किसानों से आज राजनाथ सिंह करेंगे मुलाकात, कृषि कानून पर होगी बात
कृषि कानूनों को लेकर आंदोलन कर रहे किसान संगठनों को केंद्र सरकार ने औपचारिक बातचीत का न्योता दिया है। केंद्र सरकार की ओर से इस सिलसिले में तीसरा पत्र भेजा गया जिसमें 29 किसान संगठनों को आमंत्रित किया गया है।
नई दिल्ली: केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों के साथ शुक्रवार को केंद्र सरकार के मंत्रियों का समूह मुलाकात करेगा। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर व रेल मंत्री पीयूष गोयल इस मीटिंग में मौजूद रहेंगे। राजनाथ सिंह को पूर्वकृषि मंत्री होने के साथ ही किसानों का सर्वाधिक भरोसेमंद होने की वजह से इस मीटिंग की जिम्मेदारी दी गई है।
कृषि कानूनों को लेकर आंदोलन कर रहे किसान संगठनों को केंद्र सरकार ने औपचारिक बातचीत का न्योता दिया है। केंद्र सरकार की ओर से इस सिलसिले में तीसरा पत्र भेजा गया जिसमें 29 किसान संगठनों को आमंत्रित किया गया है। बताया जाता है कि राजनाथ सिंह के वार्ता में शामिल होने का आश्वासन मिलने के बाद किसान संगठनों ने बैठक में शामिल होने की सहमति दे दी है।
जानकारी के अनुसार किसान संगठनों के साथ बैठक शुक्रवार की सुबह 11 बजे दिल्ली के विज्ञान भवन में शुरू होगी। मीटिंग की शुरुआत में कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर व रेल मंत्री पीयूष गोयल किसान संगठनों के साथ बातचीत करेंगे। उसके बाद उन्हें रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर ले जाया जाएगा। जहां अनौपचारिक मीटिंग के दौरान तीनों केंद्रीय नेता मौजूद रहेंगे।
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भाजपा की पंजाब इकाई ने किसानों को किया तैयार
शुक्रवार को होने वाली बैठक के लिए किसान संगठनों को राजी करने का जिम्मा भाजपा की पंजाब इकाई को सौंपा गया था। बताया जाता है कि किसान आंदोलन को कांग्रेस की ओर से मिले समर्थन के बाद किसानों ने भाजपा नेताओं से दूरी बना ली है। भाजपा नेताओं की बात सुनने को भी किसान तैयार नहीं दिख रहे हैं। ऐसे में भाजपा की पंजाब इकाई के अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने पहल की है। उन्होंने किसान संगठनों को भरोसा दिलाया है कि केंद्र सरकार उनकी मांग पर विचार कर उचित फैसला करने के लिए तैयार है।
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किसान संगठनों की ओर से ही पूर्व कृषि मंत्री राजनाथ सिंह को वार्ता में शामिल करने की मांग की गई। इसके बाद अश्वनी शर्मा ने किसानों को बताया कि सरकार इसके लिए भी तैयार है। किसान संगठनों के नेताओं की राजनाथ सिंह से बात भी कराई गई है।
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दूसरी ओर अकाली दल के नेता सुखबीर ने कांग्रेस और भाजपा दोनों पर किसानों के साथ राजनीति करने का आरोप लगाया है। उन्होंने मीडिया को दिए बयान में कहा है कि पंजाब में प्रदेश सरकार व केंद्र सरकार के बीच चल रहे फ्रेंडली मैच से किसानों, व्यापारियों व उद्योगों को काफी भारी कीमत चुकानी पड़ रही है। किसानों को बुआई के लिए खाद नही मिल रही है, ऐसा लगता है कि सीएम जानबूझ कर समस्या को हल करने के लिए पहल नही कर रहे हैं।
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