Nuh Communal Tension: हरियाणा के नूंह में फिर सांप्रदायिक तनाव, कुआं पूजन करने गई महिलाओं पर मदरसे से चले पत्थर
Nuh Communal Tension: गुरूवार रात साढ़ आठ बजे के करीब महिलाओं का एक समूह कुआं पूजन के लिए गई थीं। जब वो एक मदरसे के पास पहुंची तो अचानक ऊपर से उनपर पत्थरबाजी होने लगी।
Nuh Communal Tension: हरियाणा के मेवात में पड़ने वाला नूंह जिला लगातार सांप्रदायिक तनाव से जुड़ी घटनाओं को लेकर खबरों में बना हुआ है। एकबार फिर जिले से इसी प्रकार की घटना सामने आई है। गुरूवार रात यहां कुछ महिलाएं कुआं पूजन के लिए गई थीं, तभी पास में मौजूद मदरसे से उनपर पत्थरबाजी होने लगी। इस घटना में कई महिलाओं के घायल होने की खबर है। घटना के बाद से इलाके में तनाव फैल गया है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, गुरूवार रात साढ़ आठ बजे के करीब महिलाओं का एक समूह कुआं पूजन के लिए गई थीं। जब वो एक मदरसे के पास पहुंची तो अचानक ऊपर से उनपर पत्थरबाजी होने लगी। जिससे महिलाएं घबरा गईं और चीखते हुए वहां से भागीं। इस घटना की जानकारी जैसे ही फैली इलाके में तनाव फैल गया। भारी संख्या में दोनों समुदाय के लोग वहां जमा हो गए।
जख्मी महिलाओं को अस्पताल में कराया गया भर्ती
मदरसे से हुई पत्थरबाजी में तीन महिलाएं घायल हुई हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना की सूचना मिलने पर नूंह एसपी नरेंद्र सिंह बिजारनिया के नेतृत्व में भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची। तत्काल दोनों समुदायों के नेताओं से बात कर स्थिति को काबू में किया गया। बिजारनिया को नूंह दंगे के बाद यहां का पुलिस कप्तान बनाया गया था।
नूंह एसपी ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि कुछ महिलाएं कुआं पूजन के लिए जा रही थीं और शिकायत मिली है कि मदरसे के कुछ बच्चों ने उन पर पथराव कर दिया। इस संबंध में दोनों समुदाय के लोग यहां एकत्र हुए। एफआईआर दर्ज की जा रही है। हम लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हैं। उचित कार्रवाई की जाएगी। किसी को कोई बड़ी चोट नहीं आई है।
31 जुलाई को भड़की थी भयानक हिंसा
मुस्लिम बहुल आबादी वाला हरियाणा का नूंह जिला सांप्रदायिक रूप से काफी संवेदनशील माना जाता है। बीते 31 जुलाई को यहां बड़े पैमाने पर सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी थी। यह हिंसा विश्व हिंदू परिषद के ब्रजमंडल यात्रा पर पत्थरबाजी के बाद भड़की थी। देखते ही देखते इसने राज्य के कई अन्य जिलों को भी अपनी चपेट में ले लिया था। इस घटना में दो होमगार्ड समेत छह लोगों की मौत हो गई थी। इसके अलावा व्यापक पैमाने पर आम लोगों की संपत्ति को नुकसान पहुंचा था। कई दिनों तक इंटरनेट सेवाएं ठप रही थीं।