Kashmir: देश विरोधी नारेबाजी करने के आरोपी कश्मीरी छात्रों को बड़ी राहत, कोर्ट ने दी जमानत, UAPA भी हटा
Kashmir: विश्व कप फाइलन मैच में भारत की हार पर जश्न मनाने के आरोप में गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) और IPC के प्रावधानों के तहत अरेस्ट कर जेल भेजा गया था।
Kashmir: देश विरोधी नारेबाजी करने के आरोप में पिछले दिनों गिरफ्तार किए गए सात कश्मीरी छात्रों को कोर्ट ने जमानत दे दी। सातों गांदरबल के शेर-ए-कश्मीर यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चरल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी के छात्र हैं। इन्हें विश्व कप फाइलन मैच में भारत की हार पर जश्न मनाने के आरोप में गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) और IPC के प्रावधानों के तहत अरेस्ट कर जेल भेजा गया था। ये कार्रवाई पुलिस ने यूनिवर्सिटी के ही एक गैर-कश्मीरी छात्र के लिखित शिकायत पर की थी।
जानकारी के मुताबिक, सातों आरोपियों के ऊपर से जम्मू कश्मीर पुलिस ने यूएपीए की धारा 13 के तहत लगाए गए आरोप को हटा लिया, जिसके बाद उनके बेल का मार्ग प्रशस्त हो गया। आरोपियों को जमानत देने के फैसले का कश्मीर के नेताओं ने स्वागत किया है। इनमें जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती भी शामिल हैं।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, 19 नवंबर को आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप का फाइनल मैच भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अहमदाबाद में खेला गया था। इस मैच में भारत को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था। मैच के बाद शेर-ए-कश्मीर यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चरल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी के छात्रावास में कश्मीरी और गैर-कश्मीरी छात्रों के बीच विवाद हो गया। कुछ कश्मीरी छात्रों ने भारत की हार पर जश्न मनाना शुरू कर दिया और जमकर पटाखे छोड़े। इस दौरान जीवे-जीवे पाकिस्तान (पाकिस्तान लंबे समय तक जीवित रहे)’ जैसे देश विरोधी नारे भी लगाए गए।
छात्रावास में रह रहे गैर कश्मीरी छात्रों ने जब उनकी इस हरकत पर आपत्ति जताई तो वे जान से मारने की धमकी देने लगे। यूनिवर्सिटी में गैर कश्मीरी छात्रों की संख्या बेहद कम है। इसलिए वे डर गए और बाद में उनमें से एक छात्र जो कि पंजाब का रहने वाला है, ने पुलिस में लिखित शिकायत की। इसके बाद सात आरोपियों की गिरफ्तारी हुई।
पुलिस ने यूनिवर्सिटी में ही पढ़ने वाले समीर राशिद मीर, उबैद अहमद, मोहसिन फारूक वानी, तौकीर भट, आसिफ गुलजार वार, उमर नजीर डार और सैयद खालिद बुखारी नामक सात आरोपियों को अरेस्ट किया था। इनके खिलाफ यूएपीए का चार्ज लगाया था।