Sakshi Malik Retirement:साक्षी मलिक ने किया कुश्ती से रिटायरमेंट का ऐलान, बोलीं- WFI इलेक्शन में बृजभूषण जैसा ही जीता

Wrestler Sakshi Malik Retirement: देश की ख्याति प्राप्त महिला पहलवान साक्षी मलिक ने 21 दिसंबर को कुश्ती से रिटायरमेंट का ऐलान किया।

Report :  aman
Update: 2023-12-21 11:37 GMT

प्रेस कॉन्फ्रेंस में साक्षी मलिक (Social  Media) 

Wrestler Sakshi Malik Retirement: देश की ख्याति प्राप्त महिला पहलवान साक्षी मलिक ने गुरुवार (21 दिसंबर) को कुश्ती से रिटायरमेंट का ऐलान किया। दरअसल, आज ही बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह के करीबी संजय सिंह कुश्ती महासंघ (WFI) के नए अध्यक्ष चुने गए हैं। उनकी जीत के ठीक बाद साक्षी ने अपने संन्यास की घोषणा की। उनके साथ एक और महिला रेसलर विनेश फोगाट ने भी कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान किया है।

रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया यानी WFI का चुनाव आज ही संपन्न हुआ है। परिणाम आने के ठीक बाद महिला पहलवान साक्षी मलिक ने बड़ा ऐलान किया। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में साक्षी ने कहा, 'मैं कुश्ती से संन्यास ले रही हूं। WFI चुनाव में बृजभूषण जैसा ही जीत गया है।'

बजरंग पूनिया- अब न्यायपालिका का ही भरोसा

वहीं, मीडिया से बात करते हुए पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा, 'खेल मंत्री ने ऑन रिकॉर्ड कहा था कि, बृजभूषण शरण सिंह से संबंधित फेडरेशन में कोई नहीं आएगा। लेकिन, मुझे नहीं लगता कि बेटियों को न्याय मिलेगा। उन्होंने आगे कहा, आज के चुनाव परिणाम में बृजभूषण के आदमी की जीत हुई। बजरंग ने न्यायपालिका पर भरोसा जताते हुए न्याय की आस लगाई। साथ ही कहा कि, ऐसा लगता है कि पीढ़ियां न्याय के लिए लड़ती रहेंगी। सरकार ने जो वादा किया था, उसे पूरा करने में विफल रही।'

विनेश बोलीं- अन्याय का सामना करने को तैयार रहें

साक्षी मलिक के कुश्ती से संन्यास के ऐलान के वक़्त उनकी साथी पहलवान विनेश फोगाट भावुक नजर आईं। विनेश ने कहा, 'यह वास्तव में दुखद है। हमने लड़ने की कोशिश की। मगर, जीत हासिल नहीं कर सकी। उन्होंने कहा, मुझे नहीं पता कि न्याय कैसे मिलेगा? हमने न्याय के लिए आवाज उठाने वाले हर शख्स तक पहुंचने की कोशिश की। मैं युवा एथलीटों से कहना चाहती हूं कि, अन्याय का सामना करने के लिए तैयार रहें। कुश्ती का भविष्य अंधकार में है।'

'लड़कियों को फिर से शिकार होना पड़ेगा'

रेसलर विनेश फोगाट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'हमने हर तरीके से कोशिश की। तब दिल्ली की सड़कों पर भी बैठे। हमने स्पष्ट तौर पर नाम लेकर बताया था कि लड़कियों को बचा लीजिए। हमसे 3-4 महीने इंतजार करने को कहा गया। मगर, कुछ नहीं हुआ। आज संजय सिंह को अध्यक्ष बनाया गया है। उसे प्रेसिडेंट बनाने का मतलब खिलाड़ी लड़कियों को फिर से शिकार होना पड़ेगा। ये जो हम लड़ाई लड़ रहे थे, उसमें कामयाब नहीं हो पाए। हमें नहीं पता कि, देश में न्याय कैसे मिलेगा?'

बजरंग- हमें नहीं लगता अब रेसलिंग कर पाएंगे

बजरंग पुनिया (Bajrang Punia) ने कहा, 'हमारी लड़ाई न पहले सरकार से थी, न आज है। पूरे देश ने उसकी (बृजभूषण सिंह) पावर और पीछे काम कर रहे तंत्र को देखा। 20 लड़कियां आयी थीं। उसमें से तोड़ा उसने। यह लड़ाई सभी को लड़नी होगी। हमें नहीं लगता है कि, हम रेसलिंग कभी कर पाएंगे। हमारे लिए जातिवाद नहीं है, लेकिन वो बता रहे हैं कि हम जातिवाद करते हैं। बजरंग पुनिया ने कहा, हम राजनीति करने नहीं, बल्कि बहन बेटियों की लड़ाई लड़ने आए हैं।'

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