पत्थरबाजी से हिला राजस्थान: अशोक और पायलट गुट में जंग, भिड़ गए आपस में
निकाय चुनाव में जीते हुए पार्षदों की बाड़ाबंदी में जोरदार ढंग से चल रही गुटबाजी खुलकर सामने आई है। ऐसे में एक मामला सीकर जिले के खाटूश्याम जी में उजागर हुआ है। यहां चूरू की सरदारशहर नगरपालिका के लिये चयनित हुए कांग्रेस के पार्षदों की बाड़ाबंदी गई है।
सीकर। राजस्थान में निकाय चुनाव होने के बाद अब बड़ा खुलासा हुआ है। चुनाव में जीते हुए पार्षदों की बाड़ाबंदी में जोरदार ढंग से चल रही गुटबाजी खुलकर सामने आई है। ऐसे में एक मामला सीकर जिले के खाटूश्याम जी में उजागर हुआ है। यहां चूरू की सरदारशहर नगरपालिका के लिये चयनित हुए कांग्रेस के पार्षदों की बाड़ाबंदी गई है। यहां मौजूद कांग्रेस पार्षद आपस में ही भिड़ गए। इनमें से एक गुट गहलोत(Ashok Gehlot) और दूसरा गुट पायलट(Sachin Pilot) का है।
ये भी पढ़ें...राजस्थान सरकार ने सचिन पायलट के मीडिया मैनेजर के खिलाफ वापस लिया मुकदमा
जमकर भयंकर पथराव
ऐसे में दोनों गुटों के पार्षदों के बीच में जमकर भयंकर पथराव भी हुआ। इस बारे में सूचना पाकर मौके पर पुलिस भी पहुंची, पर किसी भी पक्ष ने किसी के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं कराया है। वैसे तो विवाद के दो कारण सामने आ रहे हैं। इनमें निकाय प्रमुख पद के विवाद को लेकर नामांकन और दूसरा एक गुट द्वारा जबर्दस्ती दूसरे गुट के पार्षद को अपने पक्ष में करने की कोशिश बताई जा रही है।
इस बारे में जानकारी के मुताबिक, सरदारशहर से जीते कांग्रेसी पार्षदों की बाड़ाबंदी खाटूश्यामजी में गोल्डन वाटर पार्क के पास धर्मशाला सावरथिया में की गयी है। इस बीच बाड़ाबंदी में बंद दो पार्षदों को लेने के लिये सरदारशहर से कुछ लोग खाटूश्यामजी पहुंचे।
ये भी पढ़ें...सचिन पायलट ने फिर फोड़ा लेटर बम, आरक्षण के मुद्दे से बढ़ाई गहलोत की मुसीबत
अपरहण कर लाये जाने का आरोप
तभी इस दौरान इस वजह से दोनों पक्षों में पत्थरबाजी व मारपीट हो गयी। वहीं धर्मशाला में ठहरे पार्षदों ने बाहर खड़े लोगों पर पत्थर फेंके। और मारपीट की सूचना मिलते ही थानाधिकारी पूजा पुनिया मौके पर पहुंचीं और उन्हें समझाने का प्रयास किया। जबकि बाहर से आये लोगों ने धर्मशाला में बंद दो पार्षद शिवभगवान सैनी और राजकुमारी को अपरहण कर लाये जाने का आरोप लगाया है।
मामले पर थानाधिकारी ने धर्मशाला के अंदर उपस्थित उन पार्षदों के बयान लिये। ऐसे में इस पर पार्षदों ने स्वेच्छा से वहां रुके रहने की बात कही। फिलहाल मामले की गंभीरता को देखते हुए सीओ रींगस भी मौके पर पहुंचे और शांति व्यवस्था बनायी।
साथ ही बताया जा रहा है इस बाड़ाबंदी में पार्षदों के दो गुट हैं। जिनमें से एक गहलोत और दूसरा पायलट समर्थक है। हालाकिं दोनों गुट पार्षदों को अपने-अपने पक्ष में एकजुट करने का प्रयास कर रहे हैं।
ये भी पढ़ें...सचिन पायलट की बिना अनुमति के घर में घुस गई पुलिस, करने लगी ऐसा, उड़ गये होश