Mission 2024: सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस और आप नेताओं की बैठक, नहीं बन सकी सहमति, जल्द ही दोनों दलों में फिर होगी चर्चा
Mission 2024: विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया में शामिल दलों के बीच लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सीट बंटवारे को लेकर बातचीत शुरू हो गई है। सीट बंटवारे के मुद्दे पर चर्चा के लिए आज कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेताओं की महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस बैठक के दौरान दिल्ली और पंजाब के साथ ही हरियाणा और गुजरात में भी सीट बंटवारे पर मंथन किया गया।
Mission 2024: विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया में शामिल दलों के बीच लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सीट बंटवारे को लेकर बातचीत शुरू हो गई है। सीट बंटवारे के मुद्दे पर चर्चा के लिए आज कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेताओं की महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस बैठक के दौरान दिल्ली और पंजाब के साथ ही हरियाणा और गुजरात में भी सीट बंटवारे पर मंथन किया गया।
कांग्रेस नेता मुकुल वासनिक के घर पर हुई यह बैठक करीब ढाई घंटे चली। हालांकि इस बैठक के दौरान दौरान सीट बंटवारे पर अंतिम सहमति नहीं बन सकी। बैठक के बाद वासनिक ने कहा कि दोनों दलों के बीच अच्छे माहौल में चर्चा हुई है और कुछ दिनों बाद दूसरी बैठक के दौरान सीट बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
सीट बंटवारे पर नहीं लग सकी मुहर
आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच विशेष रूप से दिल्ली और पंजाब में सीटों को लेकर काफी खींचतान दिखती रही है। ऐसे में आज की बैठक को सियासी नजरिए से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा था। इस बैठक के दौरान कांग्रेस की ओर से मुकुल वासनिक के अलावा राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरविंद सिंह लवली भी मौजूद थे। आम आदमी पार्टी की ओर से दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी और आप सांसद संदीप पाठक ने बैठक में हिस्सा लिया।
ढाई घंटे तक चली बैठक के बाद कांग्रेस नेता मुकुल वासनिक ने कहा कि दोनों दलों के बीच काफी अच्छे माहौल में चर्चा हुई है। उन्होंने बताया कि दोनों दलों के नेताओं ने अपना-अपना पक्ष रखा है और सभी मुद्दों पर चर्चा की गई है। हालांकि इस बैठक के दौरान सीट बंटवारे पर अंतिम सहमति नहीं बन सकी है। कांग्रेस नेता ने कहा कि जल्द ही दोनों दलों के बीच दूसरी बैठक होगी और इस दौरान सीट बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
दिल्ली और पंजाब में भारी खींचतान
वैसे सियासी जानकारों का कहना है कि दोनों दलों के बीच सीट बंटवारे के पेंच को सुलझाना उतना आसान नहीं है। दरअसल दिल्ली और पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है और पार्टी इन दोनों राज्यों में कांग्रेस को ज्यादा हिस्सा देने को तैयार नहीं दिख रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुख्य अरविंद केजरीवाल ने तो पिछले दिनों अपने पंजाब दौरे के समय राज्य की जनता से राज्य की सभी 13 सीटों पर जीत दिलाने की अपील कर डाली थी।
दिल्ली और पंजाब के साथ ही हरियाणा और गुजरात में भी दोनों दलों के बीच सीट बंटवारे का मुद्दा उलझा हुआ है। गुजरात दौरे के समय केजरीवाल ने अपनी पार्टी के उम्मीदवार की घोषणा भी कर डाली थी। इससे पहले पंजाब में कांग्रेस विधायक की गिरफ्तारी के बाद भी दोनों दलों के बीच तीखी बयानबाजी हुई थी।
पंजाब कांग्रेस के नेता भी कर रहे विरोध
वैसे कांग्रेस की पंजाब इकाई भी राज्य में आम आदमी पार्टी के साथ सीट बंटवारे का विरोध कर रही है। पंजाब कांग्रेस के नेता सीट बंटवारे के पक्ष में नहीं है और उन्होंने पार्टी हाईकमान तक अपनी बात पहुंचाई है। वैसे पंजाब कांग्रेस के नेताओं का यह भी कहना है कि इस बाबत आखिरी फैसला पार्टी हाईकमान को ही लेना है। पंजाब के पिछले विधानसभा चुनाव में अपने कांग्रेस को जबर्दस्त झटका देते हुए राज्य की सत्ता पर कब्जा कर लिया था। इस कारण दोनों दलों के बीच लगातार खींचातान की स्थिति बनी हुई है। हाल दिनों में दोनों दलों की ओर से एक-दूसरे पर तीखे हमले किए गए हैं।