Sachin Bishnoi News: सचिन ने उगले कई राज, बोला- लॉरेंस बिश्नोई सलमान खान को मारने का बना रहा प्लान
Sachin Bishnoi News: उसने जांच टीम को बताया कि मशहूर सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या का प्लान लॉरेन बिश्नोई ग्रुप के गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई के छोटे भाई अनमोल बिश्नोई के साथ मिलकर दुबई में बनाई थी।
Sachin Bishnoi News: अजरबैजान लाया गया सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड का मुख्य आरोपी गैंगस्टर सचिन बिश्नोई ने कई राज खोले हैं। स्पेशल की पूछताछ में उसने बताया कि लॉरेन बिश्नोई इस समय बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान की हत्या का प्लान बना रहा है। सचिन बिश्नोई लॉरेन बिश्नोई का भांजा है।
उसने जांच टीम को बताया कि मसहूर सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या का प्लान लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप का गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई के छोटे भाई अनमोल बिश्नोई के साथ मिलकर दुबई में बनाई थी। पूरा प्लान तैयार होने के बाद गोल्डी बराड़ ने सचिन को शूटरों के लिए गाड़ी मुहैया कराने का कार्य सौंपा था। योजना के मुताबिक सचिन ने शूटरों को गाड़ी उपलब्ध कराई।
फर्जी पासपोर्ट से भागा था दुबई
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सचिन को स्पेशल सेल की कस्टडी में रखा गया है। स्पेशल सेल के काउंटर इंटेलिजेंस को सचिन ने सिद्धू मूसेवाला हत्याकाण्ड व विदेश से लॉरेंस अपना क्राइम सिंडिकेट कैसे चलता है, जैसे तमाम विषयों पर जानकारी दी। सचिन ने बताया कि अप्रैल 2022 में डुप्लीकेट पासपोर्ट के जरिए से दिल्ली हवाई अड्डे से नेपाल होते हुए दुबई भाग गया था।
लॉरेंस बिश्नोई से फोन पर होती थी बात
सचिन ने बताया कि वह दुबई में रहते हुए कई बार गोल्डी बराड़ और उन समय तिहाड़ जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई से फोन पर बात की थी। लॉरेंस ने उसे कहा था कि वह जेल से ज्यादा देर तक मोबाइल के जरिए बात नहीं कर सकता है। सिद्धू मूसेवाला की हत्या को लेकर गोल्डी और अनमोल से बात कर ले। इसके बाद लॉरेंस से बात करना बंद कर दिया था। सचिन की विक्रम बराड़ के साथ मुलाकात दुबई में ही हुई थी।
उसने बताया विक्रम भी दुबई में एक किराए के मकान में अपने चार-पांच दोस्तों के साथ रहता था। उसके पास अत्याधुनिक हथियार थे। उसके पास करीब डेढ़ माह तक रुका था। विक्रम के पास हवाला के पैसे आते थे। सिद्धू मूसेवाला की हत्या 29 मई 2022 को हुई थी। इसके बाद भारतीय एजेंसियां सक्रीय हुई तो गोल्डी बराड़ ने फोन कर बताया कि उसका पासपोर्ट ब्लैक लिस्ट हो गया है।
मूसेवाल की हत्या के बाद भागा अजरबैजान
सचिन ने बताया कि मूसेवाला की हत्या के बाद उसे अजरबैजान भेज दिया गया था। वहां पर उसने 1500 बाकु में किराए पर एक मकान लिया। इस दौरान उसने दविंदर बंबीहा गिरोह के गैंगस्टर विक्की मिड्डूखेड़ा के हत्यारे हरियाणा के गैंगस्टर कौशल चौधरी को हरियाणा पुलिस की कस्टडी में ही मरवाने की प्लान तैयार किया था।
इसी बीच सुबह के समय जब वह पार्क में घूमने के लिए जा रहा था तो अजरबैजान पुलिस ने उसे अरेस्ट कर लिया। उसे डिटेंशन सेंटर में बंद किया गया था। अपना केस लड़ने के लिए उसने एक वकील किया था, जिससे वह लैंडलाईन से बात कर पाता था। मिली जानकारी के अनुसार गोल्डी और अनमोल इस समय अमेरिका में हैं। सचिन ने बताया कि दुबई में रहने के दौरान गोल्डी बराड़ के घर पर गैंगस्टर रोहित गोदारा से हुई थी। वहीं विक्रम इस समय साउथ अफ्रीका मे रह रहा है।
पंजाब कुछ और सिंगर हैं लॉरेंस सिंडिकेट के रडार पर
सचिन ने बताया कि पंजाब के कुछ और सिंगर लॉरेंस गैंग के निशाने पर हैं। अरबैजान में रहने के दौरान वह अजेरी भाषा सीख ली थी। रसियन भाषा भी सीखने की कोशिश कर रहा था। अगर नहीं पकड़ा गया होता तो वह भी गोल्डी और अनमोल के साथ अमेरिका में शिफ्ट हो जाता। पूछताछ करने वाली स्पोशल सेल ने बताया कि लॉरेंस सिंडिकेट एक कॉर्पोरेट कंपनी की तरह कार्य करती है। गिरोह की हर माह करोड़ों की इनकम है।
गिरोह के सक्रिय सदस्यों को दी जाती है प्रति माह सैलरी
लॉरेंस क्राइम सिंडिकेट दिल्ली, हरियाणा, पंजाब व राजस्थान के बिल्डरों, ठेकेदारों, क्रिकेट के बुकी, ड्रग्स व शराब तस्करों, कारोबारियों, भू माफिया, डाक्टरों से हर माह रंगदारी फीक्स है। जो पैसे देने में आनाकानी करता उसके घर, दफ्तर में फायरिंग कर भय पैदा किया जाता है। गैंग के सक्रिय सदस्यों को प्रति माह सैलरी दी जाती है। पैसा हवाला के जरिए गोल्डी बराड़ और अनमोल को भेजा जाता है। इन पैसों से अलग-अलग दशों से अत्याधूनिक हंथियार खरीदा जाता है।