड़ी उड़ान के लिए तैयार है। हमारे लिए सुधार का मतलब है, फैसले लेने का साहस करना और उसे तार्किक परिणिति पर पहुंचाना।
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