शिमला के संजौली में अवैध मस्जिद निर्माण पर मचा बवाल...असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर CM सुखू का पटलवार

Sanjauli Controversy: इस मुद्दे पर सांसद असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुखू ने कहा कि संविधान के अनुसार, कोई भी व्यक्ति भारत में कहीं भी रह सकता है। हमें यह सुनिश्चित करना है कि किसी भी समुदाय का कोई भी व्यक्ति परेशान न हो।

Newstrack :  Network
Update: 2024-09-05 13:26 GMT

Sanjauli Controversy (सोशल मीडिया) 

Sanjauli Controversy: शिमला के संजौली क्षेत्र में मस्जिद के कथित अवैध निर्माण को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। इस मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन के साथ प्रदेश में सियासत भी शुरू हो चुकी है। इसमें असदुद्दीन ओवैसी की इंट्री ने तो मामले को और गर्म कर दिया है, जिसको थामने के लिए अब हिमाचल प्रदेश मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू खूद सामने आगे हैं और सांसद असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर कड़ा पलटवार किया है। दरअसल शिमला में मस्जिद के निर्माण पर हो रहे बवाल पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने एक्स पर एक पोस्ट किया और लिखा कि क्या हिमाचल में भाजपा की सरकार का या कांग्रेस की? ओवैसी के इसी बयान पर सीएम सुखू ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।

ओवैसी के बयान पर हिमाचल सीएम का पटलवार

इस मुद्दे पर सांसद असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुखू ने गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि संविधान के अनुसार, कोई भी व्यक्ति भारत में कहीं भी रह सकता है। हमें यह सुनिश्चित करना है कि किसी भी समुदाय का कोई भी व्यक्ति परेशान न हो। हम इस जिम्मेदारी को बखूबी निभाएंगे। किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी।

मस्जिद के अवैध निर्माण पर सीएम ने कही ये बात

संजौली में मस्जिद के कथित अवैध निर्माण को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन पर सीएम ने कहा कि हमारा किसी भी समुदाय को परेशान करने का कोई इरादा नहीं है। हम राज्य में कोई भी घटना नहीं होने देंगे। राजनीतिक विरोध प्रदर्शन होते रहते हैं, लेकिन किसी भी राजनीतिक कार्यकर्ता को राज्य में कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने का कोई अधिकार नहीं है। हमारे स्थानीय विधायक और मंत्री वहां बातचीत कर रहे हैं।


जानिए संजौली में क्यों हो रहा विवाद?

शिमला के संजौली में एक मस्जिद का निर्माण किया जा रहा था। इस निर्माण को अवैध बताते हुए गुरुवार को हिन्दू संगठन के लोग सड़कों पर उतर आए और धरना प्रदर्शन करने लगे। गुरुवार दोपहर को लोग शिमला की सड़कों पर उतर आएं और इस मुद्दे पर रोष मार्च निकाला। मार्च का समर्थन देने के लिए विधानसभा में इस मुद्दे पर रिपोर्ट रखने वाले हिमाचल प्रदेश के ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह भी यहां पहुंचे और धरना को संबोधित करते हुए अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी। इसके बाद अब दहिंदू संगठनों ने इस मामले में अब सरकार को दो दिन का अल्टीमेटम दिया है।

बाज़ार महिलाओं का चलना मुश्किल

धरना को संबोधित करते हुए प्रदेश सरकार के मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि संजौली बाज़ार में महिलाओं का चलना मुश्किल हो गया है। चोरियां हो रही हैं, लव जिहाद जैसी घटनाएं हो रही हैं, जो प्रदेश और देश के लिए खतरनाक हैं। मस्जिद का अवैध निर्माण हुआ है. पहले एक मंजिल बनाई, फिर बिना परमिशन के बाकी 5 मंजिलों का निर्माण हो गया। आखिर प्रशासन से मस्जिद के अवैध निर्माण का बिजली-पानी क्यों नहीं काटा गया?"


'मोहब्बत की दुकान' में नफ़रत ही नफ़रत’

हिमाचल प्रदेश के मंत्री अनिरुद्ध सिंह के इस बयान पर असदुद्दीन ओवैसी ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने एक्स पर लिखा कि क्या हिमाचल की सरकार भाजपा की है या कांग्रेस की? हिमाचल की 'मोहब्बत की दुकान' में नफ़रत ही नफ़रत है। जिसके बाद असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर अनिरुद्ध सिंह ने पलटवार किया।

प्रदेश मंत्री ने दिया ओवैसी को जवाब

अनिरुद्ध सिंह ने ओवैसी के बयान पर जवाब देते हुए कहा कि, मन्दिर-मस्जिद निजी संपत्ति नहीं हैं। यहां वैध और अवैध का मामला है। अवैध तो अवैध है। ओवैसी भाजपा की बी टीम है। उनकी राजनीति केवल एक समुदाय के दम पर चलती है। वह अपना राज्य संभालें। उन्होंने दावा किया कि अपराधिक पृष्टभूमि के लोग हिमाचल आ रहे हैं।

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