Nehru Memorial Museum Name: 'नेहरू स्मारक संग्रहालय एवं पुस्तकालय सोसाइटी' का नाम भी मोदी सरकार ने बदला, भड़की कांग्रेस

Nehru Memorial Museum Name Change: नेहरू स्मारक संग्रहालय एवं पुस्तकालय सोसाइटी का नाम बदलकर अब 'प्राइम मिनिस्टर्स म्यूजियम एंड लाइब्रेरी सोसाइटी' करने का फैसला लिया गया है। ये निर्णय एक विशेष बैठक में लिया गया। जिसकी अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की। वे सोसाइटी के उपाध्यक्ष हैं।

Update: 2023-06-16 10:42 GMT
Nehru Memorial Museum Name Change (Social Media)

Nehru Memorial Museum Name Change: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के तीन मूर्ति भवन (Teen Murti Bhavan) परिसर स्थित नेहरू स्मारक संग्रहालय एवं पुस्तकालय सोसाइटी (NMML) का नाम बदलकर अब 'प्रधानमंत्री संग्रहालय एवं पुस्तकालय सोसाइटी' कर दिया गया है। इस पर कांग्रेस पार्टी ने की तीखी प्रतिक्रिया दी है। आपको बता दें, तीन मूर्ति भवन भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) का आधिकारिक आवास था।

नेहरू स्मारक संग्रहालय एवं पुस्तकालय सोसाइटी का नाम बदलकर अब 'प्राइम मिनिस्टर्स म्यूजियम एंड लाइब्रेरी सोसाइटी' करने का फैसला लिया गया है। ये निर्णय एक विशेष बैठक में लिया गया। जिसकी अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की। वे सोसाइटी के उपाध्यक्ष हैं।

संस्कृति मंत्रालय ने ये बताया

संस्कृति मंत्रालय (Ministry of Culture) ने 16 जून को कहा कि, 'नेहरू स्मारक संग्रहालय एवं पुस्तकालय सोसाइटी (NMML) की एक विशेष बैठक में इसका नाम बदलने का फैसला लिया।' उसने बताया कि सोसाइटी के उपाध्यक्ष रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने इस बैठक की अध्यक्षता की। बयान में बताया गया है कि राजनाथ सिंह ने बैठक को संबोधित करते हुए 'नाम में बदलाव के प्रस्ताव का स्वागत' किया। क्योंकि, अपने नए प्रारूप में ये संस्थान जवाहरलाल नेहरू से लेकर नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) तक सभी प्रधानमंत्रियों के योगदान तथा उनके सामने आई विभिन्न चुनौतियों के दौरान उनकी प्रतिक्रिया को दिखाता है।

'संकीर्णता और प्रतिशोध का दूसरा नाम मोदी है'

'नेहरू मेमोरियल' का नाम बदले जाने से देश में सियासत तेज हो गयी है। सबसे बड़ा विरोध कांग्रेस पार्टी ने किया है। कांग्रेस ने मोदी सरकार पर निशाना साधा। कांग्रेस नेता जयराम रमेश (Congress leader Jairam Ramesh) ने कहा, 'संकीर्णता और प्रतिशोध का दूसरा नाम मोदी है।'

जानें क्यों बदला गया नाम?

अब सवाल उठता है कि संग्रहालय का नाम क्यों बदला गया? इसके जवाब में बताया गया कि, कार्यकारी परिषद ने महसूस किया कि संस्थान का नाम वर्तमान गतिविधियों को प्रतिबिंबित करने वाला होना चाहिए। इसमें एक नया संग्रहालय भी है, जो आज़ाद भारत में लोकतंत्र की सामूहिक यात्रा को दर्शाता है। राष्ट्र निर्माण में प्रत्येक प्रधानमंत्री के योगदान को दिखाता है।

क्या हुए बदलाव?

आपको बता दें, संग्रहालय को अपडेट किया गया है। ये म्यूजियम पुनर्निर्मित तथा नवीनीकृत नेहरू संग्रहालय भवन से शुरू होता है। यह भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के जीवन और योगदान पर तकनीकी रूप से उन्नत प्रदर्शन के साथ पूरी तरह से अपडेट किया गया है।

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