Presidential Election Result 2022 : एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने चुनाव जीत लिया है। तीसरे राउंड की मतों की गिनती के बाद ही उन्होंने राष्ट्रपति बनने योग्य आवश्यक 50 प्रतिशत वोट हासिल कर लिए। उन्होंने विपक्ष के प्रत्याशी यशवंत सिन्हा को बड़े अंतर से हराया है। जबकि, अभी एक राउंड की वोटों की गिनती अभी बची हुई है। हालांकि, यह सिर्फ औपचारिकता मात्र है।अब तक कुल तीनों राउंड की बात करें तो द्रौपदी मुर्मू को जहां 2161 वोट (मूल्य 5,77,777) हासिल हुए। वहीं, यशवंत सिन्हा को 1058 वोट (वैल्यू 2,61,062) मिले। राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) और विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) के बीच मुकाबला हुआ। एनडीए उम्मीदवार मुर्मू को 27 दलों का समर्थन हासिल होने से इस बार के राष्ट्रपति चुनाव (Presidential Election Result) में उनकी जीत तय मानी जा रही थी। भाजपा ने मुर्मू को 65 फ़ीसदी मत मिलने का दावा किया है। मुर्मू की जीत हासिल करते ही वो देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बन गई हैं।देश के मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को पूरा होने वाला है। 25 जुलाई को नए राष्ट्रपति के शपथग्रहण का कार्यक्रम आयोजित होगा। सोमवार को मतदान के बाद सभी राज्यों से मतपत्र संसद भवन लाए जा चुके हैं। संसद भवन में आज पूर्वाहन 11 बजे मतगणना का काम शुरू होगा। संसद भवन में कड़ी सुरक्षा में होगी मतगणनाराष्ट्रपति चुनाव की मतगणना का काम संसद भवन के कमरा नंबर 63 में किया जाएगा। इसी कमरे में राष्ट्रपति चुनाव के मत पत्रों को कड़ी निगरानी में रखा गया है। आज होने वाली मतगणना की निगरानी राज्यसभा के सचिव पीसी मोदी करेंगे। उन्हें राष्ट्रपति चुनाव के लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी बनाया गया है। शाम तक राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे आज आने की संभावना है।सूत्रों के मुताबिक सांसदों के मतों की गणना के बाद मोदी चुनाव रुझानों के संबंध में जानकारी देंगे। इसके बाद वे राज्यों के मतपत्रों की गणना के बाद एक बार फिर राष्ट्रपति चुनाव के संबंध में पूरा ब्योरा देंगे। कई राज्यों में हुई क्रॉस वोटिंगराष्ट्रपति चुनाव के लिए सोमवार को 99.18 फ़ीसदी मतदान हुआ था। भारतीय जनता पार्टी के सनी देओल समेत आठ सांसद मतदान में अनुपस्थित रहे। इन सांसदों के अलावा भाजपा और शिवसेना के दो दो, बहुजन समाज पार्टी, कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, अकाली दल और एआईएमआईएम के एक-एक विधायक ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने पीपीई कित पहनकर मतदान में हिस्सा लिया था क्योंकि दोनों कोरोना से संक्रमित थे।मतदान के दौरान दौरान कई राज्यों में क्रॉस वोटिंग भी हुई थी। खास तौर पर एनसीपी, कांग्रेस और सपा में क्रॉस वोटिंग की बात उजागर हुई है। राष्ट्रपति चुनाव में सांसदों और विधायकों का समर्थन हासिल करने के लिए एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू और विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने विभिन्न राज्यों का दौरा किया था। आखिर क्यों मजबूत है मुर्मू की स्थितिवैसे यशवंत सिन्हा के मुकाबले एनडीए की उम्मीदवार मुर्मू की स्थिति ज्यादा मजबूत मानी जा रही है क्योंकि उन्हें 27 दलों का समर्थन हासिल था। इन 27 दलों के मतों की कुल संख्या 6.65 लाख है। दूसरी ओर विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को 14 दलों ने समर्थन देने की घोषणा की थी और इन दलों के सम्मिलित वोट करीब 3.62 लाख ही हैं। पहले राष्ट्रपति चुनाव के लिए कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद जताई जा रही थी मगर कई क्षेत्रीय दलों का समर्थन हासिल होने से मुर्मू यशवंत सिन्हा के मुकाबले ज्यादा मजबूत बनकर उभरीं।मुर्मू को मिला इन दलों का समर्थनएनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को एनडीए के घटक दलों के अलावा कई क्षेत्रीय दलों का समर्थन भी हासिल हुआ। कई राज्यों में तो विपक्ष के सहयोगी दलों ने भी मुर्मू को समर्थन देने का ऐलान कर दिया। मुर्मू को एनडीए के घटक दलों के अलावा बीजू जनता दल, वाईएसआर कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा, बसपा, टीडीपी एआईडीएमके, जदएस, शिवसेना, शिरोमणि अकाली दल और सुभासपा का समर्थन मिला है। शिवसेना से बगावत करके अलग होने वाले शिंदे गुट का समर्थन भी मुर्मू को ही हासिल हुआ। कई क्षेत्रीय दलों के मुर्मू के समर्थन में आ जाने के कारण ही सिन्हा मतदान के दौरान पिछड़ते नजर आए।इन दलों ने दिया यशवंत सिन्हा का साथमुर्मू की मजबूती को इसी बात से समझा जा सकता है कि कि विपक्ष की बैठक में सिन्हा के नाम पर मुहर लगाने वाले कई दलों ने भी अंतिम समय में मुर्मू को समर्थन देने की घोषणा कर दी। ऐसे में द्रौपदी मुर्मू की स्थिति विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के मुकाबले काफी मजबूत हो गई। विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को कांग्रेस, वामदलों, आम आदमी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, राजद, सपा, एनसीपी, रालोद, टीआरएस, नेशनल कॉन्फ्रेंस और केरल कांग्रेस एम का समर्थन मिला है। वैसे आज मतगणना के बाद शाम तक पूरी तस्वीर साफ हो जाएगी।