Corona Alert: दूसरी बीमारियों ने दी दस्तक, आप भी हो जाए सावधान
महात्मा गांधी अस्पताल के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर एवं हेड डॉक्टर पुनीत रिझवानी ने इस गंभीर समस्याओं के बारे में जानकारी दी है। उन्होने बताया कि कोरोना के बाद डायबिटिक पेशेंट की आंखों में फंगल इंफेक्शन न्यूकर माइकोसिस के केस सामने आ रहे है। पहले इस तरह के केस सालभर में एक-दो ही देखने को मिलते थे।
जयपुर: देश में बेशक कोरोना के केस कम होने के साथ-साथ लोग स्वस्थ भी हो रहे हैं, लेकिन इस महामारी से ठीक होने के बाद के लोगों के शरीर में अन्य बीमारियां दस्तक दे रही हैं। जी हां, जयपुर से एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जो हैरान और परेशान कर देने वाली है।बता दें कि जयपुर में कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों के शरीर में कुछ गंभीर बीमारिया पाई गई है, जो काफी गंभीर है। इस समस्या से महात्मा गांधी अस्पताल के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर एवं हेड डॉक्टर पुनीत रिझवानी ने रूबरू कराया।
कोरोना से ठीक हो चुके लोगों को हो रही है गंभीर बीमारी
जानकारी के मुताबिक, कोरोना से निजात पाने के बाद मरीजों को अब दूसरी बीमारी घेर रही हैं। बता दें कि यह मामला जयपुर से सामने आया है। महात्मा गांधी अस्पताल के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर एवं हेड डॉक्टर पुनीत रिझवानी ने इस गंभीर समस्याओं के बारे में जानकारी दी है। उन्होने बताया कि कोरोना के बाद डायबिटिक पेशेंट की आंखों में फंगल इंफेक्शन न्यूकर माइकोसिस के केस सामने आ रहे है। पहले इस तरह के केस सालभर में एक-दो ही देखने को मिलते थे। लेकिन अब उन्होंने करीब पांच केस ऐसे देखे हैं, जिनमें पोस्ट कोविड मरीज को इस तरह का इंफेक्शन हो रहा है।
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बहुत खतरनाक इंफेक्शन हैं- डॉ. पुनीत
मरीजों में देखे जाने वाली गंभीर बीमारियों के बारे में बताते हुए डॉ. पुनीत ने कहा कि यह बहुत खतरनाक इंफेक्शन हैं और समय पर सावधानी नहीं बरती, तो यह काफी खतरनाक हो सकता है। उन्होंने बताया कि शुगर के मरीजों में यह बीमारी ज्यादा देखी जा रही है। इसका लक्षण आंखों में सूजन, सिर दर्द, धुंधला दिखाई देना है।
संक्रमण के बाद हो रही है से बीमारियां
साथ ही डॉक्टर रिझवानी ने बताया कि कोरोना संक्रमण से ठीक होने के बाद भी लंग्स में फेब्रोसिस, जोड़ो में दर्द और गले में संक्रमण, हाथ-पैर में दर्द, स्टेमिना कमजोर होना, चिड़चिड़ापन जैसी बीमारियां सामने आ रही है। वहीं डॉक्टर्स के मुताबिक, कोरोना महामारी के समय में कोरोना के चपेट में आए मरीज इस महामारी छुटकारा पा चुके हैं। लेकिन कई मरीज ऐसे पाए गए, जो पोस्ट कोविड के दौरान उन्हें अचानक कार्डियक अरेस्ट और ब्रेन सट्रॉक हो रहा है। ऐसे गंभीर बीमारियों से बचने के लिए जरूरी है कि कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों को समय-समय पर डी डाइमेर वेल्यूज करानी चाहिए, ताकि इस टेस्ट से यह पता चल सके कि खून कितना गाढ़ा है।
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