PM Modi Mother: मां हीराबेन ने काफी पहले कर दी थी मोदी के PM बनने की भविष्यवाणी, मां को साधु ने बताया था पूरी दुनिया में नाम कमाएगा बेटा
PM Modi Mother:प्रधानमंत्री मोदी का अपनी मां हीराबेन से खास रिश्ता रहा है और यह बात समय-समय पर पीएम मोदी के बयानों और मां के प्रति उनकी भावनाओं से उजागर होती रही है।;
PM Modi Mother Heeraben (photo: social media )
PM Modi Mother: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भले ही 2014 में देश की कमान संभाली हो मगर उनकी मां हीराबेन ने 12 साल पहले 2002 में ही इस बात की भविष्यवाणी कर दी थी कि नरेंद्र मोदी आगे चलकर देश के प्रधानमंत्री बनेंगे। उस समय किसी को भी इस बात की उम्मीद नहीं थी कि आने वाले दिनों में देश की सियासत में मोदी इतनी बड़ी भूमिका निभाने वाले हैं मगर मां हीराबेन ने पूरे आत्मविश्वास के साथ यह बात कही थी कि वे आगे चलकर देश की बड़ी जिम्मेदारी संभालने वाले हैं।
प्रधानमंत्री मोदी का अपनी मां हीराबेन से खास रिश्ता रहा है और यह बात समय-समय पर पीएम मोदी के बयानों और मां के प्रति उनकी भावनाओं से उजागर होती रही है। एक साक्षात्कार के दौरान मां हीराबेन ने इस बात का खुलासा किया था कि प्रधानमंत्री मोदी के बचपन के दौरान ही एक साधु ने उन्हें बताया था यह बच्चा आगे चलकर असाधारण शख्स बनेगा और पूरी दुनिया में नाम कमाएगा।
2002 के इंटरव्यू में की थी भविष्यवाणी
प्रधानमंत्री मोदी की मां हीराबेन के आज निधन के बाद कई पुरानी बातों को लेकर भी काफी चर्चाएं हो रही हैं। इन चर्चाओं में हीराबेन की उस भविष्यवाणी का खास जिक्र किया जा रहा है जो उन्होंने 2002 में की थी। दरअसल गुजरात के वरिष्ठ पत्रकार भार्गव पारेख ने हीराबेन के जीवन काल में उनका तीन बार इंटरव्यू लिया था। उन्होंने 2002, 2012 और 2014 में पीएम मोदी की मां हीराबेन से लंबी बातचीत की थी।
2002 में लिए गए पहले इंटरव्यू के दौरान हीराबेन ने नरेंद्र मोदी को लेकर एक महत्वपूर्ण बात कही थी। उन्होंने पारेख से साफ तौर पर कहा था कि नरेंद्र मोदी आगे चलकर एक दिन देश के प्रधानमंत्री बनेंगे। हीराबेन ने उस इंटरव्यू में कहा था कि ए एक दिवस बडोप्रधान बनशे यानी वे एक दिन प्रधानमंत्री बनेंगे।
मां हीराबेन की यह भविष्यवाणी 12 साल बाद सच साबित हुई जब 2014 में नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री के रूप में देश की कमान संभाली। हालांकि जिस समय हीराबेन ने यह भविष्यवाणी की थी, उस समय नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद की रेस में शामिल नहीं थे और किसी को इस बात की उम्मीद भी नहीं थी कि वे आगे चलकर देश के इतने बड़े ताकतवर नेता के रूप में उभरेंगे।
साधु ने बचपन में ही कर दी थी बड़ी घोषणा
दरअसल मां हीराबेन ने यह बात अनायास नहीं कही थी। उन्होंने इंटरव्यू के दौरान बताया था कि मोदी के बचपन के दौरान एक साधु घर पर आए थे और उन्होंने मोदी को देखकर कहा था कि आगे चलकर मोदी काफी नाम कमाएंगे। हीराबेन का कहना था कि साधु ने बातचीत के दौरान उनसे कहा था कि नरेंद्र मोदी भविष्य में असामान्य आदमी बनेंगे। पहले वे घर बार छोड़कर सन्यासी बन जाएंगे मगर बाद में घर लौट कर फिर राजनीति के क्षेत्र में सक्रिय होंगे। राजनीति के क्षेत्र में सक्रिय होने के बाद उन्हें देश-विदेश में काफी प्रसिद्धि हासिल होगी।
गुजरात के एक और पत्रकार देवसी बराड भी भार्गव पारेख की बातों का पुष्टि करते हैं। उन्होंने भी 2007 में हीराबेन का इंटरव्यू लिया था। उनका कहना है कि इस इंटरव्यू के दौरान हीराबेन ने उनसे कहा था कि उनका सपना है कि नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी संभालें। हीराबेन ने यह बात अनायास नहीं कही थी क्योंकि उन्हें इस बात का एहसास था कि आगे के जीवनकाल में नरेंद्र मोदी देश में बड़ी जिम्मेदारी संभालने वाले हैं।
चमक दमक की दुनिया से रहती थीं दूर
वरिष्ठ पत्रकार भार्गव पारेख का कहना है कि जब 2001 में नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले रहे थे, उस समय उनकी मां हीराबेन दूर एक कोने में बैठी हुई थीं और शपथग्रहण समारोह में मौजूद काफी संख्या में लोगों को इस बात की जानकारी तक नहीं थी कि वे नरेंद्र मोदी की मां हैं। बाद में 2003 में जब मुख्यमंत्री आवास पर एक पारिवारिक गेट टू गेदर का आयोजन किया गया तब हीराबेन पहली बार इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए अपने बेटे और राज्य के मुख्यमंत्री के आवास पर पहुंची थीं।
नरेंद्र मोदी ने करीब 12 साल तक गुजरात के मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभाली और इस दौरान मा हीराबेन मुश्किल से एक या दो बार मुख्यमंत्री आवास पर गई थीं। मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद वे सिर्फ एक बार 2016 में नई दिल्ली स्थित उनके आधिकारिक आवास पर पहुंची थीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी कहना था कि उनकी मां हीराबेन चमक-दमक की दुनिया से दूर बेहद सादगीपूर्ण जीवन जीने वाली महिला थीं और वे अपने नियमित कार्यों में ही व्यस्त रहा करती थीं। उनके जीवन जीने का यह अंदाज ही मोदी को प्रेरणा देने का काम करता था।