सैनिकों की उपब्लिधयों का जिक्र करते हुए कभी वोट नहीं मांगेंगे : ममता
कुर्सियांग में एक रैली को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा, ‘‘हमें अपने सशस्त्र बलों पर बेहद गर्व है लेकिन मैं (प्रधानमंत्री) नरेंद्र मोदी की तरह सैनिकों की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कभी वोट नहीं मांगूंगी।’’
कुर्सियांग : तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को भूतपूर्व सैनिकों के प्रति एकजुटता जताई जिन्होंने राजनीतिक उद्देश्यों के लिए सशस्त्र बलों के कथित इस्तेमाल पर आक्रोश जताते हुए राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को पत्र लिखा है।
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कुर्सियांग में एक रैली को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा, ‘‘हमें अपने सशस्त्र बलों पर बेहद गर्व है लेकिन मैं (प्रधानमंत्री) नरेंद्र मोदी की तरह सैनिकों की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कभी वोट नहीं मांगूंगी।’’
सेना के आठ पूर्व प्रमुखों और 148 अन्य पूर्व सैनिकों ने कहा कि यह चिंता और सेवारत तथा सेवानिवृत्त सैनिकों के बीच असंतोष का मामला है कि सशस्त्र सेनाओं का इस्तेमाल राजनीतिक एजेंडा चलाने के लिए किया जा रहा है।
बनर्जी ने कहा कि मौजूदा लोकसभा चुनावों में क्षेत्रीय दल अहम भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहा, ‘‘हम साथ मिलकर केंद्र में सरकार बनाएंगे।’’
उन्होंने दावा किया कि भाजपा के लिए लोकसभा में 100 सीट का आंकड़ा पार करना मुश्किल होगा।
बनर्जी ने कहा, ‘‘भाजपा के लिए मौजूदा चुनावों में 100 लोकसभा सीट जीतना भी मुश्किल होगा।’’
कुर्सियांग के लिए अपनी विकास योजनाएं साझा करते हुए टीएमसी प्रमुख ने कहा कि उनकी सरकार शहर में विश्वविद्यालय और पर्यटक लॉज बनाएगी।
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मुख्यमंत्री ने भगवा पार्टी पर भी निशाना साधा और कहा कि उन्होंने दार्जीलिंग सीट से ‘भूमिपुत्र’ को खड़ा किया है जबकि भाजपा ने मणिपुर के एक उम्मीदवार को उतारा है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह दुखद है कि भाजपा को दार्जीलिंग से कोई उम्मीदवार नहीं मिल पाया, उसे चुनाव लड़ाने के लिए मणिपुर से किसी को लाना पड़ा।’’
(भाषा)