About PM CARES Fund: जानिए क्या है 'PM Care Fund', जिसकी जिम्मेदारी पीएम मोदी ने रतन टाटा को दी

About PM CARES Fund: दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज केटी थॉमस और पूर्व उप-लोकसभापति करिया मुंडा को पीएम केयर्स फंड का ट्रस्टी बनाया गया है, जानिए क्या है पीएम केयर्स फंड

Written By :  Jugul Kishor
Update:2022-09-21 17:19 IST

रतन टाटा ( Pic : Social Media)

Ratan Tata Now PM CARES Trustee: पीएम मोदी ने भारत के दिग्गज उद्योगपति और टाटा संस के चेयरमैन रतन टाटा, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस केटी थॉमस और लोकसभा के पूर्व डिप्टी स्पीकर करिया मुंडा को पीएम केयर्स फंड का ट्रस्टी बनाया है। पीएमओ ने इस बारे में बयान जारी करके पुष्टि कर दी है। पंधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल ही पीएम केयर्स फंड के बोर्ड के ट्रस्टीज के साथ में बैठक की थी, जिसके बाद में आज यह फैसला लिया गया है। ट्रस्टीज की इस बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी, ग्रहमंत्री अमित शाह और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण समेत कई दिग्गज शामिल हुए थे, जिसके बाद में यह फैसला लिया गया।

जानिए क्या है पीएम केयर्स फंड (About PM CARES Fund)

पीएम केयर फंड की स्थापना कोविड -19 महामारी शुरु होने के कुछ दिनों के बाद में 29 मार्च 2020 को की गई थी। 29 मार्च को ही पीएम मोदी ने पीएम केयर्स फंड की घोषणा की थी और बताया था कि इसकी स्थापना इसलिए की गई है कि देश में फैली हुई कोरोना महामारी से मुकाबला किया जा सके । पीएम केयर्स फंड में कोई भी व्यक्ति या संस्थान अपनी स्वेच्छा से दान कर सकता था। इसमें दिए गए डोनेशन पर टैक्स में छूट के लिए भी दावा किया जा सकता है।

भारत सरकार ने पीएम केयर्स फंड में दो सालों में आए पैसों के बारे में जानकारी दी थी। जिसका सारा लेखा जोखा पीएम केयर्स फंड की वेबसाइट पर अपलोड किया था। बताया था कि कोरोनाकाल के 2 सालों में 10,990 करोड़ रुपए इकठ्ठा हुए है। जिसमें से 3,976 करोड़ रुपए खर्चा हुए है।

पीएम केयर्स फंड का किसे मिल रहा लाभ

पीएम मोदी ने पीएम केयर्स फार चिल्ड्रेन स्कीम बनाई हुई है। जिसके माध्यम से उन बच्चों को मद्द मुहैय्या करवाई जा रही है जिनके माता पिता की कोरोना वायरस महामारी के दौरान मौत हो गई थी। पीएम मोदी ने जानकारी दी थी कि अनाथ हुए सभी बच्चों का पीएम केयर्स फंड के पैसे से पढाई से लेकर रहने खाने तक के सभी इंतजाम किए गए है। अनाथ हुए प्रत्येक बच्चे के लिए 4 हजार रुपए की व्यवस्था की गई है, यदि अगर यह बच्चे उच्च शिक्षा के लिए लोन लेंगे तो उसमें भी पीएम केयर्स फंड इनकी मद्द करने का काम करेगा। पीएम केयर्स फंड के माध्यम से ही इन बच्चों को हेल्थ कार्ड दिया गया है, जिसमें 5 लाख तक के मुफ्त इलाज की सुविधा की गई है। अनाथ हुए बच्चों की उम्र 23 साल हो जाने के बाद में इनको 10 लाख रुपए दिया जाएगा। 

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