सामने आया ये सच: इन लोगों को कोरोना से खतरा कम, किया गया ये दावा

इस वक्त पूरी दुनिया कोरोना वायरस के खिलाफ जंग लड़ रही है। सभी देश कोरोना को जल्द से जल्द खत्म करने के लिए जुटे हुए हैं। इस बीच एक शोध में पता चला है कि कोरोना वायरस हर तरह के ब्लड ग्रुप वाले लोगों पर एक जैसा असर नहीं करता है।

Update:2020-06-11 12:37 IST

नई दिल्ली: इस वक्त पूरी दुनिया कोरोना वायरस के खिलाफ जंग लड़ रही है। सभी देश कोरोना को जल्द से जल्द खत्म करने के लिए जुटे हुए हैं। इस बीच एक शोध में पता चला है कि कोरोना वायरस हर तरह के ब्लड ग्रुप वाले लोगों पर एक जैसा असर नहीं करता है।

ब्लड ग्रुप O के लोगों में संक्रमण की आशंका कम

बायोटेक कंपनी 23andMe के प्राथमिक शोध में यह बात सामने आई है कि जो लोग ब्लड ग्रुप O के हैं, उनमें सार्स कोव-2 (Sars Cov-2) के संक्रमण की आशंका कम होती है। इस अध्ययन में करीब 75 लोगों को शामिल किया गया। जिसमें पाया गया कि जिन लोगों का ब्लड ग्रुप O प्रकार का होता है, उनके बाकी ब्लड ग्रुप के लोगों के मुकाबले कोरोना संक्रमित होने की आशंका नौ से 18 फीसदी कम होती है।

यह भी पढ़ें: शिक्षकों का फर्जी घोटाला: सरकार ने कंसा शिकंजा, सैलरी को लेकर दिया ये आदेश

ऐसे लोगों का भी अलग से किया गया अध्ययन

वहीं इसमें एक अलग समूह वाले लोग जिनके कोरोना संक्रमित होने की आशंका अधिक होती है, जैसे, हेल्थकेयर, अन्य महत्वपूर्ण काम करने वाले कर्मचारी या फिर संक्रमित पाए गए लोगों के संपर्क में रहने वाले लोगों का अलग से अध्ययन किया गया। जिसमें पाया गया कि उनमें भी शामिल O ब्लड ग्रुप वाले लोगों में सार्स कोव-2 के संक्रमण की आशंका 13 से 26 प्रतिशत कम होती है।

यह भी पढ़ें: दिल्ली, मुंबई ने वुहान को पीछे छोड़ा, जरूरी हो गये हैं कोरोना के लिए ये कदम

अस्पताल में एडमिट होने की आशंकी भी कम

इस स्टडी में शोधकर्ताओं ने पाया कि O ब्लड ग्रुप वाले लोगों के अस्पताल में एडमिट होने की आशंकी भी कम है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अभी इस स्टडी का रीव्यू नहीं किया गया है। साथ ही यह अभी किसी वैज्ञानिक जर्नल में भी प्रकाशित नहीं हुआ है।

अध्ययन में शामिल हुए लोगों को दो भागों में बांटा गया

शोधकर्ताओं ने अपने इस अध्ययन में शामिल हुए लोगों को दो भागों में बांटा। एक वो थे जो कोरोना वायरस से संक्रमित थे और दूसरे वो थे जो कोविड- 19 से संक्रमित नहीं थे। शोधकर्ताओं ने पाया कि ABO जीन इस बीमारी से संक्रमित होने के कम जोखिम से संबंधित है। बता दें कि ABO जीन अलग ब्लड ग्रुप का होना सुनिश्चित करता है।

यह भी पढ़ें: जन्म दिन विशेष: आज 73 साल के हुए लालू प्रसाद यादव, काटेंगे 73 पाउंड का केक

O ब्लड ग्रुप के 1.3 फीसदी लोग ही मिले संक्रमित

स्टडी में पाया गया कि O ब्लड ग्रुप के प्रतिभागियों में से महज 1.3 फीसदी लोग ही कोरोना से संक्रमित थे। वहीं A ब्लड ग्रुप के प्रतिभागियों में 1.4 फीसदी लोग कोरोना संक्रमित थे। B और AB के 1.5 प्रतिशत लोग कोरोना पॉजिटिव थे।

जब शोधकर्ताओं ने जिन लोगों में संक्रमण की संभावना ज्यादा होती है का अलग से अध्ययन किया तो पाया कि इनमें भी O ब्लड ग्रुप के लोग ज्यादा बेहतर हैं। उनमें अन्य ब्लड ग्रुप के मुकाबले संक्रमण की संभावना कम है। यानी ऐसे समूह में केवल O ब्लड ग्रुप के केवल 3.2 प्रतिशत, A में 3.9 प्रतिशत, B में 4 प्रतिशत और AB में 4.1 प्रतिशत संक्रमण पाया गया।

यह भी पढ़ें: Xiomi के दो स्लीक लैपटॉप लांच, यहां देखें इसकी कीमत और फीचर्स

देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Tags:    

Similar News