Giriraj Singh: वो मुलाकात जिसने बदल दी गिरिराज सिंह की जिंदगी, जानें कैसे बने फायरब्रांड नेता

Giriraj Singh: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह हर मुद्दे पर बेहद बेबाक होकर अपनी राय रखते हैं। गिरिराज सिंह आज अपना 71वां जन्मदिन मना रहे हैं।

Update: 2024-09-08 10:43 GMT

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का राजनीतिक सफर (न्यूजट्रैक)

Giriraj Singh Birthday Special: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह अपने बेबाक बयानों के लिए जानें जाते हैं। गिरिराज सिंह हर मुद्दे पर बेहद बेबाक होकर अपनी राय रखते हैं। गिरिराज सिंह आज अपना 71वां जन्मदिन मना रहे हैं। गिरिराज अपने बयानों से तो सुर्खियां बटोरते ही हैं। वहीं उनकी राजनीति में एंट्री की कहानी भी बेहद दिलचस्प है।

बेगूसराय में ही पढ़ा राजनीति का पाठ

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का जन्म आठ सितंबर 1952 को लखीसराय जिले के बड़हिया में हुआ था। लेकिन उन्होंने शिक्षा-दीक्षा के साथ राजनीति का पाठ बेगूसराय में रहकर पढ़ा। उनका ननिहाल बेगूसराय के मंझौल अनुमंडल के सिउरी और बुआ का घर बलिया अनुमंडल के सदानंदपुर गांव में है। उनके पैतृक गांव बड़हिया में अपराध चरम पर था। इसलिए उनके पिता ने प्राथमिक शिक्षा की शुरुआत के बाद ही उन्हें विसंगति से दूर रखने और आगे की शिक्षा ग्रहण करने के लिए अपनी बहन के घर सदानंदपुर भेज दिया। उन्होंने सदानंदपुर में रह कर ही पढ़ाई की और परीक्षा देने के लिए वह बड़हिया जाते थे। गिरिराज सिंह ने मगध विश्वविद्यालय, बोधगया से इंटर एवं स्नातक की डिग्री हासिल की थी।


पंप सेट की एजेंसी लेकर की व्यवसाय की शुरूआत

पढ़ाई पूरी करने के बाद गिरिराज सिंह ने एक नामी कंपनी की पंप सेट की एजेंसी लेकर बेगूसराय में ही व्यवसाय की शुरुआत की। यहीं एक विवाह समारोह के दौरान उनकी मुलाकात भाजपा नेता कैलाशपति मिश्र से हुई। कैलाशपति मिश्र से प्रेरित उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया और पटना चले गए। जहां वह भाजयुमो से जुड़ गए। भाजयुमो के बेगूसराय, समस्तीपुर व खगडिय़ा के संगठन प्रभारी रहने के साथ साल 1990 में गिरिराज सिंह प्रदेश भाजयुमो की टीम में महासचिव बने। बेगूसराय उनकी कर्मभूमि ही नहीं, बल्कि राजनीतिक जन्मभूमि भी है।


2014 में पहली बार बने सांसद

गिरिराज सिंह अपने राजनीतिक सफर में सबसे पहले साल 2002 में बिहार विधान परिषद सदस्य बने। लगातार दो टर्म में वर्ष 2014 तक वह विधान पार्षद रहे। इस दौरान नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल की पहली पारी के दूसरे विस्तार में गिरिराज सिंह साल 2008 से 2010 तक सहकारिता मंत्री रहे। वहीं दूसरी पारी में साल 2010 से 2013 तक पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री बने। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में गिरिराज सिंह पहली बार नवादा से सांसद चुने गए। इसके बाद साल 2019 में बेगूसराय से गिरिराज सिंह सांसद बने। वर्तमान में गिरिराज सिंह केंद्रीय मंत्री के रूप में मोदी सरकार में शामिल हैं।

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