RSS statement: प्रधानमंत्री की नागपुर यात्रा पर RSS का बड़ा बयान, BJP के साथ मतभेद नहीं, हमारी विचारधारा को आगे बढ़ाएंगे PM मोदी
RSS statement: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नागपुर यात्रा के मौके पर संघ की ओर से बड़ा बयान दिया गया है।;
PM Modi Nagpur Visit (Social Media)
RSS statement: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नागपुर यात्रा के मौके पर संघ की ओर से बड़ा बयान दिया गया है। संघ ने भाजपा के साथ किसी भी मुद्दे पर मतभेद होने से साफ तौर पर इनकार किया है। संघ के वरिष्ठ नेता से शेषाद्रि चारी ने कहा कि भाजपा के साथ हमारा कोई मतभेद नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संघ मुख्यालय के दौरे को ऐतिहासिक बताया है।
बतौर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पहली बार संघ मुख्यालय पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2012 के बाद पहली बार संघ मुख्यालय का दौरा किया है। वे संघ मुख्यालय पहुंचने वाले देश के पहले सीटिंग प्रधानमंत्री हैं। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी 2007 में संघ मुख्यालय पहुंचे थे। हालांकि उस समय वे प्रधानमंत्री के पद पर नहीं थे।
हमारी विचारधारा को मजबूत बनाएंगे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नागपुर और संघ मुख्यालय के दौरे के मौके पर संघ के वरिष्ठ नेता शेषाद्री चारी ने कहा कि देश में लोग प्राय: संघ और भाजपा के रिश्ते को लेकर बातचीत करते हैं। जिन लोगों को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता के पार्टी के बारे में कुछ भी जानकारी नहीं है,वही लोग इन दोनों बड़े संगठनों के बीच मतभेद की बात किया करते हैं। इन लोगों की ओर से झूठी बात फैलाई जाती है और राजनीतिक लाभ हासिल करने के मकसद से ऐसा किया जाता है।
उन्होंने कहा कि आज देश के सामने कई महत्वपूर्ण मुद्दे हैं और इन मुद्दों पर संघ की पुख्ता राय रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन मुद्दों को बढ़ाएंगे और हमारी विचारधारा को मजबूत बनाएंगे। वे पहले भी ऐसा कर चुके हैं और आगे भी इसी राह पर आगे बढ़ेंगे। संघ के नेता ने कहा कि सरकार का काम भारत को मजबूत और विकसित बनाना है और सरकार इस दिशा में काम कर रही है।
पीएम बनने के बाद पहली बार संघ मुख्यालय पहुंचे मोदी
प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी रविवार को पहली बार नागपुर में स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुख्यालय पहुंचे। इस दौरान उनके साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघ चालक डॉक्टर मोहन भागवत और संघ के अन्य प्रमुख नेता भी थे। इस मौके पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री व नागपुर से सांसद नितिन गडकरी भी मौजूद थे।
पीएम मोदी का संघ मुख्यालय पहुंचना इस मायने में काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि देश के किसी भी प्रधानमंत्री की संघ मुख्यालय की यह पहली यात्रा है। इससे पहले प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए कोई भी नेता संघ मुख्यालय नहीं पहुंचा था। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2012 में संघ प्रमुख केसी सुदर्शन के निधन पर संघ मुख्यालय पहुंचे थे। उसे समय मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। 2014 में प्रधानमंत्री के रूप में देश की कमान संभालने के बाद वे पहली बार संघ मुख्यालय पहुंचे हैं।
राष्ट्र की सेवा की मिलती है प्रेरणा
संघ मुख्यालय पहुंचने के बाद पीएम मोदी ने संघ के संस्थापक डॉ. हेडगेवार और दूसरे संघ प्रमुख माधव सदाशिव गोलवलकर को श्रद्धांजलि अर्पित की। पीएम मोदी ने संघ के दिग्गजों को पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद रेशम बाग संकुल में रखी गई विजिटर बुक में संदेश भी लिखा। प्रधानमंत्री मोदी ने देश के प्रति संघ की ओर से की गई सेवाओं को याद किया।
प्रधानमंत्री ने लिखा कि परम पूजनीय डॉ. हेडगेवार और पूज्य गुरुजी को शत शत नमन। उनकी स्मृतियों की संजोने, इस स्मृति मंदिर में आकर अभिभूत हूं। भारतीय संस्कृति, राष्ट्रवाद और संगठन शक्ति के मूल्यों को समर्पित यह स्थली हमें राष्ट्र की सेवा में आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है। संघ के इन दो मजबूत स्तंभों की यह स्थली देश की सेवा में समर्पित लाखों स्वयंसेवकों के लिए ऊर्जा पुंज है। हमारे प्रयासों से मां भारती का भाग्य सदा बढ़ता रहे।
दीक्षा भूमि में डॉक्टर अंबेडकर को किया नमन
पीएम मोदी ने गुरु गोलवलकर की स्मृति में बने माधव नेत्रालय के प्रीमियम सेंटर की नींव रखी। वर्ष 2014 में स्थापित माधव नेत्रालय नागपुर में स्थित एक प्रमुख सुपर-स्पेशलिटी नेत्र चिकित्सा केंद्र है। इस परियोजना में 250 बिस्तरों वाला अस्पताल, 14 ओपीडी और 14 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर होंगे, जिसका उद्देश्य लोगों को सस्ती और विश्वस्तरीय नेत्र उपचार सेवाएं उपलब्ध कराना है।
पीएम मोदी ने नागपुर में दीक्षाभूमि का भी दौरा किया। यहां डॉ. बाबासाहब अंबेडकर ने 1956 में अपने अनुयायियों के साथ बौद्ध धर्म अपनाया था। पीएम मोदी का यह दौरा सियासी नजरिए से भी काफी अहम माना जा रहा है। सियासी जानकारों का मानना है कि पीएम मोदी और संघ प्रमुख मोहन भागवत के बीच देश के सामने मौजूद कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी। इस दौरान भाजपा के नए अध्यक्ष का नाम तय होने की संभावना भी जताई जा रही है।