निर्भया के दोषियों ने बनाया नया प्लान, क्या फांसी से बचने का ये पैतरा आएगा काम ?
नई दिल्ली: निर्भया गैंगरेप और हत्या के मामले के दोषी एक बार फिर मंगलवार को कोर्ट में याचिकाएं लंबित होने के आधार पर फांसी टलवाने के लिए पटियाला हाउस कोर्ट का रुख करेंगे। इससे पहले भी पटियाला हाउस कोर्ट कानूनी विकल्पों के आधार पर तीन अलग-अलग डेथ वारंट स्थगित कर चुका है। स्पष्ट है कि दोषियों के सभी कानूनी विकल्प अब समाप्त हो चुके हैं, लेकिन कानून के अन्य पहलुओं के प्रयोग के जरिये तिकड़म लगाते हुए पवन, विनय और मुकेश फिर से फांसी को टलवाने के प्रयास कर रहे हैं। बता दें कि दोषियों को फांसी की तारीख 20 मार्च मुकर्रर की है।
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पवन की मारपीट की याचिका पर कोर्ट ने मांगी रिपोर्ट-
बीते दिनों दोषी पवन ने कड़कड़डूमा कोर्ट में मंडोली जेल के दो पुलिसकर्मियों पर मारपीट का आरोप लगाकर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए याचिका दायर की है। अब याचिका के आधार पर न्यायाधीश ने 12 मार्च को जेल प्रशासन को नोटिस जारी कर आरोपी पुलिसकर्मियों पर की गई कार्रवाई की रिपोर्ट 8 अप्रैल तक मांगी है।
वहीँ निर्भया के दोषियों के वकील एपी सिंह ने कहा कि याचिकाएं लंबित होने की स्थिति में पटियाला हाउस कोर्ट में फांसी को कानूनी तौर स्थगित किया जाना चाहिए। इसलिए वह सभी तर्कों को मंगलवार को पटियाला हाउस कोर्ट में रखेंगे, चूंकि जब तक दोषियों की याचिकाओं का निपटारा नहीं होता तब तक फांसी नहीं दी जा सकती।
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दोषियों के परिवारवालों ने लगाया तिकड़म-
बता दें कि इसके पहले चारों दोषियों के परिवारवालों ने तिकड़म लगाते हुए रविवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर इच्छामृत्यु की अनुमति मांगी। दोषियों के परिवार ने हिन्दी में राष्ट्रपति को लिखे पत्र में कहा है कि हम आपसे और पीड़िता के माता-पिता से अनुरोध करते हैं कि वे हमारे अनुरोध को स्वीकार करें और हमें इच्छामृत्यु की अनुमति दें। भविष्य में होने वाले किसी भी अपराध को रोकें, ताकि निर्भया जैसी दूसरी घटना न हो।
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