Rajasthan Politics: राजस्थान में गहलोत राज की योजना बंद, कांग्रेस का भाजपा पर बड़ा हमला, कहा-नए साल पर हजारों युवाओं को बेरोजगारी का गिफ्ट

Rajasthan Politics: राज्य में कांग्रेस शासन के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजीव गांधी युवा मित्र इंटर्नशिप योजना शुरू की थी।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update:2023-12-26 13:14 IST

CM Bhajan Lal And Ashok Gehlot  (photo: social media )

Rajasthan Politics: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गहलोत सरकार के कार्यकाल में शुरू हुई राजीव गांधी युवा मित्र इंटर्नशिप योजना को 31 दिसंबर तक बंद करने का आदेश दिया है। हालांकि उन्होंने सोमवार को कहा था कि पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान शुरू की गई योजनाएं बंद नहीं की जाएंगी मगर शाम होते-होते उन्होंने गहलोत राज की इस योजना को बंद करने का आदेश जारी कर दिया।

राज्य की नई भाजपा सरकार की ओर से उठाए गए इस कदम पर कांग्रेस ने तीखी नाराजगी जताई है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि युवाओं का रोजगार समाप्त करना अच्छा कदम नहीं है और यदि भाजपा सरकार को नाम पर आपत्ति थी तो इसे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर जारी रखा जा सकता था। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि नए साल से पहले भाजपा सरकार ने युवाओं को बेरोजगारी का गिफ्ट दिया है।

राजीव गांधी के नाम पर चल रही थी योजना

राज्य में कांग्रेस शासन के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजीव गांधी युवा मित्र इंटर्नशिप योजना शुरू की थी। इस योजना के तहत सरकार के अलग-अलग विभागों में युवाओं को 6 महीने से दो साल तक की इंटर्नशिप करवाई जाती थी। इस योजना में काम करने वाले युवाओं को दस हजार रुपए महीने दिए जाते थे। इस योजना की शुरुआत 2021-22 में की गई थी।

राज्य में भाजपा सरकार बनने के बाद ही कांग्रेस सरकार की योजनाओं को लेकर सवाल उठाए जा रहे थे। हालांकि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सोमवार को अटल जयंती कार्यक्रम में कांग्रेस राज की योजनाओं को खत्म न करने की बात कही थी मगर बाद में उन्होंने इस योजना को खत्म करने का आदेश जारी कर दिया।

गहलोत बोले-बदला जा सकता था योजना का नाम

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा सरकार के इस फैसले पर हमला करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम के तहत युवा सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ घर-घर तक पहुंचाने का काम कर रहे थे। युवाओं की सेवाएं समाप्त करना उचित नहीं माना जा सकता। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में काम करने वाले युवा सरकार की योजनाओं को लेकर काफी जागरुक हैं और सरकार को काफी मदद पहुंचा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि यदि राज्य की नई सरकार को इस योजना के नाम को लेकर आपत्ति थी तो राजीव गांधी सेवा केद्रों की तरह इसका भी नाम बदलकर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर किया जा सकता था। नाम बदलकर भी इस योजना को जारी रखा जा सकता था।

युवाओं को भाजपा का बेरोजगारी गिफ्ट

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी इस योजना को खत्म किए जाने पर तीखी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि नई सरकार ने राज्य के हजारों युवाओं की सेवाएं समाप्त कर दी हैं। नए साल की शुरुआत से पहले राज्य सरकार की ओर से युवाओं को बेरोजगारी का गिफ्ट दिया गया है।

वैसे राजस्थान में पिछले करीब तीन दशक से हर पांच साल पर भाजपा और कांग्रेस के बीच सत्ता बदलती रही है और दूसरी पार्टी की सत्ता आने पर पूर्व सरकार की योजना बंद करने का ट्रेंड रहा है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और वसुंधरा राजे ने भी एक-दूसरे की कई योजनाओं को बंद कर दिया था और अब भजनलाल शर्मा ने भी इसी दिशा में कदम उठाया है। आने वाले दिनों में गहलोत राज की कुछ और योजनाओं पर गाज गिर सकती है।

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